हिंडनबर्ग के आरोपों का असर, जैक डोर्सी की नेटवर्थ में 526 करोड़ डॉलर की गिरावट
शॉर्ट-सेलर की रिपोर्ट में कहा गया है, ब्लॉक के बिजनेस के पीछे का जादू डिरप्टिव इनोवेशन नहीं है, बल्कि उपभोक्ताओं और सरकार के खिलाफ धोखाधड़ी करने का इरादा उसका है.
हाइलाइट्स
- हिंडनबर्ग रिसर्च ने जैक डोर्सी की कंपनी Block Inc पर लगाए धोखाधड़ी के आरोप
- डोर्सी की नेटवर्थ में 526 करोड़ डॉलर की गिरावट
- 11 फीसदी की गिरावट के बाद अब डोर्सी की नेटवर्थ 4.4 अरब डॉलर
जैक डॉर्सी की कंपनी ब्लॉक इंक (Jack Dorsey's Block Inc) पर हिंडनबर्ग की हालिया रिपोर्ट के बाद, उनकी नेटवर्थ में भारी गिरावट आई है. रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि पेमेंट कंपनी ने बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी को नजरअंदाज किया. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, गुरुवार को डोर्सी की नेटवर्थ में 526 करोड़ डॉलर की गिरावट आई, जो मई के बाद से एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है. 11 फीसदी की गिरावट के बाद अब उनकी संपत्ति 4.4 अरब डॉलर है.
बता दें कि Block ऐप मर्चेंट्स और कंज्यूमर्स के लिए पेमेंट्स और मोबाइल बैंकिंग सर्विसेज मुहैया करता है.
नाथन एंडरसन-समर्थित रिसर्च फर्म ने Block के CASH ऐप प्लेटफॉर्म पर काफी सुर्खियां बटोरीं. उनके अनुसार, कैश ऐप को अपनाने के कारण ब्लॉक का स्टारडम बढ़ा है. शॉर्ट-सेलर की रिपोर्ट में कहा गया है, ब्लॉक के बिजनेस के पीछे का जादू डिरप्टिव इनोवेशन नहीं है, बल्कि उपभोक्ताओं और सरकार के खिलाफ धोखाधड़ी करने का इरादा उसका है. साथ ही रेग्युलेशन से बचने, प्रीडेटरी लोन के ड्रेसअप, रिवोल्युशनरी टेक्नोलॉजी, निवेशकों को भ्रमित और मेट्रिक्स को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया है.
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जैक डोर्सी ने 5 बिलियन डॉलर का साम्राज्य खड़ा कर लिया है. साथ ही कंपनी ने आरोप लगाया कि डोर्सी और कंपनी के टॉप एग्जीक्यूटिव ने एक अरब डॉलर के शेयर्स बेच डाले हैं.
हालांकि, कंपनी ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि यह शॉर्ट-सेलर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की योजना बना रही है.
15 प्रतिशत नीचे बंद होने से पहले ब्लॉक के शेयर गुरुवार को 22 प्रतिशत तक गिर गए.
डोर्सी, जोकि ट्विटर के को-फाउंडर भी हैं, की अधिकांश निजी संपत्ति ब्लॉक से जुड़ी हुई है. ब्लूमबर्ग वेल्थ इंडेक्स का अनुमान है कि फर्म में उनकी हिस्सेदारी 3 अरब डॉलर है, जबकि एलन मस्क की सोशल मीडिया कंपनी में उनकी हिस्सेदारी 388 करोड़ डॉलर की है.
यह पहली बार नहीं है कि नाथन एंडरसन द्वारा चलाई जा रही हिंडनबर्ग ने अरबपतियों को चुना है और उनके साम्राज्य को गहरे झटके दिए हैं.
फर्म ने इस साल की शुरुआत में भारत के गौतम अडानी और उनके साम्राज्य की जांच जारी की, जिससे उनकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई और उनकी कुल संपत्ति से दसियों अरब डॉलर का नुकसान हुआ.
अडानी, जो एक समय दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे, अब 60.1 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ ब्लूमबर्ग वेल्थ इंडेक्स में 21वें स्थान पर हैं.
हिंडनबर्ग ने सितंबर 2020 में इलेक्ट्रिक कार निर्माता निकोला कॉर्प को भी निशाना बनाया. इसके बाद निकोला के स्टॉक में गिरावट आई और एक जांच के कारण अक्टूबर में इसके फाउंडर ट्रेवर मिल्टन को धोखाधड़ी के आरोप में सजा हुई.