दो साल की गिरावट के बाद स्टार्टअप फंडिंग में दिखी बढ़ोतरी; 2024 की पहली छमाही में जुटाए 4.1 अरब डॉलर: Tracxn रिपोर्ट
2024 की पहली छमाही में सेक्टर के हिसाब से रिटेल, एंटरप्राइज एप्लिकेशन और फिनटेक सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले सेक्टर थे. रिटेल सेक्टर में फंडिंग में 32% की बढ़ोतरी हुई, यह 2024 की पहली छमाही में 1.63 बिलियन डॉलर तक पहुंच गयी, जबकि 2023 की पहली छमाही में यह 1.23 बिलियन डॉलर थी.
हाइलाइट्स
भारत के टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम ने 2024 की पहली छमाही में कुल 4.1 बिलियन डॉलर जुटाए, यह 3.96 बिलियन डॉलर से 4% ज्यादा है.
2024 की पहली छमाही में टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत चौथा सबसे फंडिंग पाने वाला देश रहा.
2024 की पहली छमाही में अप्रैल में सबसे अधिक मासिक फंडिंग (862 मिलियन डॉलर) देखी गयी, जबकि 2023 की पहली छमाही के दौरान जनवरी में में सबसे अधिक फंडिंग (1.41 बिलियन डॉलर) देखी गयी थी.
2024 की पहली छमाही में 3 यूनिकॉर्न, 17 IPOs के साथ सूनिकॉर्न क्लब में 33 नए नाम जुड़ गए.
2024 की पहली छमाही में कुल जुटाए गए फंड्स के मामले में बेंगलुरु इस क्षेत्र में सबसे आगे है, उसके बाद मुंबई और हैदराबाद का स्थान है.
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ने 2024 की पहली छमाही के लिए अपनी इंडिया टेक अर्ध-वार्षिक फंडिंग रिपोर्ट पेश की. रिपोर्ट 2024 की छमाही के लिए भारत के टेक्नॉलजी क्षेत्र में फंडिंग के रुझान, इस क्षेत्र के प्रदर्शन और उसमें उल्लेखनीय विकास पर बहुमूल्य जानकारी उपलब्ध कराती है.रिपोर्ट के अनुसार, भारत के टेक स्टार्टअप ने 2024 की पहली छमाही में 4.1 बिलियन डॉलर जुटाए, जो 2023 की दूसरी छमाही में जुटाए गए 3.96 बिलियन डॉलर से 4% अधिक हैं. 2023 की पहली छमाही में जुटाए गए 4.8 बिलियन डॉलर की तुलना में 13% की कमी आयी, फिर भी भारत टेक स्टार्टअप सेक्टर में दुनिया भर में चौथा सबसे अधिक फंड पाने वाला देश बना हुआ है. फंडिंग की कुल मात्रा में संयुक्त राज्य अमेरिका सबसे आगे है, उसके बाद यूके और चीन हैं.
Tracxn की को-फाउंडर नेहा सिंह ने रिपोर्ट से प्राप्त जानकारी पर बोलते हुए कहा, “2022 की पहली छमाही के बाद से लगातार चार छमाही की अवधि में फंडिंग में गिरावट के बावजूद, अब हम ऊपर की ओर बढ़ते हुए स्थिर होने के संकेत दिखा रहे हैं. टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम में चौथे सबसे अधिक फंडिंग पाने वाले देश के रूप में भारत का मजबूत प्रदर्शन उत्साहवर्धक है. भारतीय स्टार्टअप रिटेल और एंटरप्राइज़ एप्लीकेशन में हो रहे विकास से लेकर फिनटेक में जबरदस्त प्रगति तक उद्योगों में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं और आर्थिक विकास को गति दे रहे हैं.”
फंडिंग की विभिन्न स्टेज में दिखने वाले नजारे अलग-अलग रुझानों को दिखा रहे हैं: सीड-स्टेज (एकदम शुरुआती स्तर पर होने वाली) फंडिंग बढ़कर 455 मिलियन डॉलर हो गयी, जो 2023 की दूसरी छमाही से 6.5% अधिक है, लेकिन 2023 की पहली छमाही से 17.3% कम है. शुरुआती स्टेज के स्टार्टअप ने 1.3 बिलियन डॉलर की अच्छी-खासी फंडिंग राशि बनाए रखी, यह 2023 की दूसरी छमाही के बराबर है, लेकिन 2023 की पहली छमाही की तुलना में 28% कम है. बाद की स्टेज में होने फंडिंग बढ़कर 2.4 बिलियन डॉलर हो गयी, यह 2023 की दूसरी छमाही से 3.8% ज्यादा है, लेकिन इसमें 2023 की पहली छमाही की तुलना में 1.3% की मामूली गिरावट देखी गयी.
2024 की पहली छमाही में इन चुनौतियों के बावजूद 100 मिलियन डॉलर से अधिक के 8 फंडिंग राउंड देखने को मिले, जैसे Google के नेतृत्व में Flipkart का 350 मिलियन डॉलर सीरीज़ J राउंड, Apollo 24|7 का 297 मिलियन डॉलर PE राउंड, और Meesho का 275 मिलियन डॉलर सीरीज़ F राउंड.
2024 की पहली छमाही में सेक्टर के हिसाब से रिटेल, एंटरप्राइज एप्लिकेशन और फिनटेक सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले सेक्टर थे. रिटेल सेक्टर में फंडिंग में 32% की बढ़ोतरी हुई, यह 2024 की पहली छमाही में 1.63 बिलियन डॉलर तक पहुंच गयी, जबकि 2023 की पहली छमाही में यह 1.23 बिलियन डॉलर थी. एंटरप्राइज एप्लिकेशन सेक्टर ने 2024 की पहली छमाही में 933 मिलियन डॉलर जुटाए, यह 2023 की पहली छमाही में जुटाए गए 1.04 बिलियन डॉलर से 10% कम हैं. फिनटेक सेक्टर की फंडिंग में 50% की गिरावट आयी, जो 2023 की पहली छमाही में 1.45 बिलियन डॉलर से गिरकर 2024 की पहली छमाही में 726 मिलियन डॉलर हो गयी.
2024 की पहली छमाही में, 3 यूनिकॉर्न सामने आए, यह 2023 की पहली छमाही में एक भी नहीं होने की तुलना में उल्लेखनीय बढ़ोतरी है, साथ ही सूनिकॉर्न क्लब में 33 नए नाम जोड़े गए. 2024 की पहली छमाही में IPO की संख्या भी बढ़कर 17 हो गयी, जो 2023 की पहली छमाही में 6 और 2023 की दूसरी तिमाही में 12 थी. सार्वजनिक होने वाली कुछ सबसे ऊपर की कंपनियां में TBO, TGIF एग्रीबिजनेस, रेडियोवाला और ट्रस्ट सिस्टम्स एंड S/w थीं. भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में होने वाले अधिग्रहण में गिरावट देखी गयी, 2024 की पहली छमाही में 43 अधिग्रहण हुए, जबकि 2023 की पहली छमाही में 75 अधिग्रहण हुए थे. उल्लेखनीय अधिग्रहणों में PingSafe शामिल है, जिसे SentinelOne द्वारा 100 मिलियन डॉलर में अधिग्रहित किया गया, यह 2024 की पहली छमाही में होने वाला सबसे अधिक मूल्यवान अधिग्रहण है, इसके बाद PureSoftware को हैप्पीएस्ट माइंड्स द्वारा 94.5 मिलियन डॉलर में अधिग्रहित किया गया.
इस अवधि के दौरान जुटायी गयी कुल फंडिंग के मामले में बेंगलुरु सबसे आगे रह कर सामने आया, उसके बाद दिल्ली और मुंबई रहे. 2024 की पहली छमाही में कुल मिलाकर सबसे बड़े निवेशक Accel, Blume Ventures और Peak XV Partners थे. सीड स्टेज में Venture Catalyst, Z Nation Lab और We Founder Circle सबसे बड़े निवेशक थे. Peak XV Partners, Alpha Wave Global और Saama Capital 2024 की पहली छमाही में सबसे सक्रिय रहने वाले शुरुआती स्टेज के निवेशक हैं. DST Global, Epiq Capital Advisors और UC-RNT फंड सबसे बड़े निवेशक हैं जो 2024 की पहली छमाही में अंतिम स्टेज के निवेश में सक्रिय रूप से शामिल रहे.