राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने डिजिटल इंडिया फ्यूचर लैब्स का उद्घाटन किया
डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स समिट 2024 में उद्योग भागीदारों के साथ 20 से अधिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और उद्यमिता और जल शक्ति राज्य मंत्री, राजीव चंद्रशेखर ने "डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स" का शुभारम्भ किया और 'डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स समिट 2024' में मुख्य भाषण दिया, जो डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स के माध्यम से अगली पीढ़ी के जनरेशन इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन को उत्प्रेरित करना ('कैटालाइजिंग द नेक्स्ट-' जेनेरेशन इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन थ्रू डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स) पर केंद्रित था.'
शिखर सम्मेलन में फ्यूचरलैब्स के कार्यान्वयन के लिए उद्योग के साथ सेंटर फॉर डेवलपिंग एडवांस्ड कम्प्यूटिंग (सी-डैक) के 22 समझौता ज्ञापनों की घोषणा भी की गई. एनएक्सपी सेमीकंडक्टर, टेनस्टोरेंट और क्वालकॉम इंडिया जैसी कंपनियों ने हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग स्पेस, कंप्यूट स्पेस में डिजाइन और इनोवेशन और भारतीय टेलीकॉम स्टैक जैसे क्षेत्रों में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.
मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने इस शिखर सम्मेलन को संबोधित किया जिसमें उद्योग के प्रतिस्पर्धियों, स्टार्टअप्स, युवा भारतीय और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र के शिक्षाविदों के वरिष्ठ नेतृत्व शामिल थे.
राजीव चन्द्रशेखर ने कहा की “पिछले दस वर्षों में, भारत की यात्रा टेक्नोलॉजी के उपभोक्ता और दुनिया भर में बड़ी टेक कंपनियों के लिए प्रतिभा प्रदाता से अब एक ऐसा देश बनने में बदल गई है जहां प्रतिभा निश्चित रूप से उपलब्ध है. हम अपनी प्रतिभा से वैश्विक कंपनियों और उद्यमों का समर्थन करना जारी रखते हैं, साथ ही अपने और दुनिया के लिए टेक्नोलॉजी, बौद्धिक संपदा और समाधान विकसित करने में भी अग्रणी रहते हैं. भारत की तकनीक और नवाचार इकोसिस्टम का विस्तार और विकास हो रहा है और यह डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स से शुरू होकर एआई से सेमीकंडक्टर्स, इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और इनोवेशन में स्टार्टअप की अगली लहर को उत्प्रेरित कर रहा है.
डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स 2015 में डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के बाद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नवाचार के लिए स्थापित की जा रही वास्तुकला का अवशेष अंश है. यह ऑटोमोटिव, कंप्यूट, टेलीकॉम, औद्योगिक और में अगली पीढ़ी के इलेक्ट्रॉनिक्स, सामरिक इलेक्ट्रॉनिक्स विकसित करने में सबसे आगे भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक अवसर का प्रतिनिधित्व करता है. डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स इसके लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा और उभरते तकनीकी नवाचार के हर क्षेत्र में भारतीय ध्वज सुनिश्चित करने की हमारी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करेगा.
मंत्री ने यह भी कहा कि “फ्यूचरलैब्स से हम जो आशा रखते हैं, वही एटीएंडटी की बेल लैब्स और अल्बानी में नैनोटेक जैसी अन्य प्रयोगशालाओं से सामने आया है. ये उच्च-प्रदर्शन प्रणालियाँ विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी, सस्ती, कम लागत वाली और विश्वसनीय होंगी. खुलापन, सुरक्षा और विश्वास ऐसे सिद्धांत हैं जिन्हें हम व्यापक रूप से अपने डिजिटल इकोसिस्टम में बनाना चाहते हैं."
सी-डैक द्वारा समन्वित डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स का लक्ष्य इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र द्वारा प्रस्तुत खरबों (ट्रिलियन) -डॉलर के अवसर का लाभ उठाना है. इस पहल का उद्देश्य मूल्य श्रृंखला को आगे बढ़ाना, घरेलू अनुसंधान एवं विकास को सुदृढ़ करना और देश में बौद्धिक सम्पदा (आईपी), मानकों और अगली पीढ़ी के इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन के विकास के लिए एक सहयोगी इकोसिस्टम बनाना है.
कंप्यूट, संचार, ऑटोमोटिव और मोबिलिटी, स्ट्रैटेजिक इलेक्ट्रॉनिक्स और औद्योगिक इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स (IoT) जैसे प्रमुख विकास क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, फ्यूचर लैब्स पहल रणनीतिक रूप से एआई, बिग डेटा और क्वांटम कंप्यूटिंग सहित भविष्य की उन प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने के लिए तैयार है, जो भारतीय अनुसंधान में एक परिवर्तनकारी चरण को चिह्नित करती हैं.