क्रेडिट स्कोर कैसे सुधारें? ये तरीके करेंगे मदद
अगर आप अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारना/बढ़ाना चाहते हैं तो इसमें समय और सब्र दोनों लगेंगे.
क्रेडिट स्कोर (Credit Score) किसी व्यक्ति की कर्ज अदा करने की साख को आंकने का महत्वपूर्ण पैमाना माना जाता है. इसे सिबिल स्कोर (CIBIL Score) भी कहा जाता है. क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए आवेदन करने में 3 अंकों के क्रेडिट स्कोर की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. क्रेडिट स्कोर 300 से लेकर 900 के बीच होता है. यह जितना कम होता जाएगा क्रेडिट कार्ड या लोन मिलने में उतनी ही मुश्किलें आती जाएंगी.
अगर आप अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारना/बढ़ाना चाहते हैं तो इसमें समय और सब्र दोनों लगेंगे. आमतौर पर क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनने में 6 महीने से लेकर 1 साल तक का वक्त लगता है. कम क्रेडिट स्कोर को आसानी से बढ़ाया जा सकता है लेकिन तरीका सही होना चाहिए. इस रिपोर्ट में हम कुछ ऐसे ही टिप्स बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप क्रेडिट स्कोर को सुधार सकते हैं या फिर बेहतर रख सकते हैं...
समय पर पेमेंट
अपने बकाया लोन का समय पर भुगतान न करना एक बड़ी गलती हो सकती है. यह आपके क्रेडिट स्कोर को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. अगर आपकी EMI चल रही हैं तो इनका समय पर भुगतान करना चाहिए. देरी होने पर न केवल पेनल्टी भरनी होती है बल्कि क्रेडिट स्कोर भी कम हो जाता है. इसलिए EMI वक्त पर भरें.
एक अच्छे क्रेडिट मिक्स को बनाए रखना
अगर आपने अलग-अलग प्रकार के लोन लिये हैं जैसे- पर्सनल लोन, होम लोन, ऑटो लोन और सभी का भुगतान समय से कर दिया है तो यह दिखाता है कि आप हर तरह के लोन को मैनेज करने में समर्थ हैं. अगर आपने बहुत ज़्यादा अन-सिक्योर्ड लोन लिए हैं जैसे कि पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड तो यह दर्शाता है कि आप किसी भी तरह क्रेडिट लेना चाहते हैं और क्रेडिट पर बहुत ज़्यादा निर्भर हैं. इसका आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए जरूरी है कि आपके क्रेडिट प्रोफाइल में सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन का बैलेंस दिखे. अच्छे क्रेडिट मिक्स का आपके क्रेडिट स्कोर पर कम प्रभाव पड़ता है. क्रेडिट मिक्स में सिक्योर्ड लोन्स ज्यादा और अनसिक्योर्ड लोन कम रखने की कोशिश करनी चाहिए. सिक्योर्ड लोन्स जैसे होम लोन, कार लोन आदि. यदि आपके पास सिक्योर्ड लोन की तुलना में अनसिक्योर्ड लोन की संख्या अधिक है तो अच्छा क्रेडिट बैलेंस बनाए रखने के लिए अनसिक्योर्ड लोन का पहले भुगतान करें.
क्रेडिट रिपोर्ट में कमियों को जांचें
कई तरह की ऐसी कमियां होती है, जिनके बारे में आप नहीं जानते हैं और वे आपके क्रेडिट स्कोर को कम कर सकती हैं. उदाहण के तौर पर आपने अपनी ओर से अपना लोन पूरी तरह से चुका दिया है और इसे बंद कर दिया है लेकिन यह प्रशासनिक कमी के कारण अभी भी एक्टिव दिखाई दे रहा है. ऐसे में आपकी क्रेडिट हिस्ट्री में आपका लोन चालू आता रहेगा और आप वक्त पर लोन न चुकाने के आरोपी बन सकते हैं. इसी तरह आपको अन्य कमियों और संदिग्ध गतिविधियों पर भी नजर रखनी होगी और इन्हें हल करना होगा.
बकाया न रखें
अपने सभी क्रेडिट कार्ड के बकाया को समाप्त करना क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के लिए ज़रूरी कदम है. अगर आप अपने क्रेडिट स्कोर में सुधार करना चाहते हैं तो तय तारीख से पहले अपने क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि का भुगतान करें.
एक समय पर कई लोन लेने से बचें
अपने क्रेडिट स्कोर को कम होने से बचाने के लिए एक से अधिक लोन लेने से पहले, मौजूदा लोन को चुकाना सबसे अच्छा है. एक बार में कई लोन लेने से यह संदेश जाता है कि आपके पास उन सभी का भुगतान करने के लिए पैसों की कमी हो सकती है. यह क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करता है. साथ ही लेंडर्स भी जोखिम को देखते हुए लोन देने से इनकार कर सकते हैं. इसलिए कोशिश करें कि एक बार में एक लोन लें और उसका समय पर भुगतान करें. इससे आपके क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
इस्तेमाल न होने वाले कार्ड बंद कराने से बचें
कई लोगों को यह गलतफहमी है कि इस्तेमाल नहीं होने वाले क्रेडिट कार्ड बंद कराने से क्रेडिट स्कोर बढ़ाने में मदद मिल सकती है. लेकिन यह सच नहीं है. हालांकि एक कार्ड बंद कराने से उस पर लगने वाली सालाना फीस या रिन्युअल फीस बचाई जा सकती है. लेकिन इससे आपकी क्रेडिट लिमिट घट जाएगी. इसलिए कोशिश करें कि पुराने क्रेडिट कार्ड बंद न कराएं, यह क्रेडिट स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है. पुराने क्रेडिट कार्ड, बैंक/NBFC के साथ आपका लंबे वक्त से जुड़ाव दर्शाते हैं, जिसे क्रेडिट ब्यूरो अच्छा मानते हैं. यह क्रेडिट स्कोर बेहतर रखने में मददगार है.
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल, लिमिट में करें
अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने के सबसे महत्वपूर्ण तरीकों में से एक है क्रेडिट कार्ड की पूरी लिमिट का उपयोग न करना. हर महीने अपनी क्रेडिट लिमिट का केवल 30 प्रतिशत खर्च करना सुनिश्चित करें. आपके क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 30 प्रतिशत से अधिक खर्च यह दर्शाता है कि आप अपने खर्चों को बिना सोचे समझे करते हैं. हालांकि 60-70 प्रतिशत तक क्रेडिट लिमिट का इस्तेमाल क्रेडिट स्कोर को प्रभावित नहीं करता. लेकिन इससे ज्यादा खर्च क्रेडिट स्कोर पर असर डालता है.