वास्तु के अनुसार घर को कैसे रंगे?
इस लेख में वास्तुआचार्य मनोज श्रीवास्तव ने वास्तु के अनुसार घर के विभिन्न दिशाओं में रंग चुनने के सुझाव दिए है। आप अपने विवेकानुसार इनका पालन करें और ध्यान रखें कि रंग वही चुने जो आपको सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण करे।
वास्तुआचार्य मनोज श्रीवास्तव के अनुसार, “वास्तु के अनुसार घर को रंगने से आप अपने जीवन में मनचाहे रंग भर सकते हैं। हर रंग आपके जीवन में अलग-अलग तत्वों को संतुलित कर आपके जीवन को समरस बनाता है।”
कई रंग वाइब्रेंट रेड जैसे जीवंत होते हैं और कई रंग एक्वा-ब्लू जैसे सुखदायक और शान्तिदायक होते है। फिर कुछ रंग जैसे ऑफ-वाइट हैं जो तटस्थया न्यूट्रल होते हैं और आल-राउंडर के समान कहीं भी उपयोग किये जा सकते हैं। कौन सा रंग किस दिशा में है आपके मूड को निर्धारित करता है। उर्जावान, थकान, शांत, जागृतया रोमांटिक ये सारी मनोदशाएँ घर में किये गए रंगों पर निर्भर करती हैं। एक बात का ध्यान रखें की अगर घर के किसी दिशा का उपयोग सोने या आराम करने के लिए है तो वहां इस लेख में दिए गए रंग के हलके शेड का उपयोग करें और अगर उस दिशा का उपयोग कार्य करने के लिए है तो वहाँ उस रंग के चमकीले शेड का उपयोग करें।
तो आइये वास्तुआचार्य मनोज श्रीवास्तव से समझते हैं की घर के किन हिस्सों में कौन सा रंग करना चाहिए।
बेडरूम
बेडरूम में गरम और शान्तिदायक रंग होने चाहिए। मिट्टी के रंग से मिलते जुलते कलर इसके लिए सर्वोत्तम है - जैसे कि क्रीम, आइवरी ब्राउन का हल्का शेड या पीच। पिंक कलर भी विवाहित जोड़े के कमरे के लिए अच्छा है क्योंकि ये रोमांटिक मूड बनाता है। बेडरूम में ज्यादा चमकदार या मैटेलिक कलर नहीं होना चाहिए नहीं तो नींद में दिक्कत आएगी।
रसोईघर
किचन के सफ़ेद रंग सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि फिर सारा ध्यान खाने के रंग और रस पर जाता है। अगर आप किचन का नवीकरण कर रहे हैं तो वाइट कैबिनेट्स का चयन कर सकते हैं। किचन का टॉप के लिए पीले या हरे रंग का चयन कर सकते हैं। किचनटॉप के लिए ग्रेनाइट का उपयोग नहीं करें तो अच्छा रहेगा। वास्तु के नियमों के अनुसार रसोईघर आम तौर पर दक्षिण-पूर्व या उत्तर-पश्चिम में बनाये जाते हैं। अगर आपकी रसोई दक्षिण-पूर्व में है तो सफ़ेद के साथ साथ हरा, लाल, या सुनहरा कलर कैबिनेट में कर सकते है और हरे रंग का पत्थर टॉप में लगा सकते हैं। अगर किचन उत्तर-पश्चिम में है तो पीला, नीला, ग्रे रंग कैबिनेट में इस्तेमाल कर सकते है और पीले रंग का पत्थर काउंटर पर लगा सकते हैं
लिविंग रूम
बैठक, लिविंग रूम और डाइनिंग रूम घर के ऐसे स्थान है जहां ज्यादा उर्जा होना चाहिए। चमकीले शेड या मैटेलिक रंग इनकी दीवारों पर करें। चमकदार नीला, लाल, या हरा रंग इस जगह को खुशहाल उर्जाओं से भर देते हैं।
होम ऑफिस (घर में बना कार्यस्थल)
आजकल वर्क-फ्रॉम-होम का चलन है और कई लोग अपने घर में एक कमरे को ऑफिस की तरह उपयोग करने लगे हैं।इस जगह अधिक उर्जा और गतिशीलता आवश्यक है साथ ही ये देखना जरूरी है कि यहाँ तनाव मुक्त तरीके से कार्य किया जा सके और साथ ही इतनी शान्ति भी न हो कि काम करते करते नींद आ जाए। ऑफ-वाइट, यापेस्टल कलर यहाँ पर सर्वदा उपयुक्त हैं, हल्का हरा रंग प्रगति को दर्शाते हैं, हल्का नीला कलर आमदनी का द्योतक है वहीँ हल्का बैंगनी रंग दिमाग को स्पष्टता प्रदान करते हैं। अगर कार्य तनावपूर्ण है तो हलकी मिट्टी का उपयोग कर सकते हैं।
इस लेख में वास्तुआचार्य मनोज श्रीवास्तव ने वास्तु के अनुसार घर के विभिन्न दिशाओं में रंग चुनने के सुझाव दिए है। आप अपने विवेकानुसार इनका पालन करें और ध्यान रखें कि रंग वही चुने जो आपको सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण करे।
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