स्कूल जाने की उम्र में रचित ने गेमिंग के साथ शुरू किया था कंटेंट क्रिएशन का सफर, आज कमा रहे हैं लाखों
रचित यादव ‘Rachitroo’ नाम से अपना यूट्यूब चैनल चलाते हैं. इस समय उनके 52.6 लाख सब्सक्राइबर्स हैं. रचित आज गेमिंग सेक्टर में जाने माने स्ट्रीमर और कंटेंट क्रिएटर्स में गिने जाते हैं.
बीते कुछ समय में युवाओं के बीच गेमिंग करियर काफी पॉपुलर हुआ है. कई ऐसे क्रिएटर्स हैं जो ऑनलाइन गेम खेलकर और स्ट्रीमिंग करके कम उम्र में ही अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं.
ऐसे ही एक गेमिंग कॉन्टेंट क्रिएटर्स हैं रचित. वो ‘Rachitroo’ नाम से अपना यूट्यूब चैनल चलाते हैं. इस समय उनके 52.6 लाख सब्सक्राइबर्स हैं.
रचित को बचपन से गेमिंग का बड़ा शौक था. उन्होंने क्लास 6 से ऑनलाइन गेम खेलना शुरू किया. रचित बताते हैं कि एक बार कोचिंग क्लास के लिए वो किसी दोस्त के घर गए. उसके पास PSII….था, जो उस समय बड़ी बात होती थी.
क्लास खत्म होने के बाद रचित दोस्त के साथ गेम खेला करते और वहीं से उन्हें गेमिंग की आदत लगी. उसी समय उन्हें ये महसूस हुआ गेमिंग उन्हें कितनी पसंद है.
13-14 साल की उम्र में रचित को अपना पीसी मिला तो वो उस पर गेम खेलने लगे. मजे-मजे में उन्होंने अपनी गेमिंग के वीडियो रेकॉर्ड करके अपलोड करना शुरू कर दिया. इस तरह उन्होंने यूट्यूब के साथ कंटेंट क्रिएशन की शुरुआत की.
वीडियो डालने के अलावा रचित ने दो-तीन सालों तक गेमिंग इंडस्ट्री के बारे में काफी जानकारी जुटाई. जब रचित गेमिंग के बारे रिसर्च कर रहे थे तब उन्हें पता चला कि दुनिया भर में गेमिंग सबसे बड़ी इंडस्ट्री है. आने वाले दस से बीस सालों में यह काफी तेजी से ग्रो करेगा. इस तरह उन्होंने गेमिंग में अपना करियर बनाने का फैसला किया.
ये सब चल रहा था कि 2020 में कोविड आया, उसने रचित के लिए कंटेंट क्रिएशन की जर्नी बदल दी. रचित बताते हैं कि लॉकडाउन लगा तो लोगों के पास गेमिंग में देखने के लिए कुछ ज्यादा कंटेंट नहीं था.
सभी क्रिएटर्स ने कंटेंट बनाना शुरू किया और फिर गेमिंग कंटेंट और स्ट्रीमिंग में एकाएक बाढ़ आई. उसी समय से मैंने अपने वीडियो पर फोकस के साथ काम शुरू किया. एडिटिंग अच्छी की, वीडियो क्वॉलिटी अच्छी की. आज की तारीख में रचित गेमिंग के शौकीन के बीच काफी जाना माना नाम बन चुके हैं.
जब रचित ने गेमिंग में करियर बनाने का फैसला किया तब शुरुआती दौर में उनके माता-पिता थोड़े परेशान जरूर हुए. लेकिन रचित कहते हैं कि जब बच्चा कुछ भी अलग करता है तो माता-पिता थोड़ा परेशान होते ही हैं.
मेरे पैरेंट्स के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. उन्होंने गेमिंग को हमेशा एक हॉबी की तरह ही देखा था, गेमिंग में करियर बनाना उनके लिए नई बात थी.
जब मैं 14-15 साल का था तब मेरी पहली पेमेंट आई. जब घर वालों ने चेक देखा तो उन्हें बड़ी हैरानी हुई, लेकिन उनका डर भी थोड़ा दूर हुआ. धीरे-धीरे गेमिंग करियर को लेकर उनका नजरिया पूरी तरह बदल गया.
रचित खुद को प्रोफेशनल गेमर लेजरबीम, प्यूडीपाई,KSI, लोगन पॉल के फैन बताते हैं. वो कहते हैं कि अगर वो गेमिंग में नहीं होते तो आईटी डिवेलपिंग ऐप्स और सॉफ्टवेयर की फील्ड में होते. लेकिन अब तो गेमिंग में ही मन लगता है.
रचित की नेट वर्थ की जानकारी पब्लिक डोमेन में उपलब्ध नहीं है लेकिन NetWorthSpot.com's की रिपोर्ट के मुताबिक यह 43.5 लाख डॉलर के आसपास हो सकती है.
इस समय रचित फ्रांस की ई-स्पोर्ट्स टीम (टीम वाइटैलिटी) के एंबेसडर हैं. उन्होंने कॉरसेयर और एडिडास जैसी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप की है.
सोनी PS5, सैमसंग, PUBG Mobile, फ्री फायर, शाओमी ब्लैक शार्क, HP, रेनॉ इंडिया जैसी कंपनियों के साथ कोलैबोरेशन भी किया है.
रचित कहते हैं कि मेरे और सपने हैं, जो मैं हासिल करना चाहता हूं. सबसे पहले मैं Esport.org शुरू करना चाहता हूं. मैं फिलहाल कुछ आने वाले प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर रहा हूं.
Edited by Upasana