किसानों को सुनिश्चित आमदनी देने वाले स्टार्टअप Zetta Farms की कहानी...
Zetta Farms अपनी तरह का एक अनूठा प्लेटफॉर्म है जो वाणिज्यिक कृषि परियोजनाओं में निवेश के अवसर प्रदान करता है. Zetta Farms के माध्यम से निवेश फसल रोपण के रणनीतिक विविधीकरण और विभिन्न खेती के तरीकों के अभ्यास के माध्यम से खेती से जुड़े जोखिम को कम करते हैं.
हाइलाइट्स
- ऋतुराज शर्मा और कृष्णा जोशी ने 2020 में 20 एकड़ के फार्म प्रोजेक्ट के साथ Zetta Farms की स्थापना की थी.
- Zetta Farms वर्तमान में 9,000 एकड़ भूमि पर खेती कर रहा है.
- चाहे मौसम की कितनी भी बेकाबू परिस्थितियाँ क्यों न हों, Zetta Farms का सिस्टम यह सुनिश्चित करता है कि किसानों को पैसे दिए जाएं और उनके पसीने और कड़ी मेहनत के लिए उन्हें हर महीने उचित आय मिले.
भारत एक कृषि प्रधान देश है और खेती भारत के दो-तिहाई से अधिक लोगों को जीविका प्रदान करती है. ऐसे में कृषि उद्योग में निवेश और अनुसंधान बढ़ाना और इसकी प्रगति का पता लगाना ही उचित है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले वर्ष के बजट में कृषि और इससे जुड़े उद्योगों में नए जमाने की टेक्नोलॉजी की बढ़ती मांग और आपूर्ति पर ध्यान देने के बाद पहली बार घोषणा में 'एग्रीटेक' शब्द को शामिल करके इस वर्ष एग्रीटेक सेक्टर के लिए समर्थन बढ़ा दिया है.
Zetta Farms अपनी तरह का एक अनूठा प्लेटफॉर्म है जो वाणिज्यिक कृषि परियोजनाओं में निवेश के अवसर प्रदान करता है. Zetta Farms के माध्यम से निवेश फसल रोपण के रणनीतिक विविधीकरण और विभिन्न खेती के तरीकों के अभ्यास के माध्यम से खेती से जुड़े जोखिम को कम करते हैं.
Zetta Farms की स्थापना साल 2020 में ऋतुराज शर्मा ने की थी. वे इसके सीईओ भी हैं. और कृष्णा जोशी इसके को-फाउंडर और COO (Chief Operating Officer) हैं.
हमारे देश के किसानों को सबसे ज्यादा मुश्किलें तब होती है जब मौसम में उतार-चढ़ाव होता है और कीमतें बढ़ती हैं और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है. Zetta Farms का दावा है कि कंपनी ने इसे ठीक कर दिया है. चाहे मौसम की कितनी भी बेकाबू परिस्थितियाँ क्यों न हों, उनका सिस्टम यह सुनिश्चित करता है कि किसानों को पैसे दिए जाएं और उनके पसीने और कड़ी मेहनत के लिए उन्हें हर महीने उचित आमदनी मिले. और इससे अधिक उपज के लिए हर तरह से प्रोत्साहन दिया गया. इसके अलावा कई अलग-अलग तरीके हैं जिनसे वे किसानों को सशक्त बनाते हैं.
इनमें से एक, उनके द्वारा हाल ही में प्रारंभ की गई Zetta Rozgaar Yojna है जिसके तहत वे हर 2 एकड़ में एक किसान को नौकरी देंगे. किसानों को मासिक आय के अलावा उनके बच्चों की शिक्षा में योगदान और वृद्ध मां-बाप को तीर्थ यात्रा भी वे प्रदान करेंगे. इसके साथ-साथ, यह पहली प्राइवेट कंपनी हैं जिसने "पेंशन फंड" आरंभ किया है.
Zetta Farms का Growpital निवेशकों के लिए विभिन्न निवेश विकल्प प्रदान करती है, जैसे बेबी फार्मिंग, प्लांटी रिटर्न, हार्वेस्ट प्रीमियम आदि. Growpital (by Zetta Farms) यह भी सुनिश्चित करता है कि प्लेटफ़ॉर्म पर उल्लिखित निवेश विकल्पों में से धनराशि कृषि परियोजनाओं के लिए आवंटित की जाती है, जिनकी देखरेख कृषि पेशेवरों और जानकार किसानों का एक उपयुक्त समूह करता है. Growpital (by Zetta Farms) कृषि क्षेत्र में इनोवेशन और विकास को बढ़ावा देकर निवेशकों की मदद कर रहा है और किसानों को सशक्त बना रहा है. यह देश में फिनटेक और एग्रीटेक प्लेटफार्मों के बीच अंतर को पाटने, कृषि उद्योग में कर-मुक्त खुदरा निवेश और क्षेत्रीय विकास के लिए बेहतरीन कृषि पद्धतियों को प्रोत्साहित करने की कल्पना करती है.
बिजनेस मॉडल
Zetta Farms अपने फार्म्स के लिए पूंजी की व्यवस्था अपने एक खंड, Growpital (by Zetta Farms) से करता है जो खुदरा निवेशकों के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है जो कृषि क्षेत्र में निवेश करने के इच्छुक हैं. YourStory से बात करते हुए फाउंडर और सीईओ ऋतुराज शर्मा बताते हैं, "Growpital (by Zetta Farms) प्लेटफॉर्म के माध्यम से जुटाई गई धनराशि हमारे खेतों को आवंटित की जाती है; Zetta Farms भूमि पट्टे, उपकरण, बीज और श्रम जैसी आवश्यक कृषि गतिविधियों का समर्थन करता है. फिर इन कृषि उपजों को लाभ पर McCain और PMV Maltings जैसे संस्थागत/संगठनात्मक खरीदारों को बेच दिया जाता है. निवेश के बदले में, निवेशकों को सालाना 10%-15% तक निश्चित, कर-मुक्त रिटर्न मिलता है, जो त्रैमासिक और मासिक रूप से वितरित किया जाता है."
वे आगे बताते हैं, "हम आय का एक निश्चित और विश्वसनीय स्रोत प्रदान करते हैं, जो किसानों के लिए बाजार मूल्य और अप्रत्याशित परिस्थितियों से जुड़े जोखिमों को कम करता है. इसके अलावा, हमारे पास कृषि विज्ञान विशेषज्ञों और अनुभवी पेशेवरों की एक टीम है जो प्रत्येक फसल के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं को तैयार करके पैदावार को अधिकतम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है."
फंडिंग और रेवेन्यू
Growpital (by Zetta Farms) को शुरू करने के लिए ऋतुराज शर्मा ने व्यक्तिगत रूप से लगभग 80 लाख रुपये से अधिक का निवेश किया है. वे बताते हैं, "कंपनी 93+ करोड़ के रेवेन्यू के साथ बूटस्ट्रैप्ड है. किसी भी संगठनात्मक निवेशक से कोई बाहरी फंडिंग नहीं जुटाई गई है."
प्लेटफॉर्म अपनी उच्च गुणवत्ता वाली उपज McCain और PMV Maltings जैसे प्रसिद्ध संस्थागत खरीदारों के साथ-साथ स्थानीय मंडियों को आपूर्ति करता है, जिससे उनके प्रोडक्ट्स की बिक्री और पहुंच सुनिश्चित होती है. ऋतुराज का दावा है कि पिछले वित्तीय वर्ष का रेवेन्यू 51 करोड़ था और वहीं 2021-22 में कंपनी का रेवेन्यू 3 करोड़ रुपये था.
Growpital (by Zetta Farms) के सीईओ ऋतुराज बताते हैं, "70+ करोड़ की प्रबंधनाधीन संपत्ति के साथ, भारत के 10+ राज्यों में फैली 9,000 एकड़ भूमि पर खेती की जाती है, हमारे पास 3200+ से अधिक सक्रिय निवेशक हैं. एक उपयोगकर्ता द्वारा हमारे प्लेटफ़ॉर्म पर बिताया गया औसत समय 4 मिनट 40 सेकंड है."
चुनौतियां और भविष्य की योजनाएं
इस बिजनेस को खड़ा करने में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इसके जवाब में फाउंडर कहते हैं, "रेवेन्यू मॉडल और खेती पर आधारित व्यवसाय होने के कारण, सबसे बड़ी चुनौती निवेश की थी जिसे हमने अवसर में बदल दिया और Zetta Farms ने बिजनेस मॉडल तैयार किया. हमारे सामने विशेषज्ञता, भूमि और निवेश की कमी जैसी चुनौतियाँ हैं, जिन्होंने संगठन को इसकी वर्तमान स्थिति में आकार दिया है."
भविष्य की योजनाओं को लेकर बोलते हुए ऋतुराज शर्मा बताते हैं, "भविष्य में हमारा लक्ष्य, Growpital (by Zetta Farms) के जरिए खुदरा निवेशकों से 1000 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल करना और दुनिया भर में Zetta Farms के कारोबार का विस्तार करना है. इसके साथ ही एक साल में 400 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट करने का लक्ष्य है. ग्राहक आधार की बात करें तो, 1 मिलियन निवेशकों को जोड़ने और ब्रांड्स के पार्टनरशिप करने का लक्ष्य है."