आयरन मैन से प्रभावित हो वाराणसी के श्याम चौरसिया ने सेना के जवानों के लिए बनाया 'अनोखा' कवच, गोली भी नहीं करती असर
अवेंजर्स के आयरन मैन को कौन नहीं जानता होगा। मार्वल की फिल्मों में हॉलिवुड अभिनेता रॉबर्ट डॉनी जूनियर के इस किरदार का हर कोई फैन है। यह बात सभी मानते हैं कि फिल्मी सुपरहीरोज कहीं ना कहीं हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं। उनसे प्रेरित होकर कई बार हम ऐसा काम भी कर देते हैं जिसे करने की उम्मीद हमें खुद को भी नहीं होती है।
एक ऐसी दुनिया जहां मार्वल्स के अवेंजर्स और आयरन मैन सुपरहीरो लोगों के दिल-ओ-दिमाग में बसे हुए हैं। ऐसे में एक शख्स ने आयरन मैन से प्रभावित होकर देश के जवानों के लिए खास किस्म का सूट तैयार किया है।
हाल ही में पाकिस्तान की ओर से कई बार संघर्ष विराम उल्लंघन (सीजफायर) हुआ है। इसे देखते हुए इंडियन आर्मी ने भी अपने गोलाबारूद, बॉर्डर पर निगरानी और साथ ही यूएवी (हवा में उड़ने वाला मानवरहित यान जैसे- ड्रोन) को भी स्वदेशी तकनीकों से बढ़ाया है।
ऐसे में श्याम चौरसिया का यह आविष्कार सेना के जवानों की मदद करने में कारगर साबित हो सकता है। वाराणसी के अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ऐंड मैनेजमेंट में पार्ट टाइम काम करने वाले श्याम ने आयरनमैन से प्रभावित होकर जवानों के लिए एक अनोखा सूट मॉडल (कवच) तैयार किया है। इसका मकसद युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों को सुरक्षा देना है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए श्याम बताते हैं,
'यह एक मेटल सूट है जिसे भारतीय सेना के जवानों की मदद के लिए खासतौर पर तैयार किया है ताकि वे आंतकवादियों और दुश्मनों के सामने मजबूती से लड़ते रहें। फिलहाल यह केवल एक डेमो है लेकिन ये युद्ध के समय जवानों की मदद कर सकता है।'
देखा जाए तो यह एक जुगाड़ ही है। इसे टिन से बनाया गया है और उम्मीद है कि आगे इसे बनाने के लिए अच्छे मेटल का प्रयोग किया जाएगा। फिलहाल श्याम का सूट एक मॉडल है और वह इसे अधिक मजबूत बनाने के लिए फंड की तलाश कर रहे हैं।
इस सूट की कई खासियतें हैं। यह सूट 360 डिग्री पर काम करता है यानी कि इससे सैनिक चारों तरफ फायरिंग कर सकता है। इस पर गोली का असर भी नहीं होता है। इसे फेसबुक और व्हाट्सअप के जरिए भी कंट्रोल किया जा सकता है। इस सूट में मोबाइल कनेक्शन और सेंसर इंटीग्रेशन भी दिया गया है जिससे अगर पीछे से कोई अटैक करे तो उसके बारे में भी पता चल जाएगा।
सूट में गियर और मोटर भी लगाए गए हैं जिनसे अच्छी कनेक्टिविटी और रियल टाइम अपडेट भी मिलते हैं। श्याम को उम्मीद है कि इस सूट से जवानों की जान के जोखिम में कमी आएगी।
एनडीटीवी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, श्याम ने बताया,
'मैं डिफेंस रिसर्च ऐंड डेवलेपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) जैसी सरकारी एजेंसियों से अनुरोध करता हूं कि अपने जवानों की मदद के लिए इस सूट पर फोकस करें और इसकी कमियों को ढूंढकर इसे सैनिकों के लिए युद्ध में ले जाने लायक बनाएं। पाकिस्तान के साथ बाकी देश भी सूट के ऐसे मॉडल पर काम कर रहे हैं। हमारे सैनिकों की जान सबसे अधिक कीमती है। जो मैंने किया है, यह केवल इस सूट को डीआरडीओ और बाकी एजेंसियों की नजर में लाने के लिए किया गया एक प्रयास है।'
श्याम मानते हैं कि यह आयरन मैन सूट जवानों को दुश्मनों से बचाने का काम करेगा और देश के बहादुर जवानों को सुरक्षित रखेगा। साथ ही वह इसका वर्किंग मॉडल बनाने के लिए फंड की तलाश रहे हैं ताकि असली युद्ध में काम आने वाला मॉडल तैयार किया जा सके।