SBI का डिपॉजिट इंटरेस्ट सर्टिफिकेट चाहिए? इन तरीकों से घर बैठे कर सकते हैं हासिल
SBI ने अपने ग्राहकों को यह सुविधा उपलब्ध कराई हुई है.
अगर भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India, SBI) के ग्राहक हैं और डिपॉजिट इंटरेस्ट सर्टिफिकेट (Deposit Interest Certificate) की जरूरत है तो इसके लिए आपको बैंक ब्रांच जाने की जरूरत नहीं है. आप इसे घर बैठे इंटरनेट की मदद से डाउनलोड कर सकते हैं. SBI ने अपने ग्राहकों को यह सुविधा उपलब्ध कराई हुई है. ग्राहक, SBI Quick, SBI की ऑनलाइन बैंकिंग वेबसाइट और SBI की सामान्य वेबसाइट के माध्यम से डिपॉजिट इंटरेस्ट सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकता है.
इंटरनेट बैंकिंग की मदद से
- SBI की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.onlinesbi.com/ पर विजिट करें.
- 'पर्सनल बैंकिंग' सेक्शन में लॉग इन कर के 'e-Service Tab' पर जाएं.
- अब 'माई सर्टिफिकेट्स' पर क्लिक करें.
- इसके बाद फिर 'Interest Certificate of Deposit A/Cs' पर क्लिक करें.
sbi.co.in की मदद से
- sbi.co.in पर विजिट करें.
- पर्सनल बैंकिंग सेक्शन के तहत 'इनफॉर्मेशन एंड सर्विसेज' टैब पर जाएं.
- डिपॉजिट इंट्रेस्ट सर्टिफिकेट पर क्लिक करें.
- अकाउंट नंबर, वर्ष और कैप्चा कोड डालकर सबमिट करें.
SBI क्विक के जरिए
- SBI क्विक ऐप खोलें और 'विदआउट लॉग इन सेक्शन' पर जाएं.
- अब अकाउंट सर्विसेज में जाएं.
- 'डिपॉजिट इंटरेस्ट' पर क्लिक करें.
- अपनी डिटेल्स डालकर पासवर्ड सेट करें.
- इसके बाद आपके रजिस्टर्ड ईमेल आईडी पर डिपॉजिट इंटरेस्ट सर्टिफिकेट आ जाएगा.
SBI के FD रेट
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने आखिरी बार दिसंबर 2022 में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी. 2 करोड़ रुपये से कम की रिटेल FD के मामले में ब्याज में 0.65 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई थी. वहीं 2 करोड़ रुपये और इससे ज्यादा अमाउंट की FD यानी बल्क FD के मामले में ब्याज दरों को 1 प्रतिशत तक बढ़ाया गया. SBI (State Bank of India) के नए FD रेट 13 दिसंबर 2022 से प्रभावी हैं.
रिटेल FD के मामले में ब्याज
SBI बल्क FD के मामले में ब्याज
और बढ़ सकते हैं FD रेट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बार फिर प्रमुख नीतिगत दर रेपो (Repo Rate) को बढ़ाया है. फरवरी माह की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. अब रेपो रेट बढ़कर 6.50 प्रतिशत हो गई है. मौद्रिक नीति समिति के छह सदस्यों में से चार ने रेपो रेट बढ़ाने के पक्ष में मत दिया. रेपो रेट वह रेट है जिस पर RBI, बैंकों को लोन देता है. रेपो रेट बढ़ने की वजह से ग्राहक के लिए लोन महंगा हो जाएगा क्योंकि बैंक उनके लिए लोन रेट बढ़ाएंगे. लेकिन साथ ही एफडी करने वाले ग्राहकों को फायदा भी होगा क्योंकि बैंक लिक्विडिटी हासिल करने के लिए FD रेट भी बढ़ाएंगे.