मिलिए उत्तराखंड की एक दिन की 'मुख्यमंत्री' सृष्टि गोस्वामी से
राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर हरिद्वार की रहने वाली सृष्टि गोस्वामी उत्तराखंड की एक दिन की सीएम बनी हैं। खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में विधानभवन में बाल विधानसभा सत्र के आयोजन के दौरान सृष्टि को सीएम पद की जिम्मेदारी दी।
24 जनवरी, राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) के मौके पर हरिद्वार की सृष्टि गोस्वामी एक दिन के लिए उत्तराखंड की मुख्यमंत्री बनीं है। सृष्टि, उत्तराखंड की समर कैपिटल गैरसैंण से शासन करेंगी और त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार की तमाम योजनाओं की समीक्षा करेंगी। इन योजनाओं में अटल आयुष्मान योजना, स्मार्ट सिटी परियोजना, पर्यटन विभाग की होमस्टे योजना और अन्य विकास परियोजनाएं शामिल हैं।
बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए, बाल आयोग की पहल पर सृष्टि गोस्वामी को सरकार ने एक दिन का बाल सीएम बनने का अवसर प्रदान किया है। इसी क्रम में सृष्टि गोस्वामी रविवार 24 जनवरी को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक विधानसभा भवन के कमरा संख्या 120 में विभागीय समीक्षा बैठक लेंगी।
19 साल की सृष्टि हरिद्वार के दौलतपुर गांव की रहने वाली हैं और रुड़की के BSM पीजी कॉलेज से BSc एग्रिकल्चर में 7वें सेमेस्टर की छात्रा हैं। उनके पिता प्रवीण पुरी की गांव में छोटी सी दुकान है और मां सुधा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं।
सृष्टि गोस्वामी को इससे पहले 2018 में हुई बाल विधानसभा में कानून निर्माता चुना गया था। साल 2019 में वह गर्ल्स इंटरनैशनल लीडरशिप कार्यक्रम में थाइलैंड में भारत की अगुआई कर चुकी हैं। वह दो साल से 'आरंभ' नामक योजना चला रही हैं। इसमें इलाके के गरीब बच्चों खासकर लड़कियों को पढ़ाई के लिए प्रेरित कर रही हैं।
दिलचस्प बात यह है कि सृष्टि, उत्तराखंड की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी है। हालाँकि यह प्रतीकात्मक है और वो बाल विधानसभा सत्र में बतौर मुख्यमंत्री, सरकार के अलग-अलग विभागों के कार्यों का जायज़ा लेंगी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। उत्तराखंड विधानसभा भवन के एक सभागार में रविवार को यह कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक आयोजित होना है।
सोशल मीडिया में जारी एक बयान में सृष्टि ने कहा है, "मैं बहुत खुश हूं कि मुझे एक दिन का मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिल रहा है। उत्तराखंड सरकार के अलग-अलग विभागों की प्रस्तुति के बाद मैं उन्हें अपने सुझाव दूंगी। मैं ख़ासकर बालिकाओं की सुरक्षा से जुड़े हुए सुझाव उन्हें दूंगी।"
अपनी बेटी की इस उपल्ब्धि पर सृष्टि के माता-पिता फूले नहीं समा रहे हैं। सृष्टि की मां ने त्रिवेंद्र सरकार को शुक्रिया अदा किया है।