नितिन कामथ ने बताया - Zerodha की कामयाबी के पीछे ये था बड़ा कारण
Zerodha ने ब्रोकिंग सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है और फिनटेक प्लेटफॉर्म smallcase के साथ एक जॉइंट वेंचर बनाकर एसेट मैनेजमेंट बिजनेस में कदम रखने के लिए तैयार है.
ने भारत के रिटेल ब्रोकिंग बिजनेस की तस्वीर ही बदल कर रख दी है. इसकी सफलता के पीछे प्रमुख कारणों में से एक इसका वफादार ग्राहक आधार है, जो एप्लिकेशन को करीबी परिचितों को रेफर करते रहते हैं.
सीईओ और को-फाउंडर नितिन कामथ ने बताया है कि Zerodha अपने यूजर्स के रेफरल के कारण इस तरह से बढ़ने में कामयाब रहा है. ईटी ने इसकी जानकारी दी.
उन्होंने कहा, "10 लाख से अधिक ग्राहकों ने अपने दोस्तों और परिवार के लोगों को रेफर किया है और आज हमने अपने ग्राहकों को अपना सबसे बड़ा रेफरल पेमेंट किया है."
यूजर, जो अपने दोस्तों और परिवार को रेफर करते हैं, अकाउंट खोलने पर वे 300 Zerodha रिवार्ड पॉइंट हासिल करते हैं. वे Streak, Sensibull, Smallcase और LearnApp जैसे ब्रोकर के पेड प्रोडक्ट्स का सब्सक्रिप्शन लेने के लिए इन रिवार्ड पॉइंट्स का उपयोग कर सकते हैं.
मौजूदा रिवार्ड प्रोग्राम के साथ, यूजर जनवरी 2020 से रेफ़र किए गए किसी भी व्यक्ति द्वारा पेमेंट किए गए ब्रोकरेज का 10% भी कमा सकते हैं. हालांकि, रेफरल वॉलेट इनकम को विद्ड्रॉ करने के लिए यूजर्स को कम से कम 5 लोगों को रेफ़र करना होगा.
यूजर्स को रिवार्ड के लिए पात्र होने के लिए रेफरल को 60 दिनों के भीतर अकाउंट खोलना होगा.
Zerodha ने ब्रोकिंग सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है और फिनटेक प्लेटफॉर्म smallcase के साथ एक जॉइंट वेंचर बनाकर एसेट मैनेजमेंट बिजनेस में कदम रखने के लिए तैयार है.
वहीं, करीब दो साल पहले, 2021 में Zerodha को एएमसी बिजनेस शुरू करने के लिए सेबी की सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई थी. अंतिम मंजूरी मिलने के 2-3 महीने के भीतर नितिन कामथ की टीम म्यूचुअल फंड की बिक्री शुरू करने के लिए तैयार है.
बता दें कि नितिन कामथ ने अपने भाई निखिल के साथ मिलकर साल 2010 में डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म Zerodha की सह-स्थापना की थी. Zerodha के पास वर्तमान में 12 मिलियन ग्राहक हैं, जो इसे देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्मों में से एक बनाता है.
इसके मजबूत ग्राहक आधार में, 2.5 मिलियन F&O यूजर हैं और 1.5 मिलियन सक्रिय F&O ट्रेडर हैं जो महीने में कम से कम एक बार ऑर्डर पंच करते हैं. फरवरी 2023 तक ब्रोकरेज की बाजार हिस्सेदारी 19.2% थी.