IIT Madras के रिसर्चर्स ने देश के पहले Centrifugal Fiber Spinning Unit वाले स्टार्टअप की शुरुआत की
सेरातत्वा इनोटेक प्राइवेट लिमिटेड स्टार्टअप ने अल्ट्रास्पिनर नामक देश का पहला ऐसा सेंट्रीफ्यूगल स्पिनिंग यूनिट भी विकसित किया है जो कि मार्केट में उपलब्ध होगा. रिसर्चर्स इससे मौजूदा फाइबर मैन्यूफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी से जुड़ी प्रमुख समस्याओं का समाधान करने का दावा करते हैं.
देश के रणनीतिक क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण प्रीसेरामिक प्रीकर्सर/पॉलिमर करने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास के रिसर्चर्स ने देश का पहला स्टार्टअप शुरू किया है.
सेरातत्वा इनोटेक प्राइवेट लिमिटेड स्टार्टअप ने अल्ट्रास्पिनर नामक देश का पहला ऐसा सेंट्रीफ्यूगल स्पिनिंग यूनिट भी विकसित किया है जो कि मार्केट में उपलब्ध होगा. रिसर्चर्स इससे मौजूदा फाइबर मैन्यूफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी से जुड़ी प्रमुख समस्याओं का समाधान करने का दावा करते हैं.
को IIT मद्रास इनक्यूबेशन सेल द्वारा इनक्यूबेटेड किया गया है और यह IIT मद्रास रिसर्च पार्क में स्थित है.
सिरेमिक और पॉलीमर फाइबर एयरोस्पेस, रक्षा, ऊर्जा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्युटिकल और टेक्सटाइल क्षेत्रों में इस्तेमाल होने वाली प्रमुख सामग्री है. इसके अलावा, ये फाइबर उभरते हाइड्रोजन ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण इनोवेशंस और प्रदर्शन में सुधार के लिए महत्वपूर्ण हैं.
अल्ट्रास्पिनर के संभावित मार्केट के बारे में बात करते हुए सेरातत्वा इनोटेक प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर और सीईओ डॉ. गणेश बाबू टी. ने कहा कि एनोड मैटेरियल्स के साथ-साथ सेपरेटर्स के थोक उत्पादन के लिए लिथियम-आयन बैटरी निर्माण उद्योग में 'अल्ट्रास्पिनर' की तत्काल आवश्यकता है. 'अल्ट्रास्पिनर' का उपयोग ईंधन सेल और इलेक्ट्रोलाइजर प्रौद्योगिकियों के लिए प्रमुख सामग्रियों के उत्पादन के लिए भी किया जाता है.
कंपनी के सीओओ रघुनाथ शर्मा ने कहा कि इस पेटेंट उत्पाद को हाई वोल्टेज प्रोसेसिंग की आवश्यकता नहीं है और इसमें यूजर फ्रेंडली ऑपरेशन फीचर्स हैं. यह उपकरण प्रीकर्सर्स की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए फ्लेक्सिबल है और प्रत्येक मिनट में एक ग्राम फाइबर का उत्पादन कर सकता है जो पारंपरिक तकनीक की तुलना में 1,000 गुना अधिक है.