सिडबी 59-मिनट लोन स्कीम: MSMEs को मंजूर किए 80 हजार करोड़ रुपये के 2.5 लाख लोन
PSB लोन को लेकर MSME मंत्रालय द्वारा जारी मासिक आंकड़ों के अनुसार, 1 जून, 2022 तक SIDBI की 59 मिनट लोन स्कीम के तहत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSMEs) को 81,690 करोड़ रुपये के 2,40,852 लोन मंजूर किए गए. इन मंजूर किए गए कुल लोन में से अब तक 66,256 करोड़ रुपये के 2,23,507 लोन बांटे जा चुके हैं.
इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) के दौरान, लगभग 1,101 लोन मंजूर किए गए थे, जबकि 818 लोन बांटे गए थे. 1 अप्रैल, 2022 तक मंजूर किए गए लोन के रूप में दर्शाए गए आंकड़े 2,39,751 थे, जबकि 2,22,689 लोन बांटे गए थे.
नवंबर 2018 में शुरू की गई, यह योजना MSMEs को 1 लाख रुपये से 5 करोड़ रुपये तक कोलैटरल-फ्री टर्म लोन या वर्किंग कैपिटल लोन के लिए बैंक अप्रुवल को आसान बनाती है. हालांकि, योजना के तहत बांटी गई राशि में अप्रैल 2022 में MSMEs को 17.63 लाख करोड़ रुपये के कुल बैंक लोन में 4.63 प्रतिशत था. 31 मई 2022 को RBI द्वारा बैंक लोन की क्षेत्रीय तैनाती पर ताजा डेटा रिज़र्व बैंक द्वारा जारी किया गया था.
उधारकर्ता (borrower) को पोर्टल पर रजिस्टर करने के लिए पेमेंट करने की जरुरत नहीं है. हां, उन उधारकर्ताओं को 1,000 रुपये का पेमेंट करना होती है, जिनका लोन ऐप्लीकेशन उधारदाताओं (lenders) के प्रोडक्ट से मेल खाता है और स्कीम के अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के अनुसार अप्रुवल प्राप्त करना चाहता है. इसके अलावा, अप्रुवल के बाद लोन डिस्बर्स करने में लगने वाला समय उधारकर्ता द्वारा पोर्टल और बैंकों पर उपलब्ध कराई गई जानकारी और डॉक्यूमेंटेशन पर निर्भर करता है. डेटा जितना सटीक होगा, उतनी ही जल्दी आपको डिस्बर्सल मिलेगा. आम तौर पर, मंजूरी के बाद, सात-आठ कामकाजी दिनों में लोन सेंक्सन / डिस्बर्स होने की उम्मीद होती है.
कोलैटरल के संदर्भ में, जबकि कोलैटरल सिक्योरिटी के बिना उधारकर्ता Credit Guarantee Fund Trust for Micro and Small Enterprises (CGTMSE) स्कीम के तहत पोर्टल के माध्यम से बिजनेस लोन हासिल कर सकते हैं. वित्त वर्ष 2022 में, 5,197 करोड़ रुपये के केवल 9,868 लोन मंजूर किए गए, जिनमें से 3,729 करोड़ रुपये की राशि के 8,155 लोन डिस्बर्स किए गए. पोर्टल ने लोन डिस्बर्स करने के लिए SBI, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, ICICI बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और इंडसइंड बैंक सहित 21 से अधिक पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर बैंकों के साथ भागीदारी की थी.