National Startup Awards 2022: 41 स्टार्टअप्स, 2 इनक्यूबेटर्स और 1 एक्सीलरेटर ने जीती बाज़ी
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2022 के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए. उन्होंने 41 स्टार्टअप्स, 2 इनक्यूबेटर्स तथा एक एक्सीलरेटर को विजेता के रूप में सम्मानित किया.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2022 (National Startup Awards 2022) प्रदान किए. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार अब किसी स्टार्टअप की तरह सोचती है, लगातार नए और बेहतर विचारों पर ध्यान केंद्रित करती रहती है तथा प्रणालियों और प्रक्रियाओं की दक्षता, प्रभावशीलता, उत्पादकता, पारदर्शिता और शुद्धता में सुधार लाने के माध्यम से उन्हें संतुष्ट करने का प्रयत्न करती रहती है. गोयल ने सभी विजेताओं को बधाई दी तथा उम्मीद जताई कि ये पुरस्कार उन्हें उनकी सीमाओं को और अधिक विस्तारित करने के लिए प्रेरित करेंगे.
एक राष्ट्र के रूप में हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनका सामना करने के लिए उत्कृष्ट नवोन्मेषणों के जेनरेटरों तथा इनक्यूबेटरों, दोनों के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए गोयल ने कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व के तहत स्टार्टअप इंडिया के विचार ने पूरे देश के कोने कोने में अपनी जड़ें जमा ली हैं.
पीयूष गोयल ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए देश अमृत काल में पहले से कहीं अधिक तेज गति से आगे बढ़े और एक युवा भारत की आकांक्षओं को पूरा करे, कई और अधिक नवोन्मेषी विचारों और पहलों का पोषण किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में की गई पहलें बिल्कुल सही समय पर की गई थीं और ये पहलें एक शक्तिशाली, पुनरोत्थानशील भारत का निर्माण करने में सफल रहीं, जिसे एक उभरती विकास गाथा वाले देश के रूप में पहचाना गया, जिसका वैश्विक विकास को प्रोत्साहित करना तय था.
गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने परियोजनाओं के निष्पादन में गति, कौशल तथा परिमाण पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित किया. 2015 में लांच किए गए डिजिटल भारत मिशन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आरंभ में ही प्रधानमंत्री ने यह पहचान लिया था कि जब तक डिजिटल भारत को देश के सुदूरतम कोने कोने तक नहीं ले जाया जाएगा, समान विकास का विजन वास्तविकता में नहीं बदलेगी. उन्होंने विचार व्यक्त किया कि डिजिटल भारत, 4G और अब 5G रोल आउट, गांवों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी जैसी पहलों ने विशेष रूप से छोटे शहरों और देश के सुदूर हिस्सों में टेक्नोलॉजी पर उच्च रूप से निर्भर इस स्टार्टअप इकोसिस्टम के विकास को प्रोत्साहित किया.
गोयल ने कहा कि सरकार कोविन ऐप, एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड (ONORC), पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान, यूपीआई जैसे कई स्टार्टअप और यूनिकॉर्न को संचालित किया, ओपेन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) जो ई-कॉमर्स का लोकतांत्रीकरण करेगा तथा देश भर में लाखों मॉम एंड पॉप स्टोर्स को बचाएगा तथा JAM Trinity जिसने सुनिश्चित किया कि सरकार से प्रत्यक्ष रूप से वास्तव में हकदारपूर्ण सहायता प्राप्त की जा सके जिससे कि पूरी प्रणाली में इमानदारी, शुद्धता और पारदर्शिता आ सके, जैसे अत्यधिक प्रभावशाली नवोन्मेषणों को लेकर आई.
पीयूष गोयल ने 'मार्ग' (MAARG) पोर्टल की सराहना की और कहा कि यह विचारों पर ध्यान केंद्रित करने, परिष्कृत करने तथा फाइन-ट्यून करने में मदद करेगा. उन्होंने इनवेस्टर कनेक्ट पोर्टल का उल्लेख किया और कहा कि यह सुदूर हिस्सों के नवोन्मेषकों को महत्वपूर्ण अवसरों तक पहुंच प्राप्त करने में सहायता करेगा तथा कई योग्य स्टार्टअप्स को फंडिंग इकोसिस्टम की सुविधा प्रदान करेगा. उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी नए युग में छलांग लगाने में एक सक्षमकर्ता बन सकती है जहां विकास का लाभ हर अंतिम नागरिक तक ले जाया जा सकता है जिससे कि उन्हें बेहतर जीवन स्तर प्राप्त करने में सहायता की जा सके.
'मार्ग' पोर्टल का उल्लेख करते हुए, गोयल ने कहा कि सरकार का फोकस नागरिकों के साथ सरकार के परस्पर संपर्क को सरल बनाने पर है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस दृष्टिकोण के अनुरुप, प्रधानमंत्री ने आम आदमी पर विश्वास व्यक्त करते हुए दस्तावेजों को नोटरी करने की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है और इसका भी दुरुपयोग नहीं किया गया है. उन्होंने इसे सरल, आर्थिक बनाने के लिए स्टार्टअप्स से प्रक्रियाओं में सुधार लाने के लिए सुझाव देने का आग्रह किया. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 39000 से अधिक अनुपालनों को कम कर दिया गया है, उन्होंने सुझाव मांगा कि अनुपालन बोझ घटाने के लिए और अधिक क्या गैर अपराधीकरण किया जा सकता है.
गोयल ने सरकार, उद्योग, निकासों तथा आम जनता के साथ बेहतर तरीके से जुड़ने और हमारे नवोन्मेषकों के और अधिक विचारों का उपयोग करने के लिए स्टार्टअप्स पर और अधिक मजबूत डाटाबेस की आवश्यकता पर जोर दिया. गोयल ने यह दोहराते हुए अपनी बात का समापन किया कि यह एक ऐसी सरकार है जो सुनती है और भारत के भविष्य का निर्माण करने के लिए सभी के साथ अधिक से अधिक जुड़ना चाहती है.
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने इस बारे में चर्चा की कि किस प्रकार सरकार वित्तपोषण, परामर्श प्रदान करने तथा और भी बहुत कुछ के मामले में देश के स्टार्टअप्स को प्राथमिक सहायता और समर्थन प्रदान करती रही है. राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कारों के जूरी संजीव बिखचंदानी ने स्टार्टअप इंडिया, DPIIT के योगदान की सराहना की तथा स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने में सरकार की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया.
इस अवसर पर एक ‘राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2022 रिपोर्ट' भी जारी की गई. इस रिपोर्ट में पिछले राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स तथा राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2022 के विजेताओं को उपलब्ध कराई गई सहायता के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है. मार्ग प्लेटफॉर्म जिसका अर्थ मेंटरशिप, एडवायजरी, असिस्टैंस, रेजीलिएंस तथा ग्रोथ है, को भी आज पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान लांच किया गया. इस प्लेटफॉर्म की परिकल्पना सभी सेक्टरों, चरणों तथा कार्यों में स्टार्टअप्स और उद्यमियों के बीच परामर्श की सुविधा के लिए की गई है. वर्तमान में इस प्लेटफॉर्म पर 600 से अधिक मेंटरों तथा 800 से अधिक स्टार्टअप्स पंजीकृत हैं. यह पोर्टल अब स्टार्टअप्स की मेंटरों के साथ लाइव मैचमेकिंग में सक्षम बनाएगा, स्टार्टअप्स को उस मार्गदर्शन को एक्सेस करने में सहायता करेगा जो उन्हें विकसित होने तथा उनके प्रभाव को भारत एवं वैश्विक रूप से बढ़ाने में मदद करेगा.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने असाधारण स्टार्टअप्स को मान्यता देने तथा उन्हें पुरस्कृत करने के लिए राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार की कल्पना की है. राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में असाधारण स्टार्टअप्स को मान्यता देता है जो ऐसे नवोन्मेषी समाधान प्रस्तुत करते हैं जो व्यापक स्तर पर रोजगार एवं टिकाऊ आर्थिक विकास प्रदान करते हैं. राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार का पहला संस्करण अक्टूबर 2020 में संपन्न हुआ था. 36 स्टार्टअप, 1 इनक्यूबेटर तथा 1 एक्सीलेरेटर को उनके संबंधित वर्गों में विजेताओं के रूप में सम्मानित किया गया था.
राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार का तीसरा संस्करण 1 फरवरी 2022 को लांच किया गया था. आजादी का अमृत महोत्सव के अनुरुप, राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2022 उन स्टार्टअप्स और सक्षमकर्ताओं को सम्मानित करता है जो भारत की विकास गाथा में क्रांतिकारी भूमिका निभाते आए हैं और न केवल वित्तीय लाभ के संदर्भ में बल्कि समाज पर व्यापक प्रभाव डालने के लिहाज से असाधारण क्षमताएं प्रदर्शित करते रहे हैं.
राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2022 ने व्यापक रूप से विविधता, समावेशन और नवोन्मेषण पर ध्यान केंद्रित किया. राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2022 के तहत कवर किए गए सेक्टरों तथा उप-सेक्टरों को पिछले संस्करणों की तुलना बढ़ा कर क्रमशः 17 और 50 कर दिया गया है और इस प्रकार स्टार्टअप इकोसिस्टम के कवरेज को बढ़ा दिया गया है. इस संस्करण में 2 सेक्टर, 5 उप-सेक्टर तथा 2 विशेष श्रेणियां जोड़ी गई हैं. पूर्वोत्तर और पर्वतीय राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों से विनिर्माण उत्कृष्टता और स्टार्टअप्स को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए दो नई विशिष्ट श्रेणियां जोड़ी गई हैं.
देश भर के 31 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के स्टार्टअप्स, इनक्यूबेटर्स तथा एक्सीलरेटरों से कुल 2,667 आवेदन प्राप्त हुए हैं. इन आवेदनों की जांच और मूल्यांकन 50 से अधिक जूरी सदस्यों द्वारा किया गया. इन जूरी सदस्यों में वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, वेंचर कैपिटलिस्ट (वीसी), स्टार्टअप सीईओ, उद्योग जगत के विख्यात व्यक्ति तथा प्रसिद्ध शिक्षाविद् शामिल हैं.
इस तीसरे संस्करण में, 41 स्टार्टअप्स, 2 इनक्यूबेटर्स तथा 1 एक्सीलरेटर को उनके संबंधित वर्गों में विजेताओं के रूप में सम्मानित किया गया. विजेता टियर-2 तथा टियर- 3 शहरों से उभरे हैं जो देश में अंतिम मील तक उद्यमिता और नवोन्मेषण की भावना के विस्तार का संकेत देते हैं.
विजेता स्टार्टअप्स (प्रति श्रेणी) को 5 लाख रुपये प्रत्येक का पुरस्कार दिया जाएगा तथा विजेता इनक्यूबेटर तथा एक्सीलरेटर को क्रमशः 15 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.
राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2022 के विजेताओं की पूरी लिस्ट यहां देखें.