वित्त वर्ष 2027 तक EV कारोबार में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी Mahindra
कंपनी ने गुरुवार को वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा करते हुए कहा कि बाद में 2030 तक छह बिल्कुल नई एसयूवी और तीन मॉडल दिखाई देंगे.
भारत की सबसे प्रमुख एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन) निर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (M&M Ltd.) ने कहा कि वह अगले तीन वर्षों में ईवी कारोबार में ₹12,000 करोड़ का निवेश करेगी. कंपनी ने अपने पारंपरिक आईसी-इंजन बिजनेस के लिए ₹14,000 करोड़ का एक बड़ा पूंजीगत व्यय भी निर्धारित किया है.
इसके साथ ही कंपनी अपने पारंपरिक एसयूवी कारोबार का निर्माण जारी रखना चाहती है, भले ही वह इलेक्ट्रिक वाहनों में ताकत जोड़ती है. यह दृष्टिकोण पारंपरिक एसयूवी में कंपनी की उच्च वृद्धि, आगे ईवी विकास के पैमाने की अनिश्चितता, साथ ही हाइब्रिड वाहनों की बढ़ती दृश्यता को बयां करता है.
कंपनी ने गुरुवार को वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा करते हुए कहा कि बाद में 2030 तक छह बिल्कुल नई एसयूवी और तीन मॉडल दिखाई देंगे.
₹26,000 करोड़ का पूंजीगत व्यय कंपनी के मुख्य ऑटोमोटिव बिजनेस में मजबूत प्रदर्शन को बयां करता है. मार्च में समाप्त तिमाही के लिए कंपनी के ऑटो और एग्री बिजनेस के लिए स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ 32% बढ़कर ₹2,038 करोड़ हो गया. ऑटोमेकर ने कहा कि तिमाही के दौरान उसने 126,000 यूनिट्स की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की.
वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू साल-दर-साल 11.24% बढ़कर ₹22,571.37 करोड़ से ₹25,108.97 करोड़ हो गया.
इस तिमाही के दौरान इसकी ऑपरेशनल इनकम वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में ₹2,789 करोड़ से 12% बढ़कर वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में ₹3,119 करोड़ हो गई, जबकि एबिटा मार्जिन 12.4% पर स्थिर रहा. एबिटा का तात्पर्य ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई से है.
वहीं, गुरुवार को कंपनी के शेयर 3.05% बढ़कर ₹2,372.85 पर बंद हुए.