वैज्ञानिकों का कारनामा, डेंगू विषाणु की सभी प्रजातियों से प्रतिरक्षित मच्छर बनाए
वैज्ञानिकों ने पहली बार आनुवांशिक रूप से ऐसे मच्छर तैयार किए हैं जिनमें जानलेवा साबित हो सकने वाले डेंगू विषाणु की सभी प्रजातियों के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता होगी।
वाशिंगटन, वैज्ञानिकों ने पहली बार आनुवांशिक रूप से ऐसे मच्छर तैयार किए हैं जिनमें जानलेवा साबित हो सकने वाले डेंगू विषाणु की सभी प्रजातियों के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता होगी।
अमेरिका की सैन डिएगो-कैलिफोर्निया और वांडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने डेंगू को पनपने से रोकने के लिए विस्तृत श्रेणी के मानव एंटी बॉडी की पहचान की है।
यह अध्ययन मच्छरों में पहले नियोजित दृष्टिकोण को दिखाता है जिसमें डेंगू के चार ज्ञात प्रकारों को निशाना बनाया गया। इसमें पूर्व के डिजाइनों में सुधार किया गया जो केवल एक ही प्रकार के डेंगू विषाणु को लक्ष्य बनाते थे।
अनुसंधानकर्ताओं ने फिर “कार्गो” एंटी बॉडी डिजाइन किया जिसे डेंगू वायरस फैलाने वाली मादा एडीस एजिप्टी मच्छरों में कृत्रिम रूप में पहुंचाया गया।
यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबिया सैन डिएगो के सहयोगी प्राध्यापक उमर अकबरी ने कहा,
“एक बार मादा मच्छर के खून लेने पर एंटी बॉडी सक्रिय हो जाती है और फिर अपना काम करती है।”
अकबरी ने एक बयान में कहा,
“यह एंटी बॉडी विषाणु को अपने जैसे और विषाणु तैयार करने में रुकावट डालने में सक्षम है और मच्छर में इसके प्रसार को रोकती है जो फिर मनुष्यों में फैलने से इसे रोकता है।”
इस अनुसंधान को पीएलओएस पैथोजन्स पत्रिका में विस्तार से समझाया गया है।