स्वदेशी मेटावर्स! वो 5 भारतीय स्टार्टअप जो बना रहे हैं मेटावर्स
आज यहां हम आपको उन पांच भारतीय स्टार्टअप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने इस साल अपने अनूठे प्रोडक्ट्स, सर्विसेज और भारतीय उपभोक्ताओं के लिए मेटावर्स को लोकल बनाने के प्रयासों के चलते ग़ज़ब की सुर्खियां बटोरी है.
जब से Facebook के को-फाउंडर और सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने कंपनी का नाम बदलकर मेटा (Meta) रखा है. तभी से इस शब्द को अधिक तवज्जोह मिली है. इसके साथ ही दुनिया 'मेटावर्स' से मुखातिब हुई.
मेटावर्स (Metaverse) दो शब्दों से मिलकर बना है — 'मेटा' (Meta) और 'वर्स' (Verse). 'मेटा' का मतलब होता है 'से परे' (beyond), यानि कि जिसके बारे में हम सोच नहीं सकते, हमारी कल्पना से परे. वहीं, 'वर्स' को 'यूनिवर्स' (Universe) से लिया गया है. जिसका मतलब होता है ब्रह्मांड. अब अगर इन दोनों शब्दों को एक साथ, एक टर्म में देखें तो ये बनता है — मेटावर्स. और इस तरह इसका मतलब होगा — एक ऐसी दुनिया, जो हमारी कल्पना से परे है. हमारी सोच से कई आगे है.
मेटावर्स कॉन्सेप्ट ने हमारे भौतिक और डिजिटल जीवन को सहजता से संवारने के अपने आकर्षण के साथ Web3 की दुनिया में तहलका मचा दिया है.
आज यहां हम आपको उन पांच भारतीय स्टार्टअप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने इस साल अपने अनूठे प्रोडक्ट्स, सर्विसेज और भारतीय उपभोक्ताओं के लिए मेटावर्स को लोकल बनाने के प्रयासों के चलते ग़ज़ब की सुर्खियां बटोरी है.
Loka
साल 2021 में, कृष्णन सुंदरराजन ने एक मेटावर्स मल्टीप्लेयर गेमिंग प्लेटफॉर्म Loka की स्थापना की. यहां प्लेयर अपने अवतार में शहरों के फेमस एरिया के 3D वर्जन में घूम सकते हैं, जैसे चेन्नई में टी. नगर, बेंगलुरु में एम.जी. रोड, मुंबई में मरीन ड्राइव और दिल्ली में कनॉट प्लेस आदि.
Iterality
2021 में फरहीन अहमद और मालव शाह द्वारा स्थापित, Interality एक वर्चुअल इंजन है जो मेटावर्स पर क्रिएट करने के लिए टूल और प्रोटोकॉल प्रोवाइड करता है. स्टार्टअप ब्रांड्स को अपनी वर्चुअल दुनिया लॉन्च करने में सक्षम बनाता है.
Trace Network Labs
लोकेश राव और सुनील अरोड़ा द्वारा 2021 में स्थापित, Trace Network Labs व्यक्तियों को मानव-जैसे अवतार NFTs (non-fungible tokens) के साथ मेटावर्स में अपनी लाइफ स्टाइल को प्रोजेक्ट करने में मदद कर रहा है. स्टार्टअप एक टेक स्टैक भी बना रहा है जो Buddy अवतारों के लिए मेटावर्स में वर्चुअल शॉपिंग के अनुभव को सक्षम करेगा.
Ikonz
अबिनाव वर्मा कालिदिंडी द्वारा 2021 में स्थापित, Ikonz भारतीय पौराणिक कथाओं से कहानियों, पात्रों और IPs (Intellectual Propertys) को दुनिया के सामने लाने के लिए एक भारतीय मेटावर्स का निर्माण कर रहा है. स्टार्टअप को प्रसाद वंगा और अभिनेता राणा दग्गुबाती का समर्थन प्राप्त है.
Plutoverse
2021 में, प्रशांत शर्मा और अर्जुन धुर्वे ने एक वर्चुअल रियलिटी वर्ल्ड, Plutoverse की स्थापना की, जहां लोग मनोरंजन की तलाश करने और अपना दैनिक जीवन जीने के लिए अपने अवतार डिजाइन कर सकते हैं.
आपको बता दें कि मेटावर्स में किसी का अवतार बनाने के लिए उसकी 360 डिग्री स्कैनिंग होती है. मेटावर्स में खरीद-बिक्री के लिए क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल होता है. मेटावर्स पूरी तरह से हाई-स्पीड इंटरनेट पर निर्भर करता है. मेटावर्स भले ही एक आभासी दुनिया है लेकिन इसमें हार्डवेयर का इस्तेमाल बड़े स्तर पर होता है. मेटावर्स इंटरनेट का भविष्य है.
मैकिन्से एंड कंपनी (Mckinsey and Company) की ताजा रिपोर्ट 'वैल्यू क्रिएशन इन द मेटावर्स' (Value Creation in the Metaverse) के अनुसार, 2030 तक, मेटावर्स इंडस्ट्री (Metaverse industry) की वैल्यू 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है.
मेटावर्स में लोग वर्चुअल एसेट्स किराए पर लेते हैं. वे रिवार्ड हासिल करते हैं. कमर्शियल वर्चुअल एसेट्स में वे ग़ज़ब का मुनाफ़ा कमा रहे हैं. अभी भी कुछ लोगों के लिए मेटावर्स की दुनिया नवजात है. इसके साथ अनिश्चितता और झिझक से परे जाकर खेला जा सकता है. यहां इश्क से रिस्क आपको मुनाफा दे सकता है. बड़ी बात यह है कि जिस तरह से वास्तविक दुनिया में प्रोपर्टी खरीदी और बेची जाती है. मेटावर्स में भी आप इसे किसी ऐसे शख्स को बेच सकते हैं जो इसमें अधिक कीमत पर निवेश करना चाहता है. यहां फिर एक और सबसे अच्छी बात यह है कि आप मेटावर्स में जो पैसा कमाते हैं, वह वास्तविक दुनिया में भी मान्य होता है.