TikTok, Reels को टक्कर देने आ रहा है मुकेश अंबानी के Jio का शॉर्ट वीडियो ऐप Platform
कंटेंट क्रिएशन मार्केट पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ा है और इसके और बढ़ने की उम्मीद है. EY की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन कंटेंट इंडस्ट्री की वैल्यू 2020 में 19 बिलियन डॉलर थी और 2023 तक इसके 30.6 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. जबकि मेटा (Meta) और टिकटॉक (TikTok) जैसी कंपनियां पहले से ही रील्स और अन्य शॉर्ट-वीडियो के साथ कंटेंट क्रिएट करने वाले प्लेटफॉर्म की दौड़ में सबसे आगे हैं.
अब देश के दिग्गज बिजनेसमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) भी इसी क्लब में शामिल होने जा रहे हैं. वे Jio के Platform ऐप के जरिए इस इंडस्ट्री में कदम रख रहे हैं. इसे Rolling Stone India और Creativeland Asia के सहयोग से बनाया गया है.
बताया जाता है कि प्लेटफ़ॉर्म "स्टार एंटरटेनर्स को टारगेट करता है, जिसमें ऑर्गेनिक ग्रोथ और मॉनेटाइजेशन के लिए इकोसिस्टम बनाया गया है. यह सिंगर, म्यूजिक कंपोजर, एक्टर, कॉमेडियन, डांसर, फैशन डिजाइनरों आदि सभी क्रिएटर्स के लिए सोशल होम है."
कथित तौर पर, ऐप अभी बीटा टेस्टिंग में है और जनवरी में लाइव हो जाएगा.
एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, ऐप पर पहले फाउंडिंग मेंबर्स को इनवाइट के जरिए ऑनबोर्ड किया जाएगा और उनके प्रोफाइल पर गोल्डन टिक वेरिफिकेशन मिलेगा. ये मेंबर नए आर्टिस्ट मेंबर्स को रेफरल प्रोग्राम के जरिए साइन अप करने के लिए इनवाइट कर सकेंगे और इकोसिस्टम में जोड़े गए नए फीचर्स का प्रीव्यू करने वाले पहले व्यक्ति होंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Platform क्रिएटर्स को पेमेंट किए गए एल्गोरिदम के बजाय रैंक और प्रतिष्ठा के माध्यम से बढ़ने की अनुमति देता है. इससे क्रिएटर के कंटेंट का सही तरीके से मॉनेटाइजेशन होता है. क्रिएटर्स को सिल्वर, ब्लू और रेड टिक वेरिफिकेशन के जरिए पहचाना जाएगा - जो तीनों का दावा है - पूरी तरह से फैनबेस ग्रोथ और कंटेंट एंगेजमेंट पर आधारित होंगे.
ऐप पर सभी क्रिएटर प्रोफाइल में एक 'Book Now' बटन होगा जो यूजर्स को आर्टिस्ट्स के साथ बातचीत करने और सभी प्रकार के गिग्स, साझेदारी, व्हाइट-लेबल कंटेंट प्रोडक्शन, आदि के लिए जल्दी से बुक करने की अनुमति देगा.
क्रिएटर्स को रोलिंग स्टोन इंडिया के डिजिटल एडिटोरियल में शामिल होने, प्रीमियम वैरिफिकेशन प्राप्त करने और "इन-ऐप बुकिंग के जरिए अपनी स्किल्स को मॉनेटाइज करने" का अवसर भी मिलेगा.
वीडियो कंटेन्ट बाजार में तेजी आई है और महामारी के कारण लॉकडाउन में इंटरनेट अपनाने में भी तेजी आई है, जिससे नए यूजर्स पहली बार मनोरंजन की तलाश में हैं. बैन एंड कंपनी की रिपोर्ट 'ऑनलाइन वीडियो इन इंडिया- द लॉन्ग एंड शॉर्ट ऑफ इट' के अनुसार, भारत में 2018 और 2020 के बीच वीडियो सामग्री देखने वालों की संख्या 24 प्रतिशत से अधिक हो गई है, जो 350 मिलियन से है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2025 तक 650 मिलियन शॉर्ट-फॉर्म वीडियो का उपभोग करने वाला होगा.
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