मॉर्गन स्टेनली ने अडानी की 4 कंपनियों का 'फ्री फ्लोट' घटाया, समझिए ये अच्छी खबर है या बुरी!
अडानी ग्रुप की 4 सिक्योरिटीज के फ्री-फ्लोट डेजिग्नेशन में कटौती कर दी है. ये कंपनियां अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन और एसीसी हैं. आइए समझते हैं इस कटौती के क्या हैं मायने.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg Research Report) आने के बाद से संकट में फंसे गौतम अडानी (Gautam Adani News) को एक और बड़ा झटका लगा है. इंडेक्स ऑपरेटर MSCI (Morgan Stanley Capital International) ने कहा है कि उसने अडानी ग्रुप की 4 सिक्योरिटीज के फ्री-फ्लोट डेजिग्नेशन (Free Float Designation) में कटौती कर दी है. ये चार कंपनियां अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन और एसीसी हैं. इनके अलावा ग्रुप की बाकी कंपनियों के फ्री फ्लोट पहले की तरह ही रहेंगे, उनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. यहां आपको बता दें कि अडानी ग्रुप की कुल 8 कंपनियां MSCI इंडेक्स में शामिल हैं.
कब से होगा शेयरों पर असर?
गौतम अडानी की कंपनियों के लिए MSCI ने जो फैसला किया है, वह 1 मार्च से प्रभावी होगा. जिन कंपनियों का फ्री फ्लोट डेजिग्नेशन कम किया है, उनका MSCI इंडेक्ट में 30 जनवरी तक कुल वेटेज करीब 0.4 फीसदी था.
फ्री फ्लोट डेजिग्नेशन कम होने का क्या मतलब?
MSCI के अनुसार ‘फ्री फ्लोट’ का मतलब है बाजार में सभी हिस्सेदारों के पास उपलब्ध शेयर के अनुपात में कितने शेयर बाजार में वैश्विक निवेशकों की खरीद के लिये उपलब्ध हैं. फ्री फ्लोट शेयर किसी कंपनी के स्टॉक्स का वह हिस्सा है, जो पब्लिक इक्विटी मार्केट में निवेशकों के खरीदने के लिए उपलब्ध होता है. यानी फ्री फ्लोट डेजिग्नेशन घटाने का मतलब है कि ग्लोबल निवेशकों के लिए पब्लिक ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध शेयरों की संख्या अब कम हो जाएगी.
MSCI को मिली थीं शिकायतें
बुधवार को MSCI ने कहा था कि वह इस बात का रिव्यू करेगा कि अडानी ग्रुप के कितने शेयर अभी मार्केट में पब्लिक के लिए ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हैं. MSCI को पता चला था कि कुछ ऐसे निवेशक हैं, जिन्हें एजेंसी के अनुसार फ्री फ्लोट शेयर खरीदने वाले निवेशक नहीं कहा जा सकता. MSCI को बाजार के कई पार्टिसिपेंट से ऐसी खबर मिली थी कि अडानी ग्रुप से जुड़ी कुछ सिक्योरिटीज फ्री फ्लोट होने की शर्तों को पूरा नहीं करतीं, इसलिए वह इसके योग्य नहीं हैं. ऐसे में तमाम प्रतिक्रियाओं और अपने रिव्यू के बाद MSCI ने अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों के फ्री फ्लोट डेजिग्नेशन को कम किया है.
MSCI के रिव्यू से गुरुवार को गिरे थे शेयर
रिव्यू की खबर का असर अडानी ग्रुप की लगभग सारी कंपनियों पर देखने को मिला. इसकी वजह से अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में करीब 15 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. गुरुवार को कंपनी के 10 में से 9 शेयरों में गिरावट देखने को मिली है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अब तक अडानी ग्रुप की सातों लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप करीब 110 अरब डॉलर तक गिर गया है.
दो कंपनियों के लिए BUY रेटिंग
दिसंबर तिमाही के नतीजे आने के बाद ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस जेफरीज ने अडानी ग्रुप की 2 कंपनियों के शेयरों को BUY रेटिंग दी है. इन कंपनियों का नाम है अडानी पोर्ट और अंबुजा सीमेंट. ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि ये शेयर 800 रुपये तक जा सकते हैं.