अब भारत में भी यूट्यूब व्यूअर कर रहे वीडियो गेम से फटाफट कमाई
इस समय, जबकि भारत यूट्यूब का तीसरा सबसे बड़ा गेमिंग मार्केट बन चुका है, अब गेम सिर्फ टाइमपास के लिए नहीं, घर बैठे मस्ती के साथ पैसे कमाने का मजेदार बिजनेस बन चुका है। चेन्नई के प्रभाकरण ने तो गेम्स की लाइव स्ट्रीमिंग के लिए अमेजन की नौकरी छोड़ दी है। मनस्वी घर बैठे एक लाख रुपये कमा चुकी हैं।
इस वक़्त रोजाना 20 करोड़ से अधिक व्यूअर यूट्यूब पर गेमिंग वीडियो और लाइव स्ट्रीम देख रहे हैं, जिनमें ज्यादातर लोग सिर्फ मजे ले रहे हैं लेकिन टैलेंटेड लोगों के लिए यह करोड़ों की कमाई का जरिया बन गया है। यानी अब गेम सिर्फ टाइमपास के लिए नहीं, घर बैठे मस्ती के साथ पैसे कमाने का मजेदार बिजनेस बन गया है। कई तो ऐसे यूट्यूब चैनल्स हैं, जहां पबजी खेला जाता है। लोग उसे देखकर पैसे डोनेट करते हैं। पबजी जैसा ही गेम है फॉर्टनिट जो अभी हमारे देश में पॉपुलर नहीं हुआ है।
चेन्नई के प्रभाकरण पी ने तो गेम्स की लाइव स्ट्रीमिंग करने के लिए अमेजन की नौकरी छोड़ दी है। गूगल के वीडियो प्लेटफॉर्म पर सक्रिय मुंबई की मनस्वी दलवी रोजाना आठ घंटे वीडियो गेम खेलती हुई यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीम कर पिछले एक साल में एक लाख रुपये कमा चुकी हैं।
पिछले साल विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गेम खेलने की लत को मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति माना था। अमरीकी साइकाएट्री एसोसिएशन की मनोरोगों की ताज़ा नियमावली में इसे औपचारिक तौर पर तो पहचान नहीं दी गई है लेकिन इंटरनेट गेमिंग डिसऑर्डर को आगे अध्ययन की एक स्थिति के तौर पर सूचित किया गया है। कुछ देशों ने बहुत ज़्यादा गेम खेलने को एक बड़ा सार्वजनिक स्वास्थ्य का विषय माना है और कई जगह इसके इलाज के लिए निजी एडिक्शन क्लिनिक भी खुल चुके हैं। चीन दुनिया के सबसे बड़े गेम बाज़ारों में एक है लेकिन अब वहां की सरकार वीडियो गेम की लत काबू करने के लिए नाबालिग बच्चों के ऑनलाइन गेम खेलने के समय पर पाबंदी का ऐलान कर चुकी है।
इस समय भारत यूट्यूब का तीसरा सबसे बड़ा गेमिंग मार्केट है। इस प्लेटफॉर्म पर देश के 24 गेमिंग चैनल्स इस समय एक्टिव हैं, जिनके 10 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं। ऐसा सिर्फ दो साल के अंदर हुआ है। अब इस प्लेटफॉर्म पर कई भाषाओं में गेमिंग क्रिएटर सक्रिय हैं।
वीडियो कैटेगरी में यूट्यूब के बाजार में चीन की बाइटडांस से शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक और दूसरे नए प्लेयर्स ने सेंध लगाई है। इसलिए यूट्यूब के लिए भारत में गेमिंग एक नया सेगमेंट बन गया है। यूट्यूब का प्लेटफॉर्म भारतीय गेमर्स को कंटेंट स्ट्रैटेजी, प्रॉडक्शन डिजाइन, ग्रीन स्क्रीन के इस्तेमाल और कैमरा, लाइट व एडिटिंग के बेहतरीन तरीकों की ट्रेनिंग दे रहा है। यूट्यूब के कई वर्टिकल हैं, जिनसे इसे गेमिंग प्लेटफॉर्म के रूप में कम जाना जाता है। अब यूट्यूब अलग-अलग तरह के कंटेंट बढ़ाना चाहता है।
भारत में इस समय लाइव गेमिंग चरम पर है। हजारों चैनल स्ट्रीम कर रहे हैं। पिछले कुछ साल में लाइव गेम देखने पर बिताया जाने वाला समय काफी बढ़ा है। विडियो गेमर्स की कमाई का सीधा तरीका गेमप्ले की स्ट्रीमिंग होता है। इसके अलावा बड़े गेमर्स को ऐड भी मिलते हैं।
यूट्यूब और ट्विच जैसे प्लेटफॉर्म्स से भी सब्सक्राइबर कमाई का जरिया बनते हैं। इस तरह कमाई के कई अलग-अलग तरीके और सोर्स हैं। विडियो गेम स्ट्रीमिंग तेजी से पॉप्युलर हुई है। इसमें ट्विच जैसी स्ट्रीमिंग साइट्स पर गेमर्स का गेमप्ले हजारों यूजर्स देखते हैं और उन्हें 1 डॉलर से लेकर सैकड़ों तक डोनेट करते हैं। यह कमाई का सीधा जरिया होता है। गेमिंग टूर्नामेंट्स भी बड़े लेवल पर होने लगे हैं, जहां बेहतरीन प्लेयर्स की टीम्स खेलती हैं। जीतने वाले को भारी-भरकर इनाम मिलता है। सबसे ज्यादा पॉप्युलर गेमर्स को बड़े ब्रांड्स स्पॉन्सरशिप देते हैं।
इन दिनो लोग ऑनलाइन भारतीय पबजी स्ट्रीमर्स पर खूब फ़िदा हैं। इनमें सोल मॉर्टल, डायनमो गेमिंग, कॉस्मिक वाईटी, कैरीमिनटी, क्रोनटेन गेमिंग, एमडीइजक्रेजीवाईटी जैसे कई स्ट्रीमर्स हैं। यहां करीब 80 हजार रुपये प्रति माह तक गेम स्ट्रीमिंग से कमाई हो रही है।
पबजी से पहले ऐसे स्ट्रीमर सब्सक्राइबर्स की संख्या एक लाख से अधिक नहीं थी। कॉस्मिक वाईटी, सोलमॉर्टल, और एमडीइजक्रेजीवाईटी जैसे स्ट्रीमर्स उस वक्त मशहूर नहीं थे। बताया जा रहा है कि अब स्ट्रीमर्स की बढ़ती भीड़ की वजह जियो है। यूट्यूब पर पॉप ऐड के जरिए भी कमाई हो रही है। ये बिजनेस कॉफी शॉप की तरह है।