मार्च 2024 में GST कलेक्शन सालाना आधार पर 11.5% बढ़कर 1.78 लाख करोड़ रुपये हुआ
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, मार्च में जीएसटी संग्रह में वृद्धि का श्रेय 'घरेलू लेनदेन से जीएसटी संग्रह में 17.6 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि' को दिया जा सकता है.
मार्च 2024 में वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह वार्षिक आधार पर 11.5 प्रतिशत बढ़कर 1.78 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो जुलाई 2017 में व्यवस्था लागू होने के बाद से दूसरा सबसे अधिक है.
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, मार्च में जीएसटी संग्रह में वृद्धि का श्रेय 'घरेलू लेनदेन से जीएसटी संग्रह में 17.6 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि' को दिया जा सकता है. मार्च में रिफंड का जीएसटी रेवेन्यू शुद्ध साल-दर-साल आधार पर 18.4 प्रतिशत बढ़कर 1.65 लाख करोड़ रुपये हो गया.
कुल संग्रह में से, केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (CGST) 34,532 करोड़ रुपये, राज्य वस्तु एवं सेवा कर (SGST) 43,746 करोड़ रुपये और एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर (IGST) 87,947 करोड़ रुपये रहा, जिसमें आयातित माल पर 40,322 करोड़ रुपये का संग्रह शामिल है. उपकर संग्रह 12,259 करोड़ रुपये रहा, जिसमें आयातित वस्तुओं पर एकत्र 996 करोड़ रुपये शामिल हैं.
अप्रैल 2023 में अब तक का सबसे अधिक जीएसटी संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया था. फरवरी में जीएसटी संग्रह 12.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1.7 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो लागू होने के बाद से पांचवां सबसे अधिक है.
वित्त वर्ष 24 के लिए जीएसटी संग्रह में 11.7 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई और यह 20.14 लाख करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 24 में प्रति माह औसत जीएसटी संग्रह एक साल पहले के 1.5 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.68 लाख करोड़ रुपये हो गया. पूरे वित्तीय वर्ष के लिए रिफंड का जीएसटी रेवेन्यू शुद्ध 18.01 लाख करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 13.4 प्रतिशत अधिक है.