Liverpool फुटबाल क्लब खरीदने की रेस में मुकेश अंबानी, 38 हजार करोड़ में हो सकती है डील: रिपोर्ट
2010 में लिवरपूल क्लब की कमान संभालने वाले FSG ने इस सप्ताह की शुरुआत में क्लब को बेचने के लिए तैयार होने की बात कहकर फुटबॉल जगत को चौंका दिया था. 2010 में मुकेश अंबानी ने इससे पहले सहारा इंडिया के चेयरमैन सुब्रत रॉय के साथ मिलकर लिवरपूल खरीदने की कोशिश की थी, लेकिन बात नहीं बन सकी थी.
अरबपति बिजनेसमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) दुनिया के मशहूर इंग्लिश फुटबॉल क्लब Liverpool FC को खरीदने की दौड़ में शामिल हो गये हैं. यह रिपोर्ट इंग्लैंड के दैनिक अखबार ‘द मिरर’ (The Mirror) की है.
English Premier League (EPL) क्लब का मौजूदा मालिक Fenway Sports Group (FSG) इसे बेचना चाहता है जिसने अक्टूबर 2010 में Merseyside club खरीदा था.
‘द मिरर’ की खबर के अनुसार FSG अपने क्लब को चार अरब ब्रिटिश पाउंड में बेचने का इच्छुक है. FSG ने लिवरपूल FC को बेचने के लिए 4 बिलियन पाउंड यानी 38 हजार करोड़ रुपए कीमत रखी है. यानी अंबानी को फुटबॉल क्लब खरीदने के लिए इतनी रकम चुकानी होगी.
रिपोर्ट के अनुसार Reliance Industries के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अंबानी ने क्लब के बारे में जानकारी ली है. ‘Forbes’ की रेटिंग में दुनिया के आठवें सबसे रईस अंबानी के मुंबई मुख्यालय और कंपनी से जुड़े लोग इसकी पुष्टि नहीं कर सके.
2010 में लिवरपूल क्लब की कमान संभालने वाले FSG ने इस सप्ताह की शुरुआत में क्लब को बेचने के लिए तैयार होने की बात कहकर फुटबॉल जगत को चौंका दिया था.
FSG के बयान के अनुसार, "FSG को Liverpool में शेयरधारक बनने के लिये तीसरे पक्षों से दिलचस्पी मिली है. FSG पहले ही कह चुका है कि सही शर्तों के अंतर्गत ही हम नये शेयरधारकों पर विचार करेंगे कि यह Liverpool के हित में होगा या नहीं."
FSG के अंतर्गत Jurgen Klopp की टीम को काफी सफलता मिली है जिसमें पिछले कुछ वर्षों में Premier League title, a Champions League, FA Cup, Carabao Cup और European Super Cup जीतना शामिल है.
अमेरिका और खाड़ी के देश भी क्लब के अधिग्रहण में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. अंबानी की कंपनी Indian Premier League (IPL) क्रिकेट टीम Mumbai Indians की मालिक है और Indian Super League फुटबॉल प्रतियोगिता आयोजित करने के अलावा All India Football Federation (AIFF) की व्यावसायिक भागीदार भी है.
मुकेश अंबानी ने इससे पहले सहारा इंडिया के चेयरमैन सुब्रत रॉय के साथ मिलकर 2010 में लिवरपूल खरीदने की कोशिश की थी, लेकिन बात नहीं बन सकी थी. तब फेनवे स्पोर्ट्स ग्रुप ने बाजी मारी थी और लिवरपूल क्लब का अधिग्रहण किया था. रिपोर्ट के अनुसार, अब फुटबॉल टीम को बेचने में मदद करने के लिए इन्वेस्टमेंट बैंकिंग कंपनी गोल्डमैन सैक्स और फाइनेंशियल सर्विसेस कंपनी मॉर्गन स्टेनली को काम पर रखा गया है.
लिवरपूल उन टीमों में से एक है, जिसे सबसे ज्यादा सपोर्ट मिलता है. बता दें कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिए खेलने वाली टीमों में से एक, 'मुंबई इंडियंस' को खरीदने के बाद 2008 में अंबानी को 'वर्ल्ड रिचेस्ट स्पोर्ट्स टीम ओनर' करार दिया गया था.
अंबनी की रिलायंस कंपनी पहले से ही 3 देशों में तीन T-20 टीमों की मालिक है. इसमें BCCI के IPL, अमीरात क्रिकेट बोर्ड की UAE T-20 लीग और क्रिकेट साउथ अफ्रीका की T-20 लीग की टीमें शामिल हैं.
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