भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर ओप्पो की जगह लेगा ‘लर्निंग ऐप’ बायजूस
टीम इंडिया की जर्सी पर अपनी कंपनी का लोगो दिखाने के लिए दुनियाभर के ब्रांड्स में होड़ लगी रहती है। समय-समय पर टीम इंडिया की जर्सी पर लगे लोगो बदलते रहे हैं। मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर चीनी स्मार्टफोन निर्माता ओप्पो का लोगो है। लेकिन अब इसकी जगह जल्द की विराट कोहली एंड कंपनी की जर्सी पर बायजूस का नाम दिखेगा। बता दें कि बायजूस बेंगलुरू स्थित एक एजुकेशनल टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन ट्यूटोरियल फर्म है।
साल 2017 में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और ओप्पो के बीच 1079 करोड़ रूपये का पांच साल तक का करार हुआ था लेकिन अब ओप्पो ने इस सौदे से अपने हाथ खींच लिए हैं। कंपनी का मानना है कि इस डील की कीमत बहुत ही अधिक है और वो इसे जारी नहीं रख सकते। हालांकि टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई को 31 मार्च, 2022 तक उस सौदे की रकम बायजूस से मिलती रहेगी जिससे बोर्ड को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।
वेस्टइंडीज सीरीज के बाद बदलेगा जर्सी लोगो
वर्ल्ड कप के बाद अब भारतीय टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर जा रही है। हालांकि विंडीज दौरे पर भारतीय टीम ओप्पो वाली जर्सी ही पहनेगी। भारत का विंडीज दौरा 3 अगस्त से शुरू होगा और 3 सितंबर तक चलेगा। विंडीज दौरे के बाद भारत का घरेलू क्रिकेट सीजन शुरू होगा जहां भारतीय टीम बायजूस के लोगो वाली जर्सी में नजर आएगी। विराट कोहली एंड कंपनी टीम 15 सितंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने घरेलू सीजन में नये ब्रांड के नाम वाली जर्सी पहनेगी।
ओप्पो से हर मैच में बीसीसीआई को मिलते थे करोड़ों
मार्च 2017 में जब बीसीसीआई ने भारतीय टीम की जर्सी को लेकर नीलामी प्रक्रिया शुरू की थी तब इसमें एक दूसरी चायनीज कंपनी वीवो भी रेस में शामिल थी। हालांकि इस पांच साल की डील को ओप्पो ने वीवो को पछाड़ कर हासिल कर लिया। आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सर वीवो मोबाइल की 768 करोड़ रूपये की बोली को पछाड़ते हुए ओप्पो ने बाजी मारी थी। इस डील को हासिल करने के बाद ओप्पो हर द्विपक्षीय मैच के लिए बीसीसीआई को 4.61 करोड़ और आईसीसी टूर्नामेंट के मैच के लिए 1.56 करोड़ का भुगतान कर रही थी।
समाचार ऐजेंसी पीटीआई से बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि ओप्पो और बायजूस आपस में जर्सी के प्रायोजन के करार की शर्तें तय कर रहे हैं। अधाकिरी ने कहा, "सीओए को इस बारे में बता दिया गया है कि वे आपस में इस प्रायोजन के ट्रांसफर की बात कर रहे हैं।" यह डील ट्रांसफर बीसीसीआई, ओप्पो और बायजूस की आपसी सहमति के बाद हुई है। जिस पर गुरूवार को हस्ताक्षर किये गये।
गौरतलब है कि इससे पहले, स्टार इंडिया हर द्विपक्षीय मैच के लिए बीसीसीआई को 1.92 करोड़ और आईसीसी टूर्नामेंट के मैच के लिए 61 लाख रुपये देती थी। हालांकि समय के साथ भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहतर होता गया और आईसीसी रैंकिंग में वो नंबर वन और दो के स्थान पर पहुंच गई है।