आईआईटी के प्रोफेसर ने संस्थान को दान कर दिया अपना फ्लैट, पत्नी बोलीं- यही उनकी आखिरी इच्छा थी
प्रोफेसर सुबीर कर द्रव यांत्रिकी में एक प्रसिद्ध रिसर्चर थे और उन्होने संस्थान में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कार्यक्रम को स्थापित करने में में भी मदद की थी।
आईआईटी के एक पूर्व प्रोफसर की पत्नी ने उनके मरणोपरांत एक बड़ा ही अनूठा दान संस्थान को दिया है। इन आईआईटी प्रोफेसर का निधन साल 2001 में हो गया था और अब उनकी 81 वर्षीय पत्नी ने अपनी संपत्ति को आईआईटी बॉम्बे को दान करने का फैसला किया है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नीना कर ने पिछले हफ्ते पवई स्थित अपना एक बेडरूम का फ्लैट संस्थान को दान किया है।
उन्होने बताया है कि यह उनके पति की इच्छा थी कि वह उस संस्थान को अपनी संपत्ति दान करें जहां उन्होने 30 सालों तक काम किया है। रिपोर्ट के अनुसार संपत्ति की कीमत का खुलासा नहीं किया गया है।
प्रोफेसर सुबीर कर द्रव यांत्रिकी में एक प्रसिद्ध रिसर्चर थे और उन्होने संस्थान में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कार्यक्रम को स्थापित करने में में भी मदद की थी।
प्रोफेसर की पत्नी नीना कर ने कहा, "उन्होंने इतने लंबे समय तक आईआईटी की सेवा की। वह हमेशा संस्थान को कुछ वापस देना चाहते थे। मैंने हमेशा उनके फैसले का पूरा समर्थन किया।"
1962 में, उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया और 1963 में उन्होने शादी की। तीन दशकों तक वह इस घर में रहे, उन्हे कोई संतान नहीं थी।
आईआईटी बॉम्बे के निदेशक सुभासिस चौधरी ने इस दान की सराहना की। उन्होंने कहा, "उन्होंने संस्थान के लिए जो किया है वह सरहनीय है... हमारे संस्थान के लिए यह इस तरह का पहला मौका है और हमें उम्मीद है कि कई अन्य लोग भी संस्थान के समर्थन में इस तरह से आगे आएंगे।”