निवेशकों ने म्यूचुअल फंड योजनाओं से 2022 में निकाले 2.3 लाख करोड़ रुपये, क्यों?
ब्याज दर बढ़ने और इक्विटी शेयर में बेहतर रिटर्न से बीते वर्ष म्यूचुअल फंड की निश्चित आय वाली योजनाओं पर विपरीत असर पड़ा है और इस खंड से शुद्ध रूप से 2.3 लाख करोड़ रुपये निकाले गये हैं. हालांकि ब्याज दर में वृद्धि की गति धीमी पड़ने को देखते हुए इस साल स्थिति पलटने की संभावना है. म्यूचुअल फंड की निश्श्चित आय वाली योजनाओं के तहत बॉन्ड, प्रतिभूतियों जैसे वित्तीय उत्पादों में निवेश किया जाता है.
म्यूचुअल फंड कंपनियों का संघ एसोसएिशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार यह वर्ष 2021 में शुद्ध रूप से निकाले गये 34,545 करोड़ रुपये से यह कहीं अधिक है.
मॉर्निंगस्टार इंडिया में वरिष्ठ विश्लेषक प्रबंधक (अनुसंधान) कविता कृष्णन ने पीटीआई-भाषा से बात करते हुए कहा, "बॉन्ड, पतिभूतियों में निवेश वाली म्यूचुअल फंड की योजनाओं के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है. ब्याज दर में वृद्धि की गति अब मंद पड़ रही है. इसको देखते हुए 2023 में स्थिति बदलने की संभावना है."
उन्होंने कहा, "मूल्यांकन के लिहाज से इक्विटी शेयर बाजार में दबाव दिख रहा है. ऐसे में निवेशक मध्यम अवधि की बॉन्ड, प्रतिभूतियों में निवेश वाली म्यूचुअल फंड योजनाओं का रुख कर सकते हैं, जो उन्हें अपेक्षाकृत बेहतर रिटर्न दे सकता है."
निश्चित आय वाली म्यूचुअल फंड योजनाओं से बीते वर्ष के 12 महीनों में से पांच में निकासी की गयी. कुल मिलाकर हमेशा निवेश के लिये उपलब्ध निश्चित आय वाली म्यूचुअल फंड योजनाओं से 2022 में शुद्ध रूप से 2.3 लाख करोड़ रुपये निकाले गये.
क्या होते हैं म्यूचुअल फंड?
म्यूचुअल फंड पैसों का एक समान पूल होता है जिसमें समान निवेश उद्देश्यों के निवेशक अपना योगदान रखते हैं, जिसे स्कीम के निश्चित उद्देश्यों के अनुसार निवेश किया जाता है. निवेश प्रबंधक एकत्रित पैसों का निवेश उन संपत्तियों में करता है जिन्हें स्कीम के निश्चित उद्देश्यों द्वारा परिभाषित किया जाता हैं. उदाहरण के लिए, किसी इक्विटी फंड को इक्विटी और इक्विटी से संबंधित साधनों में और ऋण फंड को गिल्ट आदि में निवेश किया जाएगा.
विभिन्न प्रकार के म्युचूअल फंड की विभिन्न स्तर की अस्थिरता या संभवित मूल्य होता है, और ऐसे फंड जिनके मूल्य कम होने की संभावना होती है वे फंड भी समय के साथ आपको अच्छा लाभ दे सकते हैं. इसलिए जोख़िम के दो पहलू होते हैं: जिनके कारण आपके निवेश का मूल्य बढ़ता-गिरता है, लेकिन स्वाभाविक है कि आप उच्च लाभ कमाने की उम्मीद रख सकते हैं.
यह हर निवेशक को ध्यान में रखना सहायता पूर्ण होगा कि सभी वित्तीय निवेशों में उतार-चढ़ाव होता है. उनमें बहुत ही कम पूरी तरह से सुरक्षित होते हैं और ऐसे होते हैं जो लंबे समय में इतना भी लाभ नहीं देते हैं कि मुद्रास्फिति का सामना कर सकें.
Edited by रविकांत पारीक