India MSME Summit 2022: 21 जून से शुरू हो रहा है साल का मेगा ईवेंट, एक मंच पर साथ आएंगे इंडस्ट्री के दिग्गज
यह वर्चुअल समिट 21 जून से शुरू होकर 27 जून 2022 तक चलेगा. इसमें विभिन्न स्टेकहोल्डर्स, रेगुलेटर्स, पॉलिसीमेकर्स, टेक्नोलॉजी सॉल्युशंस प्रोवाइडर्स, SMB एंटरप्रेन्योर्स हिस्सा लेंगे.
भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में छोटे उद्योगों का बड़ा योगदान है. देश का MSME सेक्टर, GDP में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देता है. कोविड19 के झटके से उबरते हुए यह सेक्टर एक बार फिर खुद को खड़ा कर रहा है. इस बीच IPO लाने और शेयर बाजारों पर लिस्ट होने वाले SME की संख्या में भी तेज इजाफा हुआ है.
MSME के सामने आ रही चुनौतियों, उनके लिए मौजूद और आगामी पॉलिसीज, क्रेडिट फैसिलिटी, टेक्नोलॉजी सॉल्युशंस आदि को लेकर YourStory और SMBStory, India MSME Summit 2022 का चौथा एडिशन आयोजित करने जा रहे हैं. यह वर्चुअल समिट 21 जून से शुरू होकर 27 जून 2022 तक चलेगा. इसमें विभिन्न स्टेकहोल्डर्स, रेगुलेटर्स, पॉलिसीमेकर्स, टेक्नोलॉजी सॉल्युशंस प्रोवाइडर्स, SMB एंटरप्रेन्योर्स हिस्सा लेंगे. देश के MSMEs की एक्सपोर्ट में लगभग 45 प्रतिशत हिस्सेदारी है. ऐसे में एक्सपोर्ट के मामले में सामने आ रही चुनौतियों और उन्हें दूरे करने के उपायों पर भी चर्चा होगी.
होगा पैनल डिस्कशन
21 से 25 जून के बीच पार्टिसिपेंट्स, पैनल डिस्कशन का हिस्सा होंगे. इस दौरान MSME सेक्टर के लिए चुनौतियों और घरेलू व वैश्विक बाजारों में अवसरों पर बात की जाएगी. India MSME Summit 2022 में शामिल होने वाले स्पीकर्स में Dupatta Bazaar के फाउंडर गौरव गर्ग, Federation of India Micro and Small and Medium Enterprises के सेक्रेटरी जनरल अनिल भारद्वाज, Federation of Indian SME Associations के फाउंडर व प्रेसिडेंट चंद्रकांत सालुंखे, Priti International के फाउंडर, रितेश लोहिया, Amrutam की फाउंडर स्तुति गुप्ता आदि के नाम प्रमुख हैं.
स्पीकर्स साझा करेंगे अपने अनुभव और विचार
YourStory प्लेटफॉर्म पिछले 4 सालों से लगातार India MSME Summit का आयोजन कर रहा है. यह एक ऐसा मंच है, जहां आपको एंटरप्रेन्योर्स, सरकारी अधिकारी, इकोसिस्टम एक्सपर्ट्स एक साथ मिलेंगे और भारतीय अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन कहे जाने वाले MSME सेक्टर को लेकर व्यापक चर्चा होगी. एक सप्ताह लंबे ईवेंट के दौरान स्पीकर्स अपने अनुभव और विचार साझा करेंगे. इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स, एसोसिएशंस, गवर्मेंट बॉडीज, एंटरप्रेन्योर्स, MSME सेक्टर के लिए लाई गईं पॉलिसीज और उनके प्रभाव पर रोशनी डालेंगे. साथ ही सेक्टर की जरूरतों और भविष्य में इसके हित के लिए उठाए जा सकने वाले उपायों पर भी बात करेंगे.
मास्टरक्लासेज, वर्कशॉप्स, राउंडटेबल्स भी
भारत के MSME सेक्टर में 6.3 करोड़ से ज्यादा एंटरप्राइजेस हैं. इनमें से कुछ अभी भी महामारी के दुष्प्रभावों को झेल रहे हैं. उनकी मदद के लिए क्या किया जा रहा है और क्या किया जा सकता है, इसे लेकर भी समिट में चर्चा होगी. MSME के न्यू नॉर्मल और वित्तीय सहायता, विस्तार, उद्यमिता कौशल विकास जैसे पहलुओं पर भी रोशनी डाली जाएगी. इसके लिए पैनल डिस्कशन के साथ-साथ मास्टरक्लासेज, वर्कशॉप्स, राउंडटेबल्स आदि आयोजित की जाएंगी.