देश में नौकरी के लिए Microsoft कर्मचारियों की पहली पसंद, इसके बाद Mercedes-Benz, Amazon का स्थान
रैंडस्टैड नियोक्ता ब्रांड अनुसंधान-2022 मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने फाइनेंशियल हेल्थ, बेहतर छवि या प्रतिष्ठा, आकर्षक वेतन और लाभ देने के मामले में सबसे अधिक अंक हासिल किए हैं. किसी भी संगठन या कंपनी के लिए आकर्षक ब्रांड बनने को ये तीन सबसे महत्वपूर्ण हिस्से हैं.
दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट इंडिया देश का सबसे ‘आकर्षक इम्प्लॉयर ब्रांड’ है. बृहस्पतिवार को जारी एक सर्वेक्षण के अनुसार, मर्सिडीज बेंज इंडिया नौकरी देने वाली सबसे आकर्षक कंपनियों की सूची में दूसरे स्थान पर और अमेजन इंडिया तीसरे स्थान पर है.
रैंडस्टैड नियोक्ता ब्रांड अनुसंधान-2022 मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने फाइनेंशियल हेल्थ, बेहतर छवि या प्रतिष्ठा, आकर्षक वेतन और लाभ देने के मामले में सबसे अधिक अंक हासिल किए हैं. किसी भी संगठन या कंपनी के लिए आकर्षक ब्रांड बनने को ये तीन सबसे महत्वपूर्ण हिस्से हैं.
सर्वेक्षण में कहा गया कि 2022 के लिए 10 नौकरी देने वाली सबसे आकर्षक कंपनियों की सूची में चौथे स्थान पर हेवलेट पैकर्ड, पांचवें पर इन्फोसिस, छठे पर विप्रो, सातवें पर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आठवें पर टाटा स्टील, नौवें पर टाटा पावर कंपनी और दसवें पर सैमसंग है.
यह सर्वेक्षण वैश्विक स्तर पर 31 देशों की 5,944 कंपनियों पर 1,63,000 से अधिक लोगों की राय पर आधारित है. सर्वे में 18 से 65 साल के आयु वर्ग में आम लोगों की राय जानी गई.
सर्वे के अनुसार, 10 में से नौ भारतीय कर्मचारी (88 प्रतिशत) प्रशिक्षण और व्यक्तिगत करियर की वृद्धि को सबसे महत्वपूर्ण मानते हैं.
रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि, 3 में से 2 भारतीयों (66 फीसदी) के लिए काम और करियर का अर्थ और उद्देश्य 2021 में अधिक महत्वपूर्ण हो गया. ऐसा मानने वाले पुरुषों की संख्या जहां 72 फीसदी तो महिलाओं की संख्या 62 फीसदी है. वहीं, ऐसा मानने वाले उच्च शिक्षितों की संख्या 70 फीसदी और 25-34 वर्षीय लोगों की संख्या 72 फीसदी है.
भारत में 24 फीसदी कर्मचारियों ने अपने इम्प्लॉयर को 2021 की आखिरी छमाही में बदल दिया. इसके अतिरिक्त, 3 में से 1 कर्मचारी (37 फीसदी) 2022 के पहले 6 महीनों में अपने इम्प्लॉयर को बदलने का इरादा रखते थे. अपनी नौकरी खोने से डरने वाले 51 फीसदी कर्मचारियों की 2022 की पहली छमाही में अपनी नौकरी बदलने की योजना थे.