आप जिस होटल में ठहरने जा रहे हैं वो पर्यावरण को लेकर सजग है कि नहीं जानने के लिए गूगल लाया है यह नया फ़ीचर
गूगल सर्च से अब आप पता कर सकेंगे कौनसा होटल पर्यावरण को लेकर सजग और सक्रिय है.
अगली बार जब आप जब ट्रेवलिंग के लिए गूगल (google) पर अपने स्टे के लिए होटल सर्च कर रहे होंगे तब गूगल सर्च इंजन (google search engine) आपको उस इलाके के सारे होटल आप्शन दिखाने के अलावा यह भी बताएगा कि कौन-कौन से होटल पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अपना व्यापार चला रहे हैं. इसके लिए ऐसे होटल के आगे ‘इको-सर्टिफाइड बैज’ (eco-certified badge) और एक हरे पत्ते (green leaf) का सिम्बल लगाने का फैसला लिया गया है जिसे देख यूजर्स समझ जायेंगे कि ये होटल पर्यावरण के अनुकूल अपना व्यापर चला रहा है.
गूगल यह टैग और हरे पत्ते का सिम्बल उन होटलों को देगा जो सस्टेनेबल तरीके से अपना होटल चलाते हैं. अगर आप इस पर अधिक जानकारी के उत्सुक हों तो ‘लर्न मोर’ के टैब पर क्लिक करके उस होटल की विभिन्न सस्टेनेबल प्रैक्टिसेज के बारे में ज्यादा जान सकते हैं.
सस्टेनेबल प्रैक्टिसेज क्या होती हैं? क्या वह होटल पानी को कंजर्व कर रहा है? या अपने गेस्ट्स को शाकाहारी भोजन का ऑप्शन दे रहा है इत्यादि.
गूगल ने यह कदम पर्यावरण के मद्देनज़र उठाया है. बहुत सारे पर्यटक पर्यावरण के प्रति ज़िम्मेदारी के साथ ट्रेवलिंग करना चाहते है पर उनके पास ऐसा कोई तरीका या उपाय नहीं होता जिससे वो जान सकें कि जिस होटल में वह रह रहे हैं वो भी पर्यावरण को लेकर उतनी ही चिंतित है या नहीं. गूगल की यह पहल ट्रेवलिंग को एक नया आयाम देगी क्योंकि घूमने-फिरने के दौरान अक्सर हम अपनी आदतों या निर्णय पर उतना गौर नहीं करते यह सोचकर कि यह मौज-मस्ती का वक़्त है, सोचने-समझाने की झंझट कौन उठाये. हालांकि, यह करते हुए हम अक्सर भूल जाते हैं कि हमारी तरह अगर सभी ऐसा सोचना शुरू कर दें तो उन जंगलों, नदियों, पहाड़ों, गांवों, शहरों का क्या होगा जो हमारी लापरवाही की वजह से बर्बाद हो रहे हैं, तबाह हो रहे है.
पिछले कुछ सालों में पर्यावरण को लेकर लोगों में, कंपनियों में जागरूकता बढ़ी है और गूगल का यह कदम टूरिज्म सेक्टर को ज़िम्मेदार बनाने की दिशा में उठा हुआ कदम है.
गूगल सिर्फ उन होटलों को ‘ग्रीन होटल’ का टैग देगा जो विश्व मानको पर खरे उतरेंगे. इसके लिए गूगल ने ‘ग्रीन की’ (GreenKey) और ‘अर्थ चेक’ (EarthCheck) के साथ पार्टनरशिप किया है. ‘अर्थ चेक’ ने अब तक पूरे विश्व भर के 70 देशों में यह काम किया है. अब गूगल के साथ पार्टनरशिप में यह काम करेगा. साल 2002 में दक्षिण अफ्रीका में हुए ‘वर्ल्ड समिट फॉर सस्टेनेबल डेवेलपमेंट’ के अंतर्गत बनाये गए मानकों के ऊपर ‘अर्थ चेक’ होटलों को सर्टिफाई करता है.
पृथ्वी और पर्यावरण को बचाने की कवायद में गूगल और अन्य बड़ी कम्पनियाँ लगातार पहलकदमी कर रहे हैं. जैसे, पिछले साल, गूगल के सीईओ सुन्दर पिचाई (Sundar Pichai) ने साल 2030 तक गूगल को पूरी तरीके से कार्बन एमिशन से फ्री करने का संकल्प लिया था. इसके बारे में बताते हुए पिचाई ने कहा था कि उनके शहर चेन्नई में कुछ साल पहले आयी हुए बाढ़ से हुई तबाही ने उन्हें क्लाईमेट चेंज के प्रति सचेत होने को बाध्य किया था.
बता दें, गूगल के अलवा विश्व के अन्य बड़ी कंपनियों ने भी इस तरह के फैसले लिए हैं. अमेज़न (Amazon) ने साल 2040 तक कार्बन न्युट्रालिटी अचीव करने का संकल्प लिया है. फेसबुक (Facebook) ने साल 2030 तक नेट ज़ीरो एमिशन अचीव करने का टारगेट रखा है.
(फीचर इमेज क्रेडिट: @Google twitter)