दुनिया के सबसे पावरफुल पासपोर्ट की रैंकिंग जारी, जानिए भारत किस स्थान पर है?
रैंकिंग में 87वें स्थान पर मौजूद भारतीय पासपोर्ट 60 देशों में बिना किसी परेशानी से प्रवेश दिलाते हैं. इस तरह अब भारतीय पासपोर्ट एक बार फिर से कोविड-19 महामारी से पूर्व वाली स्थिति में आ गया है. साल 2020 में केवल 23 देशों के लिए ऐसी सुविधा मौजूद थी.
दुनियाभर में जापान, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया का पासपोर्ट सबसे शक्तिशाली है. वहीं, भारतीय पासपोर्ट 87वें स्थान पर है जो कि 60 देशों में बिना किसी परेशानी के प्रवेश दिलाता है.
हाल ही में जारी Henley Passport Index की 2022 की रिपोर्ट में जापान लगातार पांचवें साल शीर्ष पर है. जापानी पासपोर्ट 193 देशों में बिना किसी परेशानी से प्रवेश दिलाता है.
वहीं, क्रमश: दूसरे स्थान पर मौजूद सिंगापुर औऱ दक्षिण कोरिया के पासपोर्ट 192 देशों में बिना किसी परेशानी से प्रवेश दिलाते हैं.
रैंकिंग में 87वें स्थान पर मौजूद भारतीय पासपोर्ट 60 देशों में बिना किसी परेशानी से प्रवेश दिलाते हैं. इस तरह अब भारतीय पासपोर्ट एक बार फिर से कोविड-19 महामारी से पूर्व वाली स्थिति में आ गया है. साल 2020 में केवल 23 देशों के लिए ऐसी सुविधा मौजूद थी.
हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 199 पासपोर्ट्स को इस आधार पर रैंक देता है कि उन पासपोर्ट को रखने वाले लोग कितने देशों में बिना वीजा के जा सकते हैं.
इस इंडेक्स में तीसरे स्थान पर जर्मनी और स्पेन हैं, चौथे स्थान पर पर फिनलैंड, इटली और लक्जमबर्ग हैं. छठें स्थान पर ब्रिटेन, सातवें पर अमेरिका और चीन 69वें स्थान पर है.
इंडेक्स में रूस 50वें स्थान पर है, जिसका वीजा फ्री स्कोर 119 है. चीन 69वें स्थान पर है जिसका वीजा फ्री स्कोर 80 है. सबसे कम 27 देशों में वीजा फ्री प्रवेश अफगानिस्तान दिलाता है.
Henley, लंदन बेस्ड ग्लोबल सिटीजनशिप व रेजिडेंस एडवायजरी फर्म है. इसने इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की ओर से उपलब्ध कराए गए डेटा के आधार पर जुलाई 2022 के लिए विभिन्न देशों के पासपोर्ट्स की रैंकिंग जारी की है.
Henley Passport Index तिमाही आधार पर अपडेट होता है. इसे ग्लोबल मोबिलिटी स्पेक्ट्रम पर पासपोर्ट रैंक का आकलन करने के लिए वैश्विक नागरिक व सॉवरेन स्टेट्स के लिए स्टैंडर्ड रेफरेंस टूल माना जाता है.