लेज़ ने भारतीय डाक विभाग के साथ मिलकर महिला किसानों के सम्मान में जारी किए कस्टमाइज्ड माई स्टैम्प
12 टिकटों के माई स्टैम्प के सेट में महिला किसान का जीवंत चित्रण किया गया है, जो पीले रंग की साड़ी पहने हुए, ताजे आलू से भरी टोकरी को गर्व से पकड़ी हुई है. यह तस्वीर लेज़ के आलू के खेतों में अथक परिश्रम करने वाली अनगिनत महिलाओं का सशक्त प्रतिनिधित्व है तथा उनके समर्पण और त्याग का प्रतीक है.
महिलाएं पीढ़ियों से कृषि के क्षेत्र में काम करती आई हैं. इसके बावजूद उनकी कहानियां अनकही रह गईं और उनके योगदान को अनदेखा किया गया. इसी दिशा में कार्य करते हुए पेप्सिको इंडिया ने अपने लेज़ ब्रांड के जरिए, भारत सरकार के डाक विभाग के सहयोग से एक अनूठा प्रयास किया है. इस प्रयास के तहत महिला किसानों को सम्मानित करने के लिए कस्टमाइज्ड माई स्टैम्प जारी किया गया है. 15 जून से ये टिकट ई-पोस्ट ऑफिस पर आम लोगों के लिए उपलब्ध हो चुके हैं.
डाक टिकट संचार का सशक्त माध्यम है और यह भारत की संस्कृति और इतिहास में महत्वपूर्ण आयाम का प्रतीक है. टिकटों को जारी करके लेज़ इन गुमनाम नायकों - हमारी महिला किसानों - के अथक समर्पण को सामने लाता है, जिसने भारत के कृषि परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
गुड़गांव के पेप्सिको इंडिया कार्यालय में आयोजित विमोचन समारोह में कृषि में महिलाओं को सशक्त बनाने के साझा उद्देश्य का जश्न मनाया गया और इसमें पेप्सिको इंडिया और डाक विभाग, दोनों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की. यह लॉन्च प्रोजेक्ट फार्म इक्वल का विस्तार है, जो ग्लोबल डेवलपमेंट अलायंस प्रोजेक्ट (जीडीए) के माध्यम से पेप्सिको इंडिया और यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डवलपमेंट (यूएसएआईडी) द्वारा संचालित एक बहुआयामी कार्यक्रम है. यह परियोजना 2,500 से अधिक महिला किसानों को उनकी विशिष्ट चुनौतियों का समाधान करके सशक्त बनाती है.
12 टिकटों के माई स्टैम्प के सेट में महिला किसान का जीवंत चित्रण किया गया है, जो पीले रंग की साड़ी पहने हुए, ताजे आलू से भरी टोकरी को गर्व से पकड़ी हुई है. यह तस्वीर लेज़ के आलू के खेतों में अथक परिश्रम करने वाली अनगिनत महिलाओं का सशक्त प्रतिनिधित्व है तथा उनके समर्पण और त्याग का प्रतीक है.
दिल्ली सर्किल की मुख्य पोस्टमास्टर जनरल मंजू कुमार ने कहा, ‘‘डाक टिकटों का हमेशा से ही अनूठा सांस्कृतिक महत्व रहा है, जो हमारी विरासत और मूल्यों से जुड़ी कहानियों को पिरोकर उन्हें व्यक्त करते हैं. डिजिटल युग के बावजूद, टिकटें कहानी बयां करने का सशक्त माध्यम बनी हुई हैं. लेज़ और डाक विभाग द्वारा जारी किए गए डाक टिकट महिला किसानों के योगदान को खूबसूरती से जीवंत करते हैं तथा भारतीय कृषि में उनकी अमूल्य भूमिका को दर्शाते हैं. लेज़ ने इतने सुंदर डिज़ाइन के ज़रिए अक्सर इन हीरोज को सम्मान देने का सराहनीय काम किया है. हमें विश्वास है कि देश भर के डाक टिकट संग्रह करने वाले इन टिकटों को पाने के लिए उत्सुक होंगे और यह अनेक लोगों को फिर से चिट्ठी भेजने के लिए प्रेरित करेगी.’’
टिकटों के बारे में विचार साझा करते हुए पेप्सिको इंडिया की कैटेगरी लीड (पटैटो चिप्स) सौम्या राठौर ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर टिकट सम्मान का प्रतीक रहे हैं जो महान सांस्कृतिक मूल्य वाले लोगों, क्षणों और आंदोलनों को अमर बनाते हैं. प्रोजेक्ट फार्म इक्वल के साथ हमारे निरंतर प्रयास के हिस्से के रूप में डाक टिकट जारी करना, महिला किसानों को सशक्त बनाना और शिक्षित करना, उन्हें सफल होने के लिए जानकारी देना और जरूरी उपकरणों से लैस करना हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण है. इस पहल के माध्यम से कृषि में महिलाओं को आगे लाकर, लेज़ न केवल उनके योगदान को पहचान दिला रहा है, बल्कि एक महत्वपूर्ण आंदोलन का नेतृत्व भी कर रहा है जो महिलाओं को कृषि परिदृश्य में सबसे आगे रखता है.’’
भारत में यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डवलपमेंट (यूएसएआईडी) की मिशन निदेशक वीना रेड्डी ने कहा, ‘‘वैश्विक कृषि कार्यबल में महिलाओं की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत से अधिक है लेकिन महिलाओं को प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी, वित्त और भूमि तक असमान पहुंच का सामना करना पड़ता है. इस लैंगिक विभाजन को ध्यान समझते हुए यूएसएआईडी और पेप्सिको महिलाओं द्वारा निभाई जा सकने वाली भूमिकाओं की सीमा का विस्तार कर रहे हैं, लैंगिक असमानताओं को कम कर रहे हैं तथा प्रशिक्षण के अवसरों तक महिलाओं की पहुंच बढ़ा रहे हैं, साथ ही काम करने की स्थितियों में भी सुधार ला रहे हैं.’’
पेप्सिको इंडिया में निदेशक, एग्रो, अनुकूल जोशी ने कहा, ‘‘मुझे हमारे फार्म इक्वल पहल के व्यापक प्रभाव को देखकर बेहद गर्व है. एक पहलू जो मुझे विशेष रूप से प्रभावित करता है, वह है महिला किसानों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका, जिनके शामिल होने से हमारे कामों को एक नया नजरिया मिला है. महत्वपूर्ण कृषि पद्धतियों को लागू करने में उनके परिश्रम और अनुशासन से उपज की सुरक्षा और फसलों की पूरी क्षमता तक फलने-फूलने की गारंटी मिलती है. डाक विभाग द्वारा जारी किए गए कस्टमाइज्ड माई स्टैम्प को लॉन्च करने का यह कदम उनके अथक प्रयासों का जश्न मनाता है और उन्हें सम्मानित करता है.’’
अलीगढ़ में लेज़ के आलू के खेत में काम करने वाली किसान राजन देवी ने कहा, ‘‘हमारी कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना करने के लिए मैं लेज़ के प्रति बहुत आभारी हूं. अपना खुद का डाक टिकट पाकर हमें बहुत खुशी और गर्व है. डाक टिकट पर छपना हमारे पूरे समुदाय के लिए बहुत खुशी का पल है और यह याद दिलाता है कि हमारे प्रयास को महत्व दिया जाता है.’’
यह पहल लंबे समय से प्रतीक्षित कृषि में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालती है. यह उनके समर्पण की प्रभावशाली मान्यता है और उनके समक्ष आने वाली बाधाओं को दूर करने की दिशा में एक कदम है. 15 जून से ये टिकट ई-पोस्ट ऑफिस पर आम लोगों के लिए उपलब्ध हो चुके हैं, जो कृषि में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लेज़ के समर्पण का सशक्त प्रतीक है.
Edited by रविकांत पारीक