Mastery: किसी हुनर में मास्टर बनना चाहते हैं तो इस किताब से सीख सकते हैं तरीका
रॉबर्ट की किताब मास्ट्री (Mastery) 2012 में आई थी. इस किताब में रॉबर्ट ने न सिर्फ लिखाई को लेकर अपने तरीके के बारे में बयां किया है बल्कि उन तरीकों के बारे में बताया गया है जो अमूमन हर एक मास्टर अपने क्राफ्ट में एक्सपर्ट बनने के लिए अपनाता है.
कई लोग किसी खास काम में शुरू से ही हुनरमंद होते हैं, जिसे अमूमन हम गॉड गिफ्टेड कहते हैं. लेकिन अगर वो इंसान क्या करे जिसे कुदरत से ये हुनर तोहफे में न मिला हो....उसे हुनर सीखना हो...वो क्या करे? ऐसे लोगों की मुश्किल को दूर करने लिखी गई है किताब Mastery.
रॉबर्ट ग्रीन पावर और स्ट्रैटजी पर कई बेस्ट सेलिंग किताबों के ऑथर हैं. उन्होंने “दी 48 लॉ ऑफ पावर”, “ दी आर्ट ऑफ सिडक्शन“, “दी 50th लॉ“, “33 स्ट्रैटजी ऑफ वॉर” और “दी लॉ ऑफ ह्यूमन नेचर“ जैसी किताबें लिखी हैं.
रॉबर्ट की किताब मास्ट्री (Mastery) 2012 में आई थी. इस किताब में रॉबर्ट ने न सिर्फ लिखाई को लेकर अपने तरीके के बारे में बयां किया है बल्कि उन तरीकों के बारे में बताया गया है जो अमूमन हर एक मास्टर अपने क्राफ्ट में एक्सपर्ट बनने के लिए अपनाता है.
रॉबर्ट ने इन कॉन्सेप्ट को समझाने के लिए नए जमाने से लेकर ऐतिहासिक उदाहरणों की भी जगह दी है. उनकी ये किताब भी NYT की बेस्टसेलर रही है.
रॉबर्ट किताब में लिखते हैं कि किसी भी काम में मास्टर बनना इतना आसान नहीं होता, लेकिन आप शुरुआती तौर पर इन तीन स्टेप को अपना सकते हैंः
- 1. किस फील्ड में मास्टर बनना है पहले वो तय कर लें, अगर इसमें कन्फ्यूजन है तो जिस फील्ड के लिए आपकी अन्तर्आत्मा गवाही दे उसे ही चुनें.
- 2. अप्रेंटिसशिप जॉइन करके सीखने के साथ-साथ कुछ पैसे भी कमाएं.
- 3. अप्रेंटिसशिप पूरी होने के बाद जो भी आपने सीखा है उसने अप्लाई करने की कोशिश करें.
1.आप किस चीज में हुनरमंद हैं उसे पहचानने के लिए अपने दिल की सुनें
हर किसी की जिंदगी में ऐसे पल जरूर आते हैं जब आपको लगता है आपका दिल किसी काम को लेकर बिल्कुल पक्का है. कि मुझे यही काम करना है. जैसे कि- “मुझे पेंटर बनना चाहिए!”
रॉबर्ट ने किताब में आपको अपना टैलेंट पहचानने के तरीके भी बताए हैं. वो कहते हैं कि हमें दूसरों की बनने की बजाय उस चीज पर फोकस करना चाहिए जिसमें हम वाकई अच्छे हैं.
जरूरी नहीं कि अगले कुछ सालों के लिए आपके पास बड़े बड़े प्लान्स हों, लेकिन आपकी प्राथमिकता आपका आने वाला कल होना चाहिए. इससे आपको न सिर्फ कॉन्फिडेंस मिलेगा बल्कि आगे की जर्नी पूरी करने के लिए बेसिक स्किल भी होंगे.
कभी कभी आपकी मुलाकात ऐसे लोगों से होगी जो उसी काम में आपसे ज्यादा माहिर होंगे, लेकिन ऐसे लोगों से जलने की बजाय आपको ये समझना चाहिए कि ये लोग उस टैलेंट के लिए उतना हार्ड वर्क नहीं कर रहे होंगे जितना आप करेंगे और इस तरह आप उसी एक काम में उनसे ज्यादा टैलेंटेड हो जाएंगे.
2: कमाने से ज्यादा जरूरी सीखना है
एक बार फील्ड, स्किल तय करने के बाद उसमें तरक्की करने का सबसे बढ़िया तरीका है उसी सेगमेंट में इंटर्नशिप हासिल करने का. शुरुआती समय में पैसे के पीछे न भागें. आपकी प्राथमिकता कुछ सीखना होना चाहिए.
हो सकता है आपके पास दो मौके हों एक में आपको पैसे ज्यादा मिल रहे हों और दूसरे पैसे कम हों लेकिन सीखने का ज्यादा मौका हो. आपको दूसरे मौका चुनना चाहिए क्योंकि आज से 10 साल वो सीखा हुआ आपको कई गुना अधिक कमाई करा सकता है.
हां, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि सिर्फ सीखने के लिए फ्री इंटर्नशिप को हां न कहें. उन्हीं विकल्पों को चुनें जहां आपको सीखने के बदले पैसे भी मिले.
3: इंटर्नशिप में जो भी सीखा है उसे चैलेंज करने का समय है
ऐसा नहीं है कि अप्रेंटिसशिप ढूंढना आसान काम है, पहले अच्छे मौके ढूंढना फिर उसे पूरा करना अपने आप में एक टास्क हासिल करने जैसा काम है. लेकिन एक बार इंटर्नशिप पूरी होने के बाद आपको गाइड करने वाला कोई नहीं है. अब आपने जो चीज सीखी है उसे तुरंत अप्लाई करना भी सीखना होगा.
इसके अलावा आपको अपने माइंड को नई चीजों के लिए खुला रखें. हर उस चीज को एक बार चैलेंज करें जो आपने सीखी हैं, जो आपके मेंटर ने आपको सिखाई हैं वगैरह-वगैरह.
आपको सोचना होगा कि अगर ये चीज इसी तरीके से होती आ रही है तो क्यों? क्या इसे अलग तरीके से किया जा सकता है?
ऐसा करने से जब आप अप्रेंटिसशिप खत्म करेंगे तो आपके पास उस काम को करने का खुद का तरीका होगा. जो सबसे अलग होगा, जिसमें आप मास्टर होंगे.
Edited by Upasana