कीमती वक्त को इन टिप्स के साथ स्मार्टली करें मैनेज, कामयाब बनने में मिलेगी मदद
समय बर्बाद करना, पैसे बर्बाद करने के जैसा है. लेकिन अगर इसे स्मार्टली मैनेज कर यूटिलाइज किया जाए तो यह आपकी दौलत बढ़ाने में मददगार भी साबित हो सकता है.
एक अच्छा जीवन जीने के लिए पैसा जरूरी माना जाता है. लेकिन पैसे भी ज्यादा कीमती है वक्त. जिंदगी में कामयाब बनने के लिए समय का मूल्य समझना जरूरी है और उसका सही तरीके से इस्तेमाल करना भी जरूरी है. समय बर्बाद करना, पैसे बर्बाद करने के जैसा है. लेकिन अगर इसे स्मार्टली मैनेज कर यूटिलाइज किया जाए तो यह आपकी दौलत बढ़ाने में मददगार भी साबित हो सकता है. कुछ टिप्स को फॉलो कर आप अपने वक्त का सही इस्तेमाल कर सकते हैं-
सबसे पहले शेड्यूल बनाएं
रुपये-पैसों की तरह ही समय का अनुशासन महत्वपूर्ण है. इस अनुशासन के लिए कैलेंडर या शेड्यूल बनाएं. यह हमें लक्ष्य से भटकने न देने में मदद करेगा. अपनी सभी एक्टिविटी और असाइनमेंट की एक लिस्ट तैयार करें. जो चीज सबसे जरूरी है, उसे टॉप में रखते हुए प्राथमिकता निर्धारित करें. यह भी नोटडाउन करें कि हर एक्टिविटी में कितना वक्त लगा या लगेगा, एक अनुमान लगाएं. साथ ही यह भी अनुमान लगाएं कि खुद के लिए या खुद के आराम के लिए कितना वक्त आपको चाहिए. जिन प्राथमिकताओं की पहचान की है, उनके आधार पर कैलेंडर तैयार करें.
वक्त की बर्बादी पड़ेगी महंगी
अपने टाइम शेड्यूल का आकलन करें और देखें कि किस काम में समय की और बचत की जा सकती है. इस अतिरिक्त बचे समय को अपनी अर्निंग क्षमता को बेहतर बनाने में यूटिलाइज करें. आप चाहें तो इसे रिलैक्स करने, रिक्रिएशन में या फिर नए स्किल्स या नई चीजें सीखने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
वर्क और लाइफ में रहे बैलेंस
प्रोफेशनल वर्क और जिंदगी में बैलेंस होना जरूरी है. वर्क-लाइफ में बैलेंस नहीं रहने पर आप तनाव के शिकार हो सकते हैं और इसका असर आपके काम के साथ-साथ जिंदगी पर भी दिखेगा. लेकिन अगर यह बैलेंस ठीक से बन गया तो आप वक्त को सही तरीके से मैनेज कर पाएंगे, इफीशिएंसी बढ़ा पाएंगे.
बचपन और प्रारंभिक युवावस्था पढ़ाई के लिए
स्कूली और कॉलेज के दिनों में पढ़ाई पर फोकस करना चाहिए. हालांकि इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप केवल किताबी कीड़े बनकर रह जाएं. आपको अन्य एक्टिविटीज में भी पार्टिसिपेट करना चाहिए. पढ़ाई पर ध्यान देने से अर्थ है कि आप जीवन और करियर में काम आने वाली अन्य गतिविधियों और नई चीजों को तो सीखें लेकिन इनके चलते अपनी पढ़ाई के साथ समझौता न होने दें. अगर शुरू से ही बुनियाद मजबूत होगी तो इंप्लॉयमेंट/अर्निंग के रास्ते अपने आप खुलते जाएंगे.
स्मार्ट गैजेट्स को स्मार्टली करें यूज
ऐसी कई स्मार्ट डिवाइसेज हैं जो आपका काम आसान करने के साथ-साथ वक्त भी बचाती हैं. इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण है कंप्यूटर. कंप्यूटर के आ जाने के बाद न जाने कितने ही काम करने में सहूलियत हो चुकी है और समय भी बचता है. स्मार्ट गैजेट्स के इस्तेमाल से बचे हुए समय को आप दूसरे कामों में यूटिलाइज कर सकते हैं.
जब भी मिले मौका बढ़ाएं सेविंग्स
जब व्यक्ति सिंगल होता है तो उसके खर्च कम होते हैं. इसीलिए इस वक्त को सेविंग्स शुरू करने का सही वक्त माना जाता है. एक बार परिवार शुरू हो गया तो खर्च बढ़ जाते हैं और सेविंग्स करना मुश्किल होता जाता है. ऐसे में सेविंग्स बढ़ाना तो और भी ज्यादा कठिन होता है. व्यक्ति को जितना जल्दी हो सके भविष्य के लिए बचत शुरू कर देनी चाहिए और जैसे-जैसे वक्त मिले और हालात अनुकूल हों, सेविंग्स को बढ़ा भी देना चाहिए.