कोरोना वायरस से निपटने के लिए कुछ इस तरह तैयार हो रही है मुंबई, संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित है शहर
महाराष्ट्र देश में सबसे अधिक कोरोना वायरस प्रभावित राज्य है। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 54,758 मामले पाये गए हैं।
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 1 लाख 50 हज़ार की संख्या को पार कर चुके हैं, जबकि अब तक 43 सौ से अधिक लोगों ने इसकी चपेट में आकर अपनी जानें गंवाई हैं। महाराष्ट्र देश में सबसे अधिक कोरोना वायरस प्रभावित राज्य है। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 54,758 मामले पाये गए हैं।
देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले महानगर मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के 32,974 मामले पाये गए हैं, जबकि 8 हज़ार 13 लोग अब तक मुंबई में इससे रिकवर हुए हैं। मुंबई में एक्टिव मामलों की संख्या लगभग 24 हज़ार है। मुंबई इस समय देश में कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित होने वाला शहर है और इस स्थिति को देखते हुए अब सबकी नज़रें महाराष्ट्र सरकार के एक्शन पर टिकीं है। आंकड़ों की मानें तो मुंबई में हर 100 सैंपल टेस्ट में 31 लोग कोरोना वायरस पॉज़िटिव निकल रहे हैं।
हालांकि मुंबई में इस महामारी से निपटने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसी ही एक फ़ैसिलिटी मुंबई मेट्रोपोलियन रीज़न डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) द्वारा बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में बनाई गई है।
इस फ़ैसिलिटी में 1 हज़ार बेड की व्यवस्था की गई है, जिसमें 200 बेड आईसीयू के लिए आरक्षित हैं। महाराष्ट्र सीएमओ के अनुसार यह देश में इस तरह की पहली सुविधा है। वहीं इसी के साथ 600 बेड के साथ महालक्ष्मी रेसकोर्स में भी एक कोरोना वायरस केयर सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। महालक्ष्मी रेसकोर्स के पार्किंग स्पेस को क्वारंटाइन सुविधा में बदला जा रहा है।
कोविड-19 समर्पित अस्पताल मुंबई में रेसकोर्स, दहिसर, गोरेगांव, मुलुंड सहित कई स्थानों पर खोलने की तैयारी की जा रही है। सीएम कार्यालय के अनुसार इस तरह की सुविधाओं में 7,000 बेड की व्यवस्था की गई है और ये दो हफ्ते के भीतर सेवा में लग जाएंगे।
महाराष्ट्र सीएमओ के अनुसार 31 मई को लॉकडाउन के चौथे चरण के अंत तक महाराष्ट्र में वर्ली के नेशनल स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया (NSCI), महालक्ष्मी रेसकोर्स, बांद्रा, NESCO और गोरेगांव में 2,475 बेड की फ़ैसिलिटी के निर्माण की योजना है।
मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए एंबुलेंस की संख्या को 100 से बढ़ाकर 450 कर दिया गया है, जबकि 30,000 बेड वाले कोविड केंद्र की शुरुआत उन मरीजों के लिए की गई है जो सेल्फ आइसोलेशन में असमर्थ हैं।