पिछले चार सप्ताह में अनुक्रमित नमूनों में डेल्टा स्वरूप की मौजूदगी 75 प्रतिशत से अधिक: डब्ल्यूएचओ
डब्ल्यूएचओ ने 20 जुलाई को ‘कोविड-19 वीकली एप्डीमीओलॉजिकल अपडेट’ में कहा कि व्यापक स्तर पर टीकाकरण के प्रयासों के बावजूद डब्ल्यूएचओ के सभी छह क्षेत्रों में कई देशों में संक्रमण को मामले बढ़े हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि भारत, चीन, रूस, इजराइल और ब्रिटेन समेत दुनियाभर के कई देशों में पिछले चार सप्ताह में कोविड-19 संक्रमण के अनुक्रमण में डेल्टा स्वरूप की मौजूदगी 75 प्रतिशत से अधिक होने का पता चला है। डब्ल्यूएचओ ने 20 जुलाई को ‘कोविड-19 वीकली एप्डीमीओलॉजिकल अपडेट’ (वैश्विक महामारी संबंधी साप्ताहिक अद्यतन जानकारी) में कहा कि व्यापक स्तर पर टीकाकरण के प्रयासों के बावजूद डब्ल्यूएचओ के सभी छह क्षेत्रों में कई देशों में संक्रमण को मामले बढ़े हैं।
पिछले सप्ताह संक्रमण के सर्वाधिक नए मामले इंडोनेशिया (3,50,273 नए मामले; 44 प्रतिशत की वृद्धि), ब्रिटेन (2,96,447 नए मामले; 41 प्रतिशत की वृद्धि), ब्राजील (2,87,610 नए मामले; 14 प्रतिशत की कमी), भारत (2,68,843 नए मामले; आठ प्रतिशत की कमी) और अमेरिका (2,16,433 नए मामले; 68 प्रतिशत की वृद्धि) में सामने आए।
इसमें कहा गया है कि 20 जुलाई को जिनोमिक डेटा तक खुली पहुंच मुहैया कराने वाली वैश्विक विज्ञान पहल और प्राथमिक स्रोत ‘जीआईएसएआईडी’ को 24 लाख सार्स-सीओवी-2 अनुक्रम सौंपे गए, जिनमें से 2,20,000 (नौ प्रतिशत) के डेल्टा स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा,
"जीआईएसएआईडी के डेटा के अनुसार, 20 जुलाई तक ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, डेनमार्क, भारत, इंडोनेशिया, इजराइल, पुर्तगाल, रूस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन समेत दुनियाभर के कई देशों में पिछले चार सप्ताह में अनुक्रमित नमूनों में डेल्टा की मौजूदगी 75 प्रतिशत से अधिक हो गई हैं।"
उसने दोहराया कि डेल्टा स्वरूप से संक्रमण के मामले जल्द ही अन्य स्वरूपों के संक्रमण की तुलना में बढ़ने की आशंका है। विश्व स्तर पर 180 देशों में अल्फा स्वरूप के मामले सामने आए हैं और 130 देशों में बीटा स्वरूप के मामले सामने आए हैं। गामा स्वरूप के मामले 78 देशों और डेल्टा स्वरूप के मामले 124 देशों में सामने आए हैं।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इसके अलावा कई साक्ष्य यह साबित करते हैं कि डेल्टा स्वरूप उन स्वरूपों की तुलना में अधिक तेजी से संक्रमित करता है, जो चिंताजनक स्वरूप नहीं (गैर-वीओसी) हैं। गैर-वीओसी की तुलना में डेल्टा स्वरूप से संक्रमित व्यक्ति के अस्पताल में भर्ती होने, आईसीयू में भर्ती होने और मौत होने की संभावना क्रमश: 120 प्रतिशत, 287 प्रतिशत और 137 प्रतिशत है।
अद्यतन में कहा गया है कि 12 जुलाई से 18 जुलाई के बीच संक्रमण के वैश्विक स्तर पर 34 लाख नए मामले सामने आए, जो इससे पहले के सप्ताह की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक है। दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में संक्रमण के 8,29,000 नए मामले सामने आए और 16,000 से अधिक लोगों की मौत हुई, यह संख्या पिछले सप्ताह की तुलना के रूप में क्रमश: 16 प्रतिशत और 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
इसमें कहा गया है,
"भारत और श्रीलंका में संक्रमण के साप्ताहिक मामले और मृत्युदर कम हो रही है, लेकिन इंडोनेशिया, थाईलैंड और म्यांमा में मामले बढ़ रहे हैं।"
इस क्षेत्र में, संक्रमण के सर्वाधिक नए मामले इंडोनेशिया (3,50,273 मामले; 128.1 मामले / 1,00,000; 44 प्रतिशत की बढ़ोतरी), भारत (2,68,843 मामले; 19.5 मामले / 1,00,000; आठ प्रतिशत कमी) और बांग्लादेश (82,800 मामले, 50.3 मामले/1,00,000; नौ प्रतिशत बढ़ोतरी) में सामने आए।
इस अवधि में सबसे ज्यादा लोगों की मौत इंडोनेशिया (7,118 मौत; 2.6 मौत/ 1,00,000; 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी), भारत (5,569 मौत; 0.4 मौत/1,00,000; आठ प्रतिशत की कमी) और बांग्लादेश (1,475 मौत; 0.9 मौत/1,00,000; नौ प्रतिशत की बढ़ोतरी) में हुई।
(साभार : PTI)