ये है जीरो वेस्ट वाला Business Idea, प्रदूषण को देगा मात और आपकी होगी तगड़ी कमाई
अगर आप बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो कपड़े के बैग बनाने का बिजनस कर सकते हैं. ये प्रदूषण को मात देगा और आपकी तगड़ी कमाई होगी. इसमें आपको 12-15 फीसदी तक का मार्जिन मिलेगा.
प्लास्टिक का इस्तेमाल कितना खतरनाक है, ये पिछले कुछ सालों में दुनिया भर के लोगों को समझ आ चुका है. यही वजह है कि भारत सरकार ने कई तरह के सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध (Single Use Plastic Ban) लगा दिया है. जिन चीजों पर बैन लगा है, उनमें से एक है पॉलीथीन बैग. इसकी वजह से बहुत सारा प्रदूषण होता था और जगह-जगह गंदगी फैली रहती थी. मिट्टी में भी यह बिना सड़े-गले सालों तक पड़ा रहता था और तमाम जगहों पर नालियां चोक कर देता था. ऐसे में अब लोग कपड़े के बैग इस्तेमाल करने लगे हैं, जो लंबे वक्त तक चलते हैं और पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाते. आप कपड़े के बैग (Cloth Bag) बनाने का बिजनस (Business Idea) कर के मोटी कमाई कर सकते हैं.
लाइसेंस से लेकर मशीनों तक की पड़ेगी जरूरत
अगर आप कपड़े के बैग बनाने का बिजनस करने की सोच रहे हैं तो उसके लिए आपको सबसे पहले जीएसटी नंबर, नॉन पॉल्यूशन सर्टिफिकेट, ट्रेड लाइसेंस और फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट लेना होगा. इसके बाद आपके पास करीब 3000 स्क्वायर फुट की जगह होनी चाहिए, जहां पर आप मशीनें लगा सकें. कपड़े के बैग बनाने के लिए डी-कट नॉन वोवन बैग्स मशीन, डब्ल्यू कट नॉन वोवन बैग्स मशीन, सिलाई मशीन, प्रिंटिंग मशीन और वजन करने वाली मशीन की जरूरत होगी.
कितनी लागत, कितना मुनाफा?
इस बिजनेस में आपको दो तरह का खर्च होगा. पहला होगा फिक्स खर्च, जो मशीनों, लाइसेंस, स्ट्रक्चर, जगह आदि पर होगा. वहीं दूसरा होगा ऑपरेशनल खर्च, जो बिजली, कच्चा माल, लेबर, किराया, ट्रांसपोर्ट, मार्केटिंग आदि पर खर्च होगा. मशीनों के जरिए आप बड़े आराम से एक दिन में 5 हजार बैग तैयार कर सकते हैं. ये बैग बाजार में 60-80 रुपये किलो के भाव से बिक सकते हैं. बड़े लेवल पर बिजनस करने पर आपको 20-25 लाख रुपये तक का निवेश करना पड़ सकता है.
कपड़े के बैग के बिजनस में थोक में 12-15 फीसदी का मार्जिन मिलता है, जबकि रिटेल में करीब 22-25 फीसदी का मार्जिन मिलता है. इस बिजनस में थोक में मार्जिन कम होने की वजह से आपको तगड़ा मुनाफा तभी होगा, जब आप ज्यादा प्रोडक्शन करेंगे. ऐसे में जब आप बिजनस करने का फाइनल डिसीजन ले रहे हों तो ऑटोमेटिक मशीन को ज्यादा तवज्जो दें. इस बिजनस को शुरू करने से पहले मार्केट रिसर्च जरूर करें, ताकि डिमांड का अनुमान लगाया जा सके. बेहतर होगा कि आप पहले से ही कुछ ऑर्डर हासिल कर लें, ताकि शुरुआती दौर में आपको नुकसान ना झेलना पड़े.
सरकार लोन से मिलेगी मदद
अगर तमाम रिसर्च के बाद आपने कपड़े के बैग बनाने का बिजनस करने की ठान ली है और पैसों का इंतजाम नहीं हो पा रहा है तो आपको सरकारी मदद मिल सकती है. आप चाहे तो सरकार की तरफ से मुहैया कराए जाने वाले मुद्रा लोन का फायदा उठा सकते हैं. स्टैंडअप इंडिया के तहत आपको आसानी से मुद्रा लोन मिल जाएगा और आप अपना बिजनस शुरू कर सकते हैं. इस बिजनस से आप ना सिर्फ प्रदूषण को कम करने में मदद करेंगे, बल्कि रोजगार भी पैदा करेंगे. इस बिजनस में एक अच्छी बात ये है कि इसमें कुछ भी वेस्ट यानी बर्बाद नहीं होता है. कपड़ों के बैग बनाने के बाद जो भी कतरन निकलती है, उसका इस्तेमाल गद्दियां आदि में भरने में हो जाता है.