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जब भारत की पहली ट्रांसज़ेंडर मॉडल नाज जोशी को मंच पर मिला जॉब का वादा

मिस ट्रांस ग्‍लोबल 2022 पेजेंट में भारत को रिप्रेजेंट करने वाली नाज़ जोशी समाज के अलग अलग क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान का उत्सव मनाने के लिए आयोजित YourStory की इवेंट SheSparks 2023 में बतौर स्पीकर मौजूद थी.

जब भारत की पहली ट्रांसज़ेंडर मॉडल नाज जोशी को मंच पर मिला जॉब का वादा

Friday March 03, 2023 , 3 min Read

8 मार्च को पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रही होगी. लेकिन महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें सेलिब्रेट करने के लिएि मार्च महीने को ही महिलाओं के महीने के तौर पर मनाया जाता है. इसी कड़ी में YourStory ने भी शुक्रवार को इंडिया हैबिटेट सेंटर में SheSparks 2023 नाम से कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें मिस ट्रांस ग्‍लोबल 2022 पेजेंट नाज जोशी भी बतौर स्पीकर मौजूद थीं.

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया कि 10 साल की उम्र से लेकर ग्‍लोबल 2022 पेजेंट तक का सफर आसान नहीं था. नाज ने 8 ब्यूटी पीजेंट्स का ताज अपने नाम किया है. इनमें 7 इंटरनैशनल ब्यूटी कॉम्पिटीशन है और एक नैशनल पेजेंट.

अपने सफर के बारे में बताते हुए उन्हें कहा,’इस मुकाम पर पहुंच कर भी आज मैं बेरोजगार हूं. मैंने बचपन में गैंगरेप से लेकर सेक्स वर्कर बनने का दर्द झेला है, लेकिन उससे ज्यादा मुझे मेरा वर्तमान लगता है. मुझे आज भी सड़क पर भीख मांगनी पड़ती है. कोई ट्रांसजेंडर को नौकरी नहीं देना चाहता.’ 

उनकी यह बात सुनकर योरस्टोरी की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा ने उन्हें नौकरी देने का वादा किया. उनकी इस घोषणा का पूरी ऑडियंस ने तालियों से स्वागत किया.

समाज में बदलाव आया है, मगर ये महज 0.01 पर्सेंट है. आज भी बच्चों को हमसे(ट्रांसजेंडर्स) दूर रहने को कहा जाता है और ये गांव नहीं दिल्ली जैसे शहरों में भी लोग कहते हैं. आज के आधुनिक समाज को लगता है कि ट्रांसजेंडर बनना एक फैशन बन चुका है. लड़के लड़की बन रहे हैं लड़कियां लड़का बन रही हैं, लेकिन ये गलत है.

नाज ने अपनी कहानी साझा करते हुए कि मैं हमेशा से एक महिला ही थी बस मेरा शरीर एक पुरुष का था. ऑपरेशन की बदौलत आज में शारीरिक रूप से भी एक महिला बन चुकी हूं और अब मुझे लगता है कि मैं इसी के लिए तो बनी थी.

SheSparks कार्यक्रम को लेकर अपने अनुभव पर उन्होंने कहा था कि मुझे बेहद अपनापन मिला. मैंने कई प्रोग्रामों में हिस्सा लिया है लेकिन मुझे कभी ऐसा नहीं महसूस हुआ. मेरे बगल में बैठी श्रद्धा से बात करके मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे कोई मेरा अपना हो, मेरा परिवार. मुझे तो मेरे खुद के घरवालों ने नहीं अपनाया, उसके लिए आज इतने लोगों ने सम्मान में खड़े होकर तालियां बजाईं, मेरे लिए इससे खुशी मौका कुछ नहीं हो सकता था.

आपको बता दें कि नाज ने NIFT (नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी) से पढ़ाई की है. विवेका बाबाजी ने नाज में संभावना देखी और उनकी तरफ मदद का हाथ बढ़ाया और उनकी पढ़ाई स्पॉन्सर की. इस समय नाज ने दो बच्चों को गोद लिया हुआ है और उनकी परवरिश कर रही हैं.