कहानी उस म्यूज़िक वीडियो की जिसने वन्दे मातरम्, तिरंगे और देशप्रेम को नए अर्थ दिए
ए आर रहमान (A R Rahman) की आवाज में बजता ‘मां तुझे सलाम’ (Maa Tujhe Salaam). कौन सा ऐसा स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) का कार्यक्रम होगा जिसमें इसके बोल न सुनाई दें. आजादी के 50 वें सालगिरह पर आए इस गीत में वन्दे मातरम् (Vande Mataram) गीत और भारत दोनों को एक नए स्वाद के साथ पेश किया गया, जिसने भारतीयों के अंदर देशभक्ति की एक नई लहर भर दी.
इस वीडियो का आइडिया लाने वाले थे एडवर्टाइजिंग दुनिया की जानी मानी शख्सियत भारत बाला (Bharat Bala). YourStory हिंदी ने इस गाने के पीछे की कहानी को जानने के लिए उनसे बातचीत की. पेश है, उनके साथ बातचीत के कुछ अंश….
जब पिता ने दिया आइडिया
भारत बाला बताते हैं, 1997 की बात है, उस समय मैं ए़डवर्टाइजिंग फील्ड में था. मेरा करियर काफी बढ़िया चल रहा था. अभी तक मुझे कंपनियों से ब्रीफ मिलती थी लेकिन एक दिन मेरे पिता ने मुझे एक ब्रीफ दी. उस ब्रीफ ने मेरी जिंदगी की पूरी दिशा ही बदल दी. मेरे पिता आजादी की लड़ाई का हिस्सा रहे थे. इसलिए गांधी और उनकी फिलॉसफी बचपन से ही मुझसे जुड़ी रही.
एक दिन मेरे पिता ने मुझाया बुलाया और कहा, तुम बड़े-बड़े प्रॉडक्ट्स के लिए आइडिया लाते हो. उनके लिए लोगों के मन में भावना पैदा करते हो. क्या तुम ऐसा ही कुछ आइडिया ‘भारत’ के लिए बना सकते हो? कुछ ऐसा, जिसे देखकर युवाओं के मन में भारत के साथ एक अलग किस्म का रिश्ता बन जाए. अपनी चाह साझा करते-करते वो वन्दे मातरम् गीत पर आ गए. उन्होंने बताया कि आजादी की लड़ाई में वन्दे मातरम् का बहुत बड़ा हाथ रहा है. लेकिन उसे आए हुए 50 साल हो चुके थे. आज के भारत के लिए एक ऐसे वन्दे मातरम् गीत की जरूरत थी जो युवाओं में भारत को लेकर नए किस्म का जोश भरे.
एल्बम के लिए छोड़ दी एडवर्टाइजिंग
बाला कहते हैं, मेरे पिता की यह इच्छा सुनकर, मुझे अंदर से एक अलग सा एहसास हुआ. जैसे एक आवाज आ रही हो कि हां मुझे इसी रास्ते पर तो जाना था. मैंने इस बारे में अपनी पत्नी कनिका से बात की. हमने फैसला किया की हम एडवर्टाइजिंग छोड़ देंगे, और अब इसी आइडिया पर काम करेंगे. यहां से शुरू हुआ हमारा वन्दे मातरम् एल्बम का सफर…..
हमने तय कर लिया था कि वीडियो में एक-एक चीज वर्ल्ड क्लास की इस्तेमाल होंगी. मैंने झंडे की पेटिंग के लिए तमिल के एक मशहूर कलाकार थोता तरिणी से संपर्क किया. आवाज और साउंड के लिए मैं ए आर रहमान, जो मेरे बचपन के दोस्त हैं उनके पास गया. उन्होंने प्रपोजल सुनते ही हां कर दी.
मैं चाहता था कि लोग जब वीडियो में जब झंडे को लहरता देखें तो उनके अंदर भी एक लहर दौड़ जाए. मैंने लंदन जाकर यह शॉट फिल्माया. हमने बिट्रेन के ही एक सिनेमैटोग्राफर को साथ लिया और उन्हें लेकर देश के कोने-कोने में गए. मैं शुरू से अपनी टीम से कहता था, हमें ऐसा वीडियो ऐसा बनाना है जो एवरग्रीन रहे.
संसद में वीडियो पर मचा हंगामा
वीडियो बना, और जब बना तो छा गया. सभी चैनलों पर यह कई दिनों तक नंबर वन पर चलता रहा. वीडियो के डिस्ट्रीब्यूशन के लिए मैं कई बड़े ब्रैंड्स के पास गया. लेकिन कोई राजी नहीं हुआ. आखिर में कोलगेट ने हमसे संपर्क किया. लेकिन कोलगेट के साथ कोलैबोरेशन पर संसद में हंगामा हो गया, कि आखिर एक देशभक्ति गाने को मल्टीनैशनल कंपनी क्यों सपोर्ट कर रही है. इस पर चर्चा के लिए जॉइंट पार्लियामेंट्री कमिटी बैठी. हालांकि हमने अपनी बात रखी और वहां से हमें ग्रीन सिग्नल मिल गया.
बाला ने पार्लियामेंट्री कमिटी को इस वीडियो के लिए कैसे राजी किया? वीडियो बनने के बाद बाला के पिता का क्या रिएक्शन था? वन्दे मातरम् एल्बम के लिए बाला को कौन-कौन से पापड़ बेलने पड़े…इन सभी सवालों का जवाब मिलेगा YourStory हिंदी के इस वीडियो में. आर्टिकल में दिए लिंक के जरिए आप पूरा वीडियो देख सकते हैं.