10 साल की ये दिव्यांग लड़की दुनियाभर के लिये बनी प्रेरणा, एक हाथ से स्टूडेंट्स के लिए बना रही है मास्क
छठी कक्षा की छात्रा सिंधुरी अपने एक हाथ से 15 मास्क की सिलाई करती है।
कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के बीच देश भर के कई युवाओं ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। वे अनोखे तरीकों से स्थानीय समुदाय का समर्थन कर रहे हैं। कुछ ने खुद को घर पर मास्क बनाने में लगाया है जबकि कई अन्य ने कोरोनावायरस के लिए अपनी बचत का दान दिया है।
उडुपी की रहने वाली 10 साल की एक दिव्यांग लड़की कोरोनावायरस (कोविड-19) महामारी के बीच एक प्रेरणा बनकर उभरी है क्योंकि वह अपने एक हाथ से 15 मास्क की सिलाई करने में सफल रही है। सिंदुरी का जन्म से उसकी कोहनी के नीचे उसका बायां हाथ नहीं है।
एसएसएलसी छात्रों को मास्क वितरित किए गए थे जो आज सुबह परीक्षा दे रहे थे।
सिंदुरी, संथेकट्टे कालियानपुर में माउंट रोज़री इंग्लिश मीडियम स्कूल की छठी कक्षा की छात्र है और वह एक स्काउट और गाइड भी है। सिंदुरी लोगों के लिए एक लाख मास्क सिलाई करने का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखती है।
सिंदुरी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा,
“एसएसएलसी छात्रों को 1 लाख मास्क वितरित करने के लिए स्काउट और गाइड विंग का लक्ष्य था। मैंने 15 मास्क बनाए। शुरू में, मैं एक ही हाथ से सिलाई कर पा रही थी। मेरी माँ ने मास्क सिलने में मेरी मदद की। अब सभी मेरी सराहना कर रहे हैं।”
Edited by रविकांत पारीक