अवैध व्यापार से करदाताओं को लगी भारी चपत, 58,521 करोड़ रुपये और 16 लाख नौकरियों का नुकसान हुआ
पांच प्रमुख उद्योगों में हुए कुल अवैध कारोबार में एफएमसीजी उद्योग का 75 प्रतिशत हिस्सा था. इन पांच उद्योगों में एफएमसीजी खाद्य वस्तुएं, एफएमसीजी घरेलू एवं निजी उपयोग की वस्तुएं, मोबाइल, तंबाकू और शराब उद्योग शामिल हैं.
रोजमर्रा के उपभोग का सामान (FMCG), मोबाइल फोन, तंबाकू उत्पाद और शराब सहित पांच प्रमुख उद्योगों में अवैध व्यापार के कारण 2019-20 में सरकारी खजाने को 58,521 करोड़ रुपये के साथ ही 16 लाख नौकरियां का नुकसान हुआ है. उद्योग मंडल फिक्की की एक रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई.
रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया कि इन उद्योगों में अवैध कारोबार का आकार वर्ष 2019-20 में 2.60 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक था. पांच प्रमुख उद्योगों में हुए कुल अवैध कारोबार में एफएमसीजी उद्योग का 75 प्रतिशत हिस्सा था. इन पांच उद्योगों में एफएमसीजी खाद्य वस्तुएं, एफएमसीजी घरेलू एवं निजी उपयोग की वस्तुएं, मोबाइल, तंबाकू और शराब उद्योग शामिल हैं.
अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाली तस्करी और जालसाजी गतिविधियों के खिलाफ फिक्की की समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘‘इन पांच प्रमुख उद्योगों में अवैध सामान के कारण सरकार को अनुमानित कर नुकसान 58,521 करोड़ रुपये है.'' इस रिपोर्ट का शीर्षक - ‘अवैध बाजार: हमारे राष्ट्रीय हितों के लिए खतरा’ है.
रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त रूप से तेजी से बढ़ते उपभोक्ता सामान उद्योग - घरेलू और निजी सामान, और पैकेज्ड खाद्य पदार्थ - विशेष रूप से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जो माल के कुल अवैध मूल्य का तीन-चौथाई और नौकरी के नुकसान का 68.5 प्रतिशत है. इन पांच प्रमुख उद्योगों में अवैध व्यापार के कारण सरकार को होने वाले कुल कर नुकसान में दो अत्यधिक विनियमित और उच्च कर वाले उद्योग- तंबाकू उत्पाद और शराब हैं. कुल कर हानि में इनकी लगभग 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
इन पांच क्षेत्रों में अवैध व्यापार के कारण सरकार को एफएमजीसी खाद्य वस्तुओं में 17,074 करोड़ रुपये के कर का नुकसान हुआ. शराब उद्योग में 15,262 करोड़ रुपये, तंबाकू उद्योग में 13,331 करोड़ रुपये, एफएमसीजी घरेलू एवं निजी उपयोग उद्योग में 9,995 करोड़ रुपये और मोबाइल फोन उद्योग में 2,859 करोड़ रुपये के कर का नुकसान हुआ.
16 लाख नौकरियां का हुआ नुकसान
रिपोर्ट में कहा गया कि अवैध व्यापार के कारण एफएमसीजी खाद्य वस्तुओं में सबसे अधिक 7.94 लाख नौकरियां गईं. इसके बाद तंबाकू उद्योग में 3.7 लाख, एफएमसीजी घरेलू एवं निजी उपयोग उद्योग में 2.98 लाख, शराब उद्योग में 97,000 और मोबाइल फोन उद्योग में 35,000 नौकरियों का नुकसान हुआ.
FICCI-CASCADE 'MASCRADE 2022' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि हमें अपने स्तर पर पूरी ताकत और साधनों के साथ तस्करी, अवैध व्यापार का मुकाबला करने की आवश्यकता है. इस खतरे को समाप्त करने के लिए इस तरह की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इंडस्ट्री बॉडीज, उपभोक्ताओं, खुदरा विक्रेताओं और अन्य हितधारकों के सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है.
Edited by Vishal Jaiswal