Adani के साथ लड़ाई के बीच NDTV के लिए अच्छी खबर, 10 साल में सबसे अधिक मुनाफा हासिल किया
NDTV लिमिटेड (टेलीविजन शाखा) ने 59.18 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया. जबकि NDTV Convergence (डिजिटल यूनिट) को 30.21 करोड़ का मुनाफा हुआ. डिजिटल यूनिट ने इतिहास में अपनी सबसे
एक ऐसे समय में जब देश के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी (Gautam Adani) का अडानी समूह
मीडिया कंपनी को खरीदने की तैयारी में है और मीडिया कंपनी अधिग्रहण को रोकने की लड़ाई लड़ रही है, तब NDTV ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में एक दशक का सबसे अधिक प्रॉफिट हासिल करने का रिकॉर्ड दर्ज किया है.शेयर होल्डर्स को संबोधित करते हुए NDTV के को-चेयरपर्सन्स राधिका रॉय और डॉ. प्रणय रॉय ने कंपनी की सालाना रिपोर्ट में कहा है कि हाल के सालों में जारी रिवेन्यू को बरकरार रखते हुए फाइनेंशियल ईयर 2022 में कंपनी की फाइनेंशियल स्टेटस मजबूत हुई है.
रॉय दंपत्ति ने कहा कि NDTV समूह की टेलीविजन और डिजिटल दोनों शाखाओं ने अपना अब तक का सबसे अधिक लाभ दर्ज किया है.
NDTV लिमिटेड (टेलीविजन शाखा) ने 59.18 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया. जबकि NDTV Convergence (डिजिटल यूनिट) को 30.21 करोड़ का मुनाफा हुआ. डिजिटल यूनिट ने इतिहास में अपनी सबसे ज्यादा कमाई दर्ज की. यह दर्शाता है कि यह भारत में कुछ लाभदायक ऑनलाइन कंपनियों में से एक है.
इस तरह से फाइनेंशियल ईयर 2022 में NDTV ग्रुप ने 420.89 करोड़ की रिवेन्यू की तुलना में कुल मिलाकर 84.76 करोड़ का प्रॉफिट हासिल किया. पिछले साल की तुलना में कंपनी का प्रॉफिट 13.22 फीसदी तो रिवेन्यू 3.18 फीसदी बढ़ा है.
NDTV लिमिटेड ने पिछले वर्ष की तुलना में फाइनेंशियल ईयर 2022 के लाभ में 55.77 प्रतिशत की वृद्धि देखी, जिसके कारण वर्ष के दौरान मोबिक्विक सिस्टम्स में कंपनी की हिस्सेदारी की बिक्री के माध्यम से 6.88 करोड़ रुपये का असाधारण लाभ हुआ. जबकि वित्त वर्ष 2012 की राजस्व वृद्धि (NDTV लिमिटेड की) पिछले वर्ष की तुलना में 8.9 प्रतिशत थी, जो इस अवधि के लिए 262.12 करोड़ रुपये है.
कंपनी ने रिव्यू पीरियड के लिए अपनी सहायक कंपनी NDTV कन्वर्जेंस की रिवेन्यू के बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं की. हालांकि, वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि NDTV कन्वर्जेंस को Google समाचार पहल के शुरुआती भागीदार के रूप में चुना गया था, जिसे अप्रैल, 2021 में शुरू किया गया था. यह स्वदेशी सोशल मीडिया ऐप कू का एक शुरुआती और बड़ा भागीदार भी बना था.
कंपनी ने कहा कि सोशल मीडिया पर NDTV की फॉलोइंग प्रीमियम बनी हुई है. NDTV अप्रैल, 2022 में भारत में 1.7 करोड़ फॉलोवर्स के साथ ट्विटर पर सबसे पॉपुलर न्यूज हैंडल है. इसके साथ ही, NDTV YouTube चैनल के करीब 1.2 करोड़ कस्टमर्स हैं. इस तरह से NDTV के पास देश में किसी भी अंग्रेजी समाचार पब्लिशर की तुलना में सबसे अधिक कस्टमर्स हैं. NDTV इंडिया ने भी अपने हिंदी YouTube चैनल के ग्राहकों में 24 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है.
इसके अलावा कंपनी ने कहा है कि फाइनेंशियल ईयर 2022 में सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर NDTV वीडियोज के 5.7 अरब व्यूज थे. यह पिछले साल की तुलना में 2.5 फीसदी अधिक है. इसके साथ ही यह देश में इंस्टाग्राम पर सबसे अधिक फॉलो किया जाने वाला अंग्रेजी समाचार अकाउंट है. इसने स्नैप और ग्लांस जैसे मोबाइल बेस्ड प्लेटफॉर्म के साथ पेड कंटेंट पार्टनरशिप भी की है.
NDTV और Adani Group की लड़ाई पर सभी की नजर
हालांकि, इस बीच सभी की निगाहें अडानी के साथ एडीटीवी की लड़ाई पर है. अडाणी समूह ने 23 अगस्त को विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लि. (वीसीपीएल) के अधिग्रहण के जरिये NDTV में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की थी. वीसीपीएल के पास NDTV की प्रमोटर कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग में 99.99 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
इसके बाद अडाणी समूह की कंपनियों- वीसीपीएल, एएमजी मीडिया नेटवर्क्स और अडाणी एंटरप्राइजेज ने NDTV की 26 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी यानी 1.67 करोड़ इक्विटी शेयरों के अधिग्रहण का प्रस्ताव रखा था.
अडाणी समूह मीडिया कंपनी NDTV में 26 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए 17 अक्टूबर को खुली पेशकश लाएगा.
इस पेशकश का प्रबंधन कर रही जेएम फाइनेंशियल की तरफ से जारी विज्ञापन के अनुसार, यह पेशकश संभवत: एक नवंबर को बंद होगी. खुली पेशकश के तहत अडाणी समूह 1.67 करोड़ इक्विटी शेयरों का अधिग्रहण करेगा. इसके लिए शेयर मूल्य 294 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है.
यदि पेशकश को पूर्ण अभिदान मिल जाता है तो 294 रुपये प्रति शेयर के भाव पर इसका कुल मूल्य 492.81 करोड़ रुपये बैठेगा.
इस घोषणा के कुछ दिन बाद NDTV के संस्थापकों ने कहा था कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की मंजूरी के बिना यह सौदा आगे नहीं बढ़ सकता है.
सेबी ने 27 नवंबर, 2020 को पारित आदेश के जरिये NDTV के संस्थापकों राधिका रॉय और प्रणय रॉय पर प्रतिभूति बाजार में कारोबार की दो साल की रोक लगा दी थी. रोक की यह अवधि 26 नवंबर को समाप्त हो रही है.
Edited by Vishal Jaiswal