सड़क किनारे कोट-पैंट पहनकर फाइव स्टार होटल की टिक्की का स्वाद लोगों तक पहुंचा रहा है 22 साल का यह लड़का
मूलरूप से पटियाला के रहने वाले मंजिदर सिंह ने अपने भाई के साथ महज 2.5 लाख रुपये की सेविंग के साथ अपने बिजनेस की शुरुआत की थी। आज उनकी टीम में पाँच अन्य लोग भी काम कर रहे हैं।
“उड़ान तो भरनी है चाहे कई बार गिरना पड़े, सपनों को पूरा करना है, चाहे खुद से भी क्यों न लड़ना पड़ें।” कुछ ऐसा ही संघर्ष कर रहे हैं पंजाब के मोहाली शहर में सूट-बूट पहनकर आलू टिक्की, दही बड़े और गोलगप्पों का चटखारा स्वाद लोगों तक पहुंचाने वाले मंजिदर सिंह। उन्होंने घर वालों को बिना बताए अपने इस काम की शुरुआत कर दी थी। इस काम में उनका छोटा भाई उनका पूरा साथ निभाता है। बहुत जल्द मंजिदर अपना खुद का एक आउटलेट शुरू करने जा रहे हैं।
होटल मैनेजमेंट में ले रखी है डिग्री
मोहाली में रोड पर सड़क किनारे स्टाल लगाकर चाट, बतासे बेचने वाले मजिंदर सिंह अभी 22 साल के हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया। वह शुरू से ही अपना बिजनेस करना चाहते थे। लेकिन उनके परिवार के लोग इस बात को लेकर राजी नहीं थे। बावजूद इसके उन्होंने कई सालों तक डोमिनोज, जोमैटो, स्विगी जैसी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ जुड़कर काम किया।
वह कहते हैं, “डोमिनोज में काम करते हुए मैंने बहुत कुछ सीखा। जहां करीब मैंने 3-5 वर्षों तक काम किया। लेकिन मन में अभी भी खुद का बिजनेस करने की इच्छा थी। जिसके चलते घर वालों को बिना बताए अपने भाई की मदद से मैंने अपना स्टाल शुरू कर दिया। जल्द ही हमारे पहले आउटलेट की शुरुआत होने वाली है।”
लॉकडाउन में बेची चाय
मंजिदर ने जब आलू टिक्की, दही बड़े, और पानीपूरी वाले काम की शुरुआत की थी तो उन्हें लोगों का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था। लेकिन अचानक लगे लॉकडाउन में सब कुछ ठप हो गया। इस दौरान उन्हें कई महीनों तक चाय भी बेचनी पड़ी।
तांबे के तवे में बनाते हैं देशी घी की टिक्की
प्रोफेशनल दुनिया को अलविदा कहने के बाद मंजिदर ने देशी चीजों का सहारा लिया। वह तांबे के तवे में देशी घी की टिक्की बनाते हैं। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। जब उनसे पूछा गया कि आप सूट पहनकर ये काम क्यों करते हैं तो उन्होंने कहा यह मेरी पहचान है। ये होटल मैनेजमेंट की पहचान है जो मुझे दूसरों से अलग बनाती है।
ढाई लाख से शुरू किया था बिजनेस
मूलरूप से पटियाला के रहने वाले मंजिदर सिंह ने अपने भाई के साथ महज 2.5 लाख रुपये की सेविंग के साथ अपने बिजनेस की शुरुआत की थी। आज उनकी टीम में पाँच अन्य लोग भी काम कर रहे हैं।
Edited by रविकांत पारीक