विवादों में घिरे Lulu Mall के नाम का मतलब क्या है?
लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में 11 एकड़ में बने देश के सबसे बड़े मॉल का नाम लुलु मॉल है. यह मॉल खुलने से पहले ही अपनी खूबसूरती और बनावट को लेकर काफी चर्चाओं में रहा था.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते 11 जुलाई को राज्य में सत्ताधारी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में जब लखनऊ में एक नए मॉल का उद्घाटन किया था. उसके बाद से देश का यह सबसे बड़ा मॉल लोगों के बीच में चर्चा का विषय बन गया.
लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में 11 एकड़ में बने देश के सबसे बड़े मॉल का नाम लुलु मॉल (Lulu Mall) है. यह मॉल खुलने से पहले ही अपनी खूबसूरती और बनावट को लेकर लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गया था.
हालांकि, इसके बाद से यह विवादों में घिर गया. दरअसल, उद्घाटन के दो दिन बाद ही 13 जुलाई को लुलु मॉल में नमाज अदा करते लोगों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था.
एक हिंदू संगठन द्वारा लुलु मॉल परिसर में नमाज पर आपत्ति जताने और वहां हनुमान चालीसा पढ़ने की अनुमति मांगने के बाद इस घटना ने विवाद खड़ा कर दिया. यह खबर भी वायरल हो गई मॉल में काम करने वाली 80 फीसदी कर्मचारी मुस्लिम हैं.
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कुछ सदस्यों ने 14 जुलाई को लुलु मॉल के गेट पर धरना दिया था. हालांकि, स्थानीय प्रशासन की मंजूरी न मिलने के कारण हिंदू महासभा को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा.
लखनऊ में मॉल के महाप्रबंधक समीर वर्मा ने एक बयान में कहा था, "लुलु मॉल सभी धर्मों का सम्मान करता है. यहां किसी भी तरह के धार्मिक कार्य या प्रार्थना की अनुमति नहीं है."
मॉल प्रबंधन ने एक सूची जारी करके यह भी बताया कि मॉल में काम करने वाले 80 भी कर्मचारी हिंदू और केवल 20 फीसदी कर्मचारी दूसरे धर्मों के हैं.
मॉल का नाम 'लुलु' क्यों है?
लुलु का अरबी में मतलब मोती होता है. इस नाम को रखने के पीछे कारण है कि यूएई में तेल की खोज से पहले वहां का कारोबार मुख्य तौर पर मोती इंडस्ट्री पर आधारित था. वहीं, अग्रेंजी में लुलु का मतलब बेहतरीन या शानदार होता है.
लुलु ग्रुप कहां की कंपनी है?
लुलु ग्रुप इंटरनेशनल या लुलु ग्रुप एक मल्टीनेशनल कंगलोमेरट कंपनी है जिसका मुख्यालय संयुक्त अरब अमीरात (UAE) स्थित अबु धाबी में है. पहला मॉल भी अबु धाबी में ही खुला था.
समूह का कारोबार हाइपरमार्केट, शॉपिंग मॉल, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों समेत ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ है. समूह के संस्थापक एमए युसुफ अली ने वर्ष 2000 में लुलु हाइपरमार्केट की स्थापना की थी. समूह वर्तमान में पश्चिमी एशिया, अमेरिका और यूरोप के 22 देशों में कारोबार का संचालन कर रहा है.
भारत में लुलु ग्रुप ने अपना पहला मॉल 2013 में कोच्चि में खोला था. इसके बाद त्रिशुर, तिरुवनंतपुरम और बेंगलुरु में ती और मॉल खोले गए. वहीं, हाल ही में लखनऊ में देश का पांचवां लुलु मॉल खोला गया. इसके अलावा देश में इनके कई साइबर टावर, फैशन सेंटर और मैरिएट होटल भी है.
कौन हैं यूसूफ अली?
लुलु ग्रुप के मालिक यूसूफ अली मूल रूस से भारतीय हैं. वह केरल के त्रिशुर स्थित नाट्टिका के रहने वाले हैं. वर्ष 1955 में केरल के त्रिशूर जिले के नाट्टिका गांव में जन्में यूसुफ ने शुरुआती पढ़ाई-लिखाई त्रिशूर के करनचीरा गांव स्थित सेंट जेवियर हाई स्कूल से की थी. 16 साल की उम्र में युसूफ ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्लोमा किया.
युसूफ ने वर्ष 1989 में 34 साल की उम्र में अबू धाबी में अपना पहला डिपार्टमेंटल स्टोर खोलावर्ष 1995 में उन्होंने पहला लुलु सुपरमार्केट अबू धाबी में और पहला लुलु हाइपरमार्केट दुबई में खोला. बाद में खाड़ी देशों में कई और सुपरमार्केट और हाइपरमार्केट खोले. विश्व में इनके कुल 235 रिटेल स्टोर्स हैं.
साल 2021 की फोर्ब्स की दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में यूसूफ अली 37 हजार 500 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 38वें स्थान पर थे.
1973 में अबू धाबी में जाकर बसने वाले यूसूफ का नाम दुनिया के टॉप बिजनेसमैन में शुमार है. उन्होंने गुजरात के भूकंप से लेकर सुनामी और केरल के बाढ़ में दान करके लोगों की मदद की थी.