नई यूनिकॉर्न कंपनियों से भारतीय अर्थव्यवस्था में 1 लाख करोड़ डॉलर जुड़ने की संभावना: CII
एक अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य वाली स्टार्टअप कंपनियों को ‘यूनिकॉर्न’ के रूप में वर्गीकृत किया जाता है.
नई यूनिकॉर्न कंपनियों से भारतीय अर्थव्यवस्था में एक लाख करोड़ डॉलर जुड़ने की संभावना है और ये कंपनियां पांच करोड़ नए रोजगार के अवसर भी मुहैया कराएंगी. उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने गुरुवार को जारी एक अध्ययन रिपोर्ट में यह अनुमान जताया. यह रिपोर्ट मैकिंजी एंड कंपनी के सहयोग से तैयार की गई है.
एक अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य वाली स्टार्टअप कंपनियों को ‘यूनिकॉर्न’ के रूप में वर्गीकृत किया जाता है. सीआईआई की रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2029-30 तक भारत की अर्थव्यवस्था सात लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने और उसमें स्टार्टअप कंपनियों का योगदान एक लाख करोड़ डॉलर होने की कल्पना की गई है.
इससे देश में पांच करोड़ से अधिक रोजगार अवसर पैदा होंगे. रिपोर्ट कहती है कि खुदरा और ई-कॉमर्स, अगली पीढ़ी की वित्तीय सेवाएं, विनिर्माण और सॉफ्टवेयर सेवा एवं डिजिटल जैसे क्षेत्र आने वाले वर्षों में बड़े पैमाने पर वृद्धि को गति देने के लिए तैयार हैं.
Edited by रविकांत पारीक