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ISRO ने भारत के स्पेसटेक स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए उठाए ये कदम

YourStory की फ्लैगशिप कॉन्फ्रेंस के 15वें संस्करण TechSparks 2024 के मंच पर बोलते हुए, ISRO के अध्यक्ष डॉ. एस सोमनाथ ने कहा कि इसरो ने Skyroot Aerospace और Agnikul Cosmos जैसी स्वदेशी स्पेसटेक कंपनियों को संसाधनों, ज्ञान साझाकरण आदि के साथ समर्थन दिया है.

ISRO ने भारत के स्पेसटेक स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए उठाए ये कदम

Friday September 27, 2024 , 3 min Read

भारत की स्पेस टेक्नोलॉजी स्किल्स को बढ़ावा देने के लिए, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कई स्वदेशी स्पेसटेक स्टार्टअप्स के साथ संसाधन साझा किए हैं. उनका मार्गदर्शन किया है और तकनीकी जानकारी दी है. इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस सोमनाथ (ISRO Chief Dr. S Somanath) ने YourStory की फ्लैगशिप स्टार्टअप-टेक समिट के 15वें संस्करण — TechSparks 2024 — के मंच पर ये बातें बताईं.

डॉ. सोमनाथ ने कहा कि केंद्रीय अंतरिक्ष एजेंसी ने स्काईरूट एयरोस्पेस (Skyroot Aerospace) और अग्निकुल कॉसमॉस (Agnikul Cosmos) समेत कई स्टार्टअप्स की सहायता की है. उन्होंने कहा, “उनमें से कुछ [स्पेसटेक स्टार्टअप्स] को आंतरिक सुविधाओं की आवश्यकता होती है. उदाहरण के लिए, स्काईरूट और अग्निकुल रॉकेट बनाना चाहते थे. वे चाहते थे कि उनके लॉन्चपैड श्रीहरिकोटा [आंध्र प्रदेश में] बनाए जाएं. और वे ईंधन, जमीनी समर्थन, यहां तक ​​कि हमारे लोगों की सलाह और मार्गदर्शन चाहते थे, ताकि यह सब बनाया जा सके.”

उन्होंने कहा, “इसलिए पूरे लॉन्च और सिमुलेशन समय के दौरान, प्रक्रिया को समझने में उनकी मदद करने के लिए हम व्यक्तिगत रूप से मौजूद थे. हम उनकी तरफ से बिना किसी पैसे या पारिश्रमिक के समय बिता रहे हैं.”

गौरतलब हो कि चेन्नई स्थित अग्निकुल कॉसमॉस आईआईटी-मद्रास में नेशनल सेंटर फॉर कम्बशन आरएंडडी से संचालित होता है. 2017 में श्रीनाथ रविचंद्रन और मोइन एसपीएम द्वारा स्थापित यह स्टार्टअप कम लागत पर छोटे उपग्रहों के लिए एक समर्पित लॉन्च वाहन प्रदान करता है.

अक्टूबर 2023 में, अग्निकुल कॉसमॉस ने Celesta Capital, Rocketship.vc, Artha Venture Fund और Artha Select Fund की अगुआई में सीरीज-बी फंडिंग राउंड में 26.7 मिलियन डॉलर जुटाए. इस राउंड में मौजूदा निवेशकों जैसे कि pi Ventures, Speciale Invest आदि की भागीदारी भी थी. स्पेसटेक स्टार्टअप ने अब तक कुल 40 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की है.

वहीं, हैदराबाद स्थित स्पेसटेक स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस ने सिंगापुर की सरकारी निवेश फर्म Temasek Holdings की अगुआई में 27.5 मिलियन डॉलर (225 करोड़ रुपये) जुटाए. इसके साथ ही स्टार्टअप द्वारा अब तक जुटाई गई कुल फंडिंग की राशि 95 मिलियन डॉलर हो गई.

मार्च में, कंपनी ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) में इसरो के प्रणोदन परीक्षण केंद्र (propulsion testbed) में रॉकेट के दूसरे चरण का परीक्षण किया.

बता दें कि दुनिया भर की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का मूल्य 2024 में $630 बिलियन है, और इसके 2040 तक $1.8 ट्रिलियन तक पहुँचने का अनुमान है. वहीं, भारतीय अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का मूल्य $8.4 बिलियन है और यह 4% की CAGR (compound annual growth rate) से बढ़ रही है.

(Translated by: रविकांत पारीक)

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