संस्कृति मंत्रालय और समय यान ने आयोजित किया 'कथालोक-द ग्रेट इंडियन स्टोरीटेलिंग फेस्टिवल'
इस साहित्यिक उत्सव में देश भर से 200 से अधिक कथाकारों ने भाग लिया, जिन्होंने अपने मनमोहक कहानियों से भारतीय सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत और वर्तमान को बांध दिया.
देश की राजधानी दिल्ली ने 'कथालोक-द ग्रेट इंडियन स्टोरीटेलिंग फेस्टिवल' का भव्य नजारा देखा. यह कार्यक्रम नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में पालिका पार्क में 10 और 11 फरवरी को आयोजित किया गया था. इस आयोजन को भारत सरकार के सांस्कृतिक मामलों के मंत्रालय द्वारा समर्थित किया गया था. इस साहित्यिक उत्सव में देश भर से 200 से अधिक कथाकारों ने भाग लिया, जिन्होंने अपने मनमोहक कहानियों से भारतीय सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत और वर्तमान को बांध दिया.
दो-दिवसीय कार्यक्रम में केंद्रीय विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, तेलुगु अभिनेता और निर्देशक आदित्य ओम, लेखक और पूर्व सांसद बलबीर पुंज, राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी और राजनीतिक थ्रिलर "जनता स्टोर" एवं "ढाई चाल" के लेखक नवीन चौधरी, इंडिया फॉर चिल्ड्रन के निदेशक अनिल पांडे, थिएटर निर्देशक और थिएटर के क्षेत्र में राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता अवतार साहनी आदि अतिथियों ने भाग लिया.
कथालोक के सह-आयोजक सुमित मलूजा ने कहा कि यह पहल कहानीकारों और कहानी प्रेमियों को जोड़ने का एक प्रयास है.
एकल और सामूहिक कहानी कहने के प्रारूपों के साथ प्रतिभागियों को अपनी रचनात्मकता और प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला. मार्मिक प्रेम कहानियों से लेकर मनोरंजक रहस्यों तक, हास्यप्रद हास्य से लेकर प्राचीन भारतीय विद्या तक, इस उत्सव में विभिन्न शैलियों को शामिल किया गया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि हर किसी के लिए कुछ न कुछ हो. प्रतिभागियों ने भारतीय साहित्य की समृद्ध टेपेस्ट्री से मंत्रमुग्ध कर देने वाली कहानियों का पाठ किया.
दो दिनों के दौरान पेशेवर प्रदर्शन हुए. इनमें फौजिया द्वारा दास्तान-ए-राम, दानिश हुसैन द्वारा दास्ता-ए-तिलिस्म, मनु सिकंदर ढींगरा द्वारा किस्सा हीर, वैदिक काल से संगीत की कहानी, अभय सोपोरी द्वारा डिजाइन और संरचित एक संगीत प्रदर्शन रहे. जादुई कहानियों से लेकर महाकाव्य रोमांस तक, कलाकारों के प्रदर्शन ने दर्शकों को कल्पना के विभिन्न क्षेत्रों में पहुँचा दिया.
निर्णायक दल के सदस्यों में प्रसिद्ध शिक्षाविद और कहानीकार मालविका जोशी, प्रसिद्ध नाटक लेखक जेपी सिंह, युवा थिएटर अभिनेता और निर्देशक अमित तिवारी, वृत्तचित्र फिल्म निर्माता और फोटोग्राफर शिवानी पांडे, कवि और लेखन प्रशिक्षक अष्टम नीलकंठ, सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर और लेखिका अंबिका भारद्वाज शामिल थे.
‘कथालोक: द ग्रेट इंडियन स्टोरीटेलिंग फेस्टिवल के लिए प्रथम पुरस्कार हिंदू कॉलेज से अभिनव कुमार झा, द्वितीय पुरस्कार दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय से पुलकित गर्ग और तृतीय पुरस्कार दिल्ली विश्वविद्यालय से शीतल को मिला है.
समय यान और सशक्त समाज के अध्यक्ष जस्टिस (सेवा निवृत्त) एसएन ढींगरा ने कहा, “कथालोक युवाओं में भारतीय कहानियों के प्रति फिर से प्रेम को जगाने और भारतीय साहित्य और ज्ञान के छिपे हुए रत्नों को प्रकाश में लाने का एक मंच है. यह कहानी कहने की परंपरा और हमारे पूर्वजों की कहानियों को जीवित रखने का हमारा प्रयास है.”
Edited by रविकांत पारीक