कोरोना वैक्सीन की तीनों डोज ले चुके लोगों को क्या बीमा में मिलेगी छूट? जानें इंश्योरर्स से क्या बोला IRDAI
इरडा ने पिछले सप्ताह जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा था कि मार्च 2022 तक कोविड के कारण 2.25 लाख से अधिक मृत्यु दावों का निपटान बीमा कंपनियों द्वारा किया गया था.
बीमा नियामक इरडा (Irdai) ने बीमा कंपनियों से कोविड-19 टीके की तीनों खुराक ले चुके लोगों को साधारण और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के रिन्युअल पर छूट देने का विचार करने को कहा है. कई देशों में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद इरडा ने यह अपील की है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने जीवन बीमा और साधारण बीमा प्रदान करने वाली कंपनियों से कोविड संबंधित दावों का यथाशीघ्र भुगतान और कागजी काम कम करने को भी कहा है.
पिछले सप्ताह कोविड-19 को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिये आयोजित बैठक में नियामक ने कहा कि बीमा कंपनियों को उन पॉलिसीधारकों को प्रोत्साहन देना चाहिए, जो उनके नेटवर्क में आने वाले स्वास्थ्य केंद्रों के जरिये आरटी-पीसीआर जांच कराते हैं.
सोशल मीडिया की लें मदद
सूत्रों के अनुसार, इरडा ने बीमा कंपनियों से सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार के जरिये कोविड महामारी की रोकथाम के लिये अपनाये जाने वाले व्यवहार को प्रोत्साहित करने को कहा. नियामक ने विदेश यात्रा बीमा के संदर्भ में ऐसी पॉलिसी तैयार करने वालों से विभिन्न देशों में कोविड जांच की जरूरत के बारे में सूचना का प्रचार-प्रसार भी करने को कहा.
सूत्रों ने कहा है कि नियामक ने बीमाकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि पैनल में शामिल अस्पताल, कोविड-19 के चलते अस्पताल में भर्ती होने पर जमा राशि नहीं लें. कैशलेस पॉलिसी होने के बावजूद कुछ अस्पतालों ने पहली और दूसरी लहर के दौरान कोविड उपचार के लिये राशि जमा कराने की मांग की थी.
बनाएं एक वॉर रूम
इरडा का बीमा उद्योग से यह भी कहना है कि बीमाकर्ताओं को, सबसे खराब स्थिति के लिए सभी हितधारकों को COVID से संबंधित सहायता देने के लिए एक वॉर रूम बनाना चाहिए. साथ ही डेटा को एक निर्धारित प्रारूप में रिपोर्ट किया जाना चाहिए ताकि कोई विसंगति न हो. वहीं दूसरी ओर, बीमाकर्ताओं ने नियामक से उपचार प्रोटोकॉल के मानकीकरण को देखने के लिए कहा है ताकि धोखाधड़ी के मामलों को कम किया जा सके.
मार्च तक कोविड के कारण 2.25 लाख मृत्यु दावों का निपटान
इरडा ने पिछले सप्ताह जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा था कि मार्च 2022 तक कोविड के कारण 2.25 लाख से अधिक मृत्यु दावों का निपटान बीमा कंपनियों द्वारा किया गया था. साधारण बीमाकर्ताओं और स्टैंडअलोन स्वास्थ्य बीमाकर्ताओं को बड़ी संख्या में COVID उपचार संबंधी दावे प्राप्त हुए, जिन्हें उद्योग ने काफी कुशलता से संभाला और 25,000 करोड़ रुपये के दावों का निपटान किया. रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार कुल 26,54,001 स्वास्थ्य बीमा दावों का निपटान किया गया. बीमा कंपनियों ने महामारी के कारण 2.25 लाख से अधिक मृत्यु दावों का निपटान किया और 31 मार्च, 2022 तक दावों के लिए 17,269 करोड़ रुपये का भुगतान किया.
Edited by Ritika Singh