दुनिया की इन 10 कंपनियों ने कार्बन न्यूट्रल होने का संकल्प लिया है
क्लाइमेट चेंज (Climate change) से लड़ने के लिए दुनिया के विभिन्न देश अलग-अलग कदम उठा रहे हैं. कॉर्पोरेट कम्पनियां भविष्य में ग्रीन जॉब्स क्रिएट करने की तरफ कदम उठा रही हैं. इन सब का उद्देश्य ग्रीनहॉउस गैस (प्रमुखतः कार्बन डायऑक्साइड) का इमिशन कम से कमतर करना है और अंततः zero carbon dioxide emissions के लक्ष्य को प्राप्त करना है. इसी को कार्बन न्यूट्रल होना कहा जाता है. नेट-जीरो (net zero) शब्द का प्रयोग जलवायु कार्रवाई (climate action) और डीकार्बोनाइजेशन (de-carbonization) के लिए एक बड़ी कमीटमेंट को बताने के लिए किया जाता है.
इन 10 कंपनियों ने कार्बन न्यूट्रल (carbon neutral) होने का संकल्प लिया है:
गुची (GUCCI):
इटली की सबसे महंगा और पूरी दुनिया में हाई-फैशन को रीप्रेजेंट करने वाला ब्रांड गुची साल 2019 से पूरी तरीके से कार्बन न्यूट्रल हो चुका है.
नेस्ले (NESTLE):
यह कम्पनी अपने इंफ्रास्ट्रक्चर और रिन्युएबल एनर्जी में 3.6 बिलियन डॉलर खर्च कर रही है जिससे 2030 तक यह अपने कार्बन एमिशन को आधा कर सके और 2050 तक पूरी तरह से कार्बन न्यूट्रल हो जाए.
युनिलिवर (UNILEVER):
इसी साल जून में युनिलिवर में नेट ज़ीरो एमिशन होने का संकल्प लिया है.
एप्पल (APPLE):
जुलाई 2022 में एप्पल ने अपने दुनियाभर में मौजूद सप्लाई-चेन को कार्बन न्यूट्रल करने का प्लेज लिया है. युनाइटेड नेशंस द्वारा नेट ज़ीरो अचीव करने के लिए साल 2050 का टारगेट लिया गया है और एप्पल इस टारगेट को 20 साल पहले ही पूरा कर लेना चाहता है.
आईबीएम (IBM):
यह टेक्नोलॉजी-कॉर्पोरेशन कम्पनी साल 2030 तक ग्रीनहाउस गैस एमिशन को ज़ीरो करने का संकल्प ले चुकी है. यह अपने रिन्युएबल एनर्जी और कार्बन कैप्चर करने की टेक्नोलॉजी का भी उपयोग करेगी जिससे अपने कार्बन एमिशन्स को ट्रैक कर सके.
इंटेल (INTEL):
दूसरी बड़ी टेक कंपनी की फेरहिस्त में इंटेल भी है जिसने साल 2040 तक कार्बन-न्यूट्रल होने का संकल्प लिया है. यह अपनी सभी ग्लोबल एक्टिविटीज में रिन्युएबल एनर्जी को यूज करेगी.
माइक्रोसॉफ्ट (MICROSOFT):
माइक्रोसॉफ्ट ने कार्बन न्यूट्रल होने का संकल्प साल 2012 में ही ले लिया था.
अडानी (ADANI):
गौतम अडानी ने साल 2030 तक अपने रिन्युएबल कैपेसिटी को अभी से 5 गुना ज्यादा बढाने की घोषणा की है. सितम्बर 2021 में गौतम अडानी अपने सारे पोर्ट्स को 2025 तक पूरी तरह से नेट ज़ीरो कार्बन एमिशन करने की घोषणा कर चुके हैं.
आइटीसी (ITC):
ITC ने साल 2030 तक अपने सारे कार्बन एमिशन सोर्सेज को रिन्युएबल एनर्जी में शत प्रतिशत तब्दील करने का प्लेज लिया है. इसके अलावा, कंपनी ने लार्ज स्केल डीजिटाइजेशन करने का भी संकल्प लिया है.
भारतीय रेलवे (INDIAN RAILWAYS):
रेलवे सेक्टर में भारतीय रेलवे ने साल 2030 तक नेट ज़ीरो कार्बन एमिटर बनने का संकल्प लिया है. मालूम हो कि रेलवे में लगभग 11,000 करोड़ की सलाना बिजली की खपत होती है.