Zomato के 16 अरब रुपये के शेयर बेचेगी Jack Ma की Alibaba
चीन की ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड (Alibaba Group Holding Ltd) फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zomato Ltd में करीब 3% हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है. कंपनी अपने 200 मिलियन डॉलर (करीब 16 अरब रुपये) के शेयर बेचने जा रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वॉल स्ट्रीट ब्रोकरेज Morgan Stanley डील में ब्रोकर की भूमिका निभाएगी.
यह 'ब्लॉक डील' (block deal) आज होनी है. मंगलवार को,
के शेयर एनएसई पर पिछले दिन से 1.63% गिरकर ₹63.35 पर बंद हुए.अलीबाबा ग्रुप के पास 30 सितंबर तक Zomato में 12.98% हिस्सेदारी थी. डील के बाद, Zomato में Alibaba की लगभग 10% हिस्सेदारी रह जाएगी.
, , और जैसी बड़ी टेक कंपनियों में इसी तरह की ब्लॉक डील हुई हैं.
इससे पहले अगस्त में, Uber Technologies ने लोकल एक्सचेंजों में एक ब्लॉक डील के जरिए Zomato में अपनी 7.8% हिस्सेदारी 392 मिलियन डॉलर में बेची थी.
Zomato के प्री-आईपीओ शेयरहोल्डर्स के लिए एक साल का लॉक-इन-पीरियड 23 जून, 2022 को खत्म हो गया. इसके महीनों बाद, अब ये ब्लॉक डील हुई है. लॉक-इन पीरियड के खत्म होने के बाद से मार्केट में पैसा लगाने के लिए Zomato के शेयर बढ़ गए हैं.
Zomato ने ₹76 प्रति शेयर के इश्यू प्राइस पर IPO के जरिए ₹9,375 करोड़ जुटाए और पिछले साल 23 जुलाई को स्टॉक एक्सचेंजों में लिस्ट किया. कंपनी के शेयरों ने नवंबर 2021 में ₹159.75 का आंकड़ा छूकर रिकॉर्ड बनाया. लेकिन उसके बाद से लगातार गिरावट आई है.
इस महीने की शुरुआत में, Zomato ने दूसरी तिमाही के नुकसान की सूचना दी, क्योंकि इसके ऑनलाइन ऑर्डर की मात्रा और मूल्य में वृद्धि हुई.
2022 में Zomato के शेयर की कीमत में 55% से अधिक की गिरावट आई है, भले ही हाल की तिमाहियों में फूडटेक यूनिकॉर्न ने रेवेन्यू में वृद्धि देखी हो.
पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में 1,024.2 करोड़ रुपये के मुकाबले जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान ऑपरेटिंग रेवेन्यू बढ़कर 1,661.3 करोड़ रुपये हो गया.
कंपनी ने यह भी कहा था कि यह पहली तिमाही है जहां उसने अरबों डॉलर के एनुअल रेवेन्यू के आंकड़े को पार किया है. हालांकि, समीक्षाधीन तिमाही के दौरान इसका कुल खर्च बढ़कर 2,091.3 करोड़ रुपये हो गया.
जोमैटो को शूरू करने का सबस पहले आइडिया दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा को साल 2008 में आया था. उस वक्त उन्होंने एक रेस्तरां और फूड लिस्टिंग वेबसाइट के रूप में कंपनी की शुरुआत की थी, जिसे 'Foodiebay' का नाम दिया. बाद में, साल 2010 में कंपनी का नाम बदलकर Zomato कर दिया गया.
साल 2011 तक Zomato देश के अलग-अलग शहर जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, पुणे और कोलकाता तक फैल गया. साल 2012 में जोमैटो की सर्विस अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंच गई.