हीरो फ्यूचर एनर्जीज में 3,600 करोड़ का निवेश करेंगे KKR और हीरो ग्रुप
अमेरिका की निजी क्षेत्र की इक्विटी फर्म केकेआर (private equity firm KKR)और भारत की बहुराष्ट्रीय कंपनी हीरो ग्रुप (Hero Group) ने मंगलवार को हीरो फ्यूचर एनर्जीज (Hero Future Energies) में करीब 45 करोड़ डॉलर यानी करीब 3,588 करोड़ रुपये के निवेश करने की घोषणा की है.
हीरो फ्यूचर एनर्जीज हीरो ग्रुप की नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) इकाई है. हीरो फ्यूचर एनर्जीज का गठन वर्ष 2012 में हुआ. कंपनी एक स्वतंत्र बिजली उत्पादक (आईपीपी) इकाई है, जिसके पास परिचालन में 1,600 मेगावॉट क्षमता की सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाएं हैं.
केकेआर (KKR) और हीरो ग्रुप (Hero Group) की ओर से जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि इस निवेश से हीरो फ्यूचर एनर्जीज के विकास में मदद मिलेगी. इसके साथ ही, इसे अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता और सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, बैटरी स्टोरेज और ग्रीन हाइड्रोजन जैसी तकनीकों में अपनी ताकत बढ़ाने में भी मदद मिलेगी.
केकेआर के पार्टनर हार्दिक शाह ने कहा कि लगातार ऊर्जा की मांग बढ़ रही है. ऐसे में, हीरो फ्यूचर एनर्जीज के स्वच्छ ऊर्जा समाधान कंपनियों को अपना कार्बन उत्सर्जन कम करने के अहम भूमिका निभाते हैं. उन्होंने कहा कि इससे भारत और वैश्विक स्तर पर एनर्जी ट्रांजिशन के प्रयासों में योगदान दिया जा सकेगा. इस निवेश के माध्यम से हीरो फ्यूचर एनर्जीज को आने वाले समय में नए बाजारों में सौर, पवन, बैटरी भंडारण और हरित हाइड्रोजन से संबंधित अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताओं का विस्तार करने में मदद मिलेगी. हीरो फ्यूचर एनर्जीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राहुल मुंजाल ने कहा कि इस निवेश के साथ कंपनी देश में ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से बदलाव लाने और वर्ष 2030 तक हरित स्रोतों से देश की आधी बिजली पैदा करने के सरकार के लक्ष्य में योगदान देने के लिये काम करेगी.
संयुक्त बयान में कहा गया है कि हीरो फ्यूचर एनर्जीज अपने समाधानों की एक पूरी शृंखला के जरिए कंपनियों को जीरो कार्बन उत्सर्जन (net zero carbon emission) लक्ष्य को हासिल करने में सहयोग कर सकेगा. इसके लिए वह उनकी स्वच्छ ऊर्जा को अपनाने और कार्बन उत्सर्जन को घटाकर शून्य करने के प्रयासों में सहयोग करेगा. बयान में कहा गया है कि निवेश से भारत के एनर्जी ट्रांजिशन में तेजी आएगी. यह नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का विस्तार करने, 2030 तक कार्बन उत्सर्जन को करीब एक बिलियन टन तक कम करने और 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने के लिए भारत के महत्वकांक्षी प्रयास को भी आगे बढ़ाएगा.
KKR यह निवेश एशिया पैसेफिक इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (Asia Pacific Infrastructure Fund) के जरिये कर रही है. वैश्विक निवेशकों सहित निजी क्षेत्र की भागीदारी, भारत के लिए ज़ीरो कार्बन एमिशन के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सहायक सरकारी नीतियों के साथ एक महत्वपूर्ण प्रवर्तक होने की उम्मीद है. केकेआर के नेतृत्व में निवेश का यह दौर भारत के ऊर्जा संक्रमण में तेजी लाने में मदद करेगा.
(फीचर इमेज क्रेडिट: @HeroFuture_HFE and https://www.kkr.com/)