तो क्या भारत में बिजनेस बंद कर रही है Xiaomi? जानिए 'मेक इन पाकिस्तान' की बातों पर कंपनी ने क्या कहा
सोशल मीडिया पर एक बहस शुरू हुई कि श्याओमी अब मेक इन पाकिस्तान का हिस्सा हो सकती है. एक ट्वीट में कहा गया कि वह भारत में बिजनेस बंद कर देगी. अब खुद कंपनी ने इस मामले पर सफाई दी है.
पिछले कुछ वक्त से
इंडिया पर सरकारी एजेंसियों की सख्ती बढ़ती जा रही है. हाल ही में ईडी (ED) ने Xiaomi इंडिया का बहुत सारा फंड़ जब्त करने का आदेश दिया था. आरोप है कि कंपनी ने टैक्स में हेराफेरी (Tax Evasion) की है और रॉयल्टी के नाम पर फ्रॉड किया है. हालांकि, कंपनी की तरफ से इन दावों को लगातार नकारा जा रहा है, लेकिन इसी बीच एक ट्वीट ने ट्विटर (Twitter) को झकझोर दिया है. उस ट्वीट में कहा गया कि Xiaomi भारत से अपना बिजनेस पाकिस्तान ले जा सकती है. यानी मेक इन इंडिया (Make In India) की जगह पर मेक इन पाकिस्तान (Make In Pakistan) होगा? ट्विटर पर मिली जानकारी ने सोशल मीडिया (Social Media) पर एक बहस शुरू कर दी.पहले देखिए वो ट्वीट, जिसकी वजह से शुरू हुई बहस
यहां जिस ट्वीट की बात हो रही है वह साउथ एशिया इंडेक्स (South Asia Index) नाम के ट्विटर हैंडल से किया गया है. इसमें लिखा है कि चीनी मोबाइल निर्माता Xiaomi भारत से अपना पूरा बिजनेस पाकिस्तान शिफ्ट कर सकती है. इसकी वजह भारत सरकार की तरफ से कंपनी के करीब 676 मिलियन डॉलर के असेट को सीज करना बताया जा रहा है. इतना ही नहीं ट्वीट के अनुसार Xiaomi ने कहा है कि भारत सरकार की तरफ से टारगेट किए जाने के बाद उसने भारत में अपना ऑपरेशन लगभग बंद ही कर दिया है.
तो क्या वाकई Xiaomi पाकिस्तान जा रहा है?
ट्विटर पर Xiaomi को लेकर छिड़ी बहस के बीच Xiaomi इंडिया ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस मामले पर सफाई दी. कंपनी ने कहा कि उस ट्वीट में दी गई जानकारी पूरी तरह से गलत और आधारहीन है. Xiaomi ने 2014 में भारत में एंट्री की थी. भारत में एक साल से भी कम वक्त में जनवरी 2015 में मेक इन इंडिया की यात्रा का सफर शुरू किया. आज हमारे 99 फीसदी स्मार्टफोन और 100 फीसदी टीवी भारत में ही मैन्युफैक्चर होते हैं. हम अपनी प्रतिष्ठा को झूठे और गलत दावों से बचाने के लिए हर जरूरी उपाय करेंगे.
चीनी कंपनी पर गंभीर आरोप
कुछ वक्त पहले ही ईडी ने मोबाइल कंपनी शाओमी (Xiaomi) की 5,551 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी. ईडी का आरोप है कि चीन की स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी रॉयल्टी के नाम पर देश से बाहर पैसा भेजती है और टैक्स चोरी करती है. सरकार ने चीन की अन्य स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के खिलाफ भी जांच तेज कर दी है. इसी के तहत वीवो के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई थी.
चीनी कंपनियों पर आरोप है कि उन्होंने अपनी इनकम के बारे में जानकारी छुपाई है. उन्होंने टैक्स से बचने के लिए प्रॉफिट की जानकारी नहीं दी. इतना ही नहीं, भारतीय बाजार में घरेलू इंडस्ट्री (Domestic Company) को तबाह करने के लिए अपने दबदबे का भी इस्तेमाल किया. इन कंपनियों पर कंपोनेंट्स लेने और प्रोडक्ट्स के डिस्ट्रिब्यूशन में पारदर्शिता नहीं बरतने का भी आरोप लगाया जा रहा है. चीनी कंपनियों ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में जो फाइलिंग की हैं, उसमें दिखाया है कि उन्हें भारी घाटा हुआ है. वहीं दूसरी ओर इस दौरान उनकी बिक्री जबरदस्त रही है. साथ ही वह सबसे ज्यादा फोन बेचने वाली कंपनियों की लिस्ट में टॉप पर हैं.
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